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World Sleep Day 2024: रात में साेने से पहले खा लें ये चीज, तुरंत आएगी नींद, वरना उल्लू की तरह जागने की पड़ जाएगी आदत

World Sleep Day 2024: आपको बता दें कि हर साल इसे मनाने का एक थीम तय किया जाता है। साल 2024 में वर्ल्ड स्लीप डे का थीम है ‘Sleep Equity For Global Health’। इसका मतलब है कि नींद सेहतमंद रहने के लिए कितना जरूरी है लेकिन इसके साथ ही कई बार ऐसी परिस्थितियां भी आ जाती हैं जिस वजह से लोग अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते हैं।

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हर साल ह्यूमन राइट्स के तहत वर्ल्ड स्लीप डे मनाया जाता है, इसका मकसद लोगों को नींद से जुड़ी बातों को लेकर जागरूक करना है। अक्सर हमें ये देखने को मिलता है कि इंसान अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत करता है जिस वजह से वह अपनी नींद पूरी करना भूल जाता है या फिर इससे समझौता कर लेता है। जबकि नींद पूरी न होने की वजह से आपकी सेहत खराब हो सकती है। ये हर साल वसंत विषुव से पहले वर्ल्ड स्लीप डे मनाया जाता है। इस साल 15 मार्च को वर्ल्ड स्लीप डे मनाया जाएगा।

आपको बता दें कि हर साल इसे मनाने का एक थीम तय किया जाता है। साल 2024 में वर्ल्ड स्लीप डे का थीम है ‘Sleep Equity For Global Health’। इसका मतलब है कि नींद सेहतमंद रहने के लिए कितना जरूरी है लेकिन इसके साथ ही कई बार ऐसी परिस्थितियां भी आ जाती हैं जिस वजह से लोग अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते हैं। इस वजह से उनकी फिजिकल हेल्थ तो बिगड़ती ही है साथ ही मेंटल हेल्थ भी खराब हो जाती है।

रात को खाएं ट्रिप्टोफैन बढ़ाने वाले फूड्स

दरअसल, नींद न आना आजकल बहुत से लोगों की परेशानी हो गई है। लोग रात-रातभर जगे रहते हैं और कई बीमारियों से परेशान रहते हैं। जैसे मेंटल स्ट्रेस, दिल की बीमारियां और फिर डिप्रेशन आदि। ऐसे में जरूरी है कि आप कोशिश करें उन फूड्स को खाएं जो कि ट्रिप्टोफैन बढ़ाते हैं। दरअसल, National Institutes of Health (NIH) की एक रिपोर्ट बताती है कि सोने से 45 मिनट पहले ट्रिप्टोफैन का सेवन नींद बढ़ाने में मदद कर सकता है। ट्रिप्टोफैन एक जरूरी अमीनो एसिड है जो ज्यादातर पशु मांस, पोल्ट्री और डेयरी के साथ-साथ नट्स-सीड्स, साबुत अनाज और फलियां में पाया जाता है।

दर्द काे कम करने में मददगार है सेरोटोनिन

ट्रिप्टोफैन शरीर में मेलाटोनिन और सेरोटोनिन (melatonin and serotonin) बनाने का काम करता है। मेलाटोनिन नींद-जागने के चक्र को नियंत्रित करने में मदद करता है, और सेरोटोनिन भूख, नींद, मनोदशा और दर्द को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए आपको ट्रिप्टोफैन वाले इन फूड्स का सेवन करना चाहिए जो कि नींद लाने में मददगार है।

कौन सी चीज खाने से नींद जल्दी आती है?

केले और शहद

सोने से पहले केले को शहद में मिलाकर खा लें। ये आसानी से नींद लाने में मददगार है। दरअसल, केले में मौजूद ट्रिप्टोफैन है जो कि नींद बढ़ाता है। तो, शहद का सेवन ऑरेक्सीन रिसेप्टर को शांत कर देता है जो कि दिमाग को लंबे समय तक जगाए रखता है। इससे नींद आती है और आप कुछ ही देर में सो जाते हैं।

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बादाम

बादाम हेल्दी फैट, अमीनो एसिड और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं जो न केवल आपको तेजी से सोने में मदद करते हैं बल्कि आपकी नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करते हैं। आप एक गिलास गर्म दूध में थोड़ा शहद और बादाम मिलाकर पी लें तो आपको बहुत जल्दी नींद आ जाएगी।

