सेहत

Skin Cancer : त्वचा पर दिखने वाले ये बदलाव हो सकते हैं स्किन कैंसर का कारण, भारी पड़ सकती है अनदेखी

क्या आप जानते है कि स्किन कैंसर बहुत ही खतरनाक कैंसर होता है जो बढ़ते वक्त के साथ बहुत ज्यादा पेनफुल और गंभीर हो सकता है इसलिए समय रहते अगर इसकी पहचान कर ली जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है।

Skin Cancer : Skin Cancer की ओर इशारा करते हैं त्वचा में होने वाले ये बदलाव, जानें इसके प्रकार और बचाव के तरीके

क्या आप जानते है कि स्किन कैंसर बहुत ही खतरनाक कैंसर होता है जो बढ़ते वक्त के साथ बहुत ज्यादा पेनफुल और गंभीर हो सकता है इसलिए समय रहते अगर इसकी पहचान कर ली जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है।

 स्किन कैंसर बहुत खतरनाक बीमारी होती है –

आजकल तो हर बीमारी एक तरह से कतनाक ही होती है। लेकिन समय रहते ही इसकी जानकारी मिल जाता है तो इससे बचना काफी आसान हो जाता है। ऐसे ही एक बीमारी है स्किन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को देखकर इस समस्या का अंदाजा लगा पाना बहुत ही मुश्किल होता है। क्योंकि शुरु मे तो ये नॉर्मल ही नजर आते हैं। लेकिन लापरवाही और जानकारी के अभाव में बढ़ते समय के साथ ये गंभीर हो सकते हैं और अगर आपको लगता है कि स्किन कैंसर का अटैक सिर्फ बाहरी त्वचा पर ही होता है, तो ये जरूरी नही है इससे आंख, कान भी प्रभावित हो सकते हैं। 

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वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार –

वैसे आपको बता दें कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार स्किन कैंसर होने की एक बड़ी वजह सूरज की हानिकारक किरणें होती हैं। वैसे तो अन्य कारणों में बहुत ज्यादा केमिकल वाले कॉस्टमेटिक का इस्तेमाल, प्रदूषण भी शामिल होते  हैं। स्किन कैंसर में  मेलेनोमा स्किन कैंसर का सबसे भयानक रूप होता है। तो आज हम स्किन कैंसर के लक्षणों के बारे में जानते  हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

स्किन कैंसर के आम लक्षण –

स्किन कलर में बदलाव का होना –

स्किन कैंसर में यह सबसे कॉमन लक्षण होता है,और खासकर मेलेनोमा स्किन कैंसर में यह लक्षण पाया जाता है। मेलेनोमा में गहरे रंग की गांठ स्किन पर नजर आती है। इन गांठों का रंग बदलता रहता है। मतलब कभी ये एक एकदम डार्क नजर आ सकते हैं, तो कभी लाइट। इसके अलावा मेलेनोमा कैंसर में त्वचा के रंग में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। 

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घाव जल्दी न भरना –

अगर घाव जल्दी नहीं भर रहे, तो इसे भी हल्के में न लें, क्योंकि ये भी स्किन कैंसर का एक संकेत हो सकता है। जैसे कि बासल सेल कार्सिनोमा और स्क्वेमस सेल कार्सिनोमा जैसे स्किन कैंसर बहुत तेजी से फैलते हैं और ध्यान न देने पर थोड़े वक्त में ही गंभीर भी हो सकते हैं, इसलिए घाव नहीं ठीक नहीं होते है।

खुजली, दर्द या जलन का होना –

स्किन कैंसर में जैसे कि बासल सेल कार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और मेलेनोमा जैसे कैंसर में हर वक्त खुजली की समस्या हो सकती है, साथ ही जलन और दर्द भी हो सकता है। ये लक्षण खासतौर से अगर स्किन पर कहीं चकत्ते या घाव हैं, तो वहां ज्