एक गिलास दूध

प्रोटीन ट्रिप्टोफैन को बनाने के लिए जरूरी है। अगर आप रात को एक गिलास दूध पी लें तो इसका आपके मस्तिष्क पर शांत प्रभाव पड़ता है। साथ ही न्यूरॉन्स को आराम मिलता है और नींद जल्दी आती है। तो, अगर आपको नींद नहीं आती तो इन चीजों का सेवन शुरू करें। आप शरीर पर इसका आसानी से असर देख पाएंगे। तो, फिर दूध पिएं जिससे आपको अच्छी नींद आएगी।

कुछ मिथक से हो जाएं सावधान

इसके अलावा हम आपको अच्छी नींद से जुड़े कुछ मिथकों (Sleep Myths) के बारे में बताने वाले हैं, ताकि आप बेहतर नींद ले सकें और आपकी सेहत को कोई नुकसान न हो।

शराब पीने से नींद आती है अच्छी

कई लोगों का ऐसा मानना है कि शराब पीकर सोने से उन्हें अच्छी नींद आएगी, लेकिन यह सच नहीं है। शराब पीने से थोड़ी देर के लिए ऐसा लगता है कि आपको नींद आ रही है, लेकिन इसके कारण आपकी नींद में बाद में खलल पड़ सकता है। एल्कोहल की वजह से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और इस कारण से आपके दिमाग को ठीक तरीके से ब्लड नहीं मिल पाता है। इसके अलावा, शराब डायूरेटिक नेचर का होता है, जिसके कारण आपको रात को बाथरूम जाने के लिए भी उठना पड़ सकता है। इस कारण REM साइकिल में बाधा आ सकती है और आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती है।

खर्राटे लेना कोई चिंता की बात नहीं

यह बिल्कुल सच नहीं है। खर्राटे लेना किसी स्लीप डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है। इसलिए इसे अनदेखा करना हानिकारक साबित हो सकता है। स्लीपिंग डिसऑर्डर स्लीप एपनिया का सबसे आम लक्षण है, खर्राटे लेना। इसलिए इस समस्या का निदान करने के लिए डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। इतना ही नहीं, खर्राटे लेने की वजह से, आपके साथ सोने वाले व्यक्ति को भी परेशानी हो सकती है। नींद पूरी करने में परेशानी होने के कारण वह चिड़चिड़ा हो सकता है और रिश्ते में भी तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है। इसलिए इस समस्या को अनदेखा न करें।

सोशल मीडिया चलाना या टीवी देखने से रिलैक्स होना

कई लोग ऐसा मानते हैं कि दिनभर की थकान दूर करने के लिए वे सोने से पहले टीवी या फोन चलाएंगे, तो उनका माइंड रिलैक्स होगा। हालांकि, ऐसा नहीं होता। रात को सोने से पहले टीवी देखना या फोन चलाने से आपका दिमाग बेहतर तरीके से मेलाटोनिन रिलीज नहीं कर पाता है। इसकी कमी के कारण नींद न आने की समस्या हो सकती है। इसलिए सोने से पहले टीवी देखना या फोन चलाना आपकी नींद के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

नाइट लैंप जलाकर सोने से कोई नुकसान नहीं

ऐसा नहीं है। मेलाटोनिन एक हार्मोन होता है, जो अंधेरे में बेहतर तरीके से रिलीज होता है। लाइट के कारण यह हार्मोन कम मात्रा में रिलीज होता है। नाइट लाइट से भी निकलने वाली रोशनी भी मेलाटोनिन के प्रोडक्शन को कई बार बाधा बन सकती है। इसलिए सोने वाले कमरे में सोते समय बिल्कुल अंधेरा करके सोना ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।

स्लीप डेट पूरा करने को नैप लेना फायदेमंद

ऐसा सच नहीं है। किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी होता है, लेकिन ऐसा न हो पाने पर, आप जितनी देर कम सोए होते हैं, वह स्लीप डेट कहलाता है। इसे पूरा करने के लिए कई लोग सोचते हैं कि दिन में नैप लेना फायदेमंद होता है, लेकिन ऐसा नहीं होता है। हेल्दी रहने के लिए लगातार बिना किसी रुकावट के 7-8 घंटे की नींद लेनी होती है। इसलिए नैप लेने से आप थोड़ी देर के लिए एनर्जेटिक महसूस करते हैं, लेकिन इसका कोई खास फायदा नहीं होता है।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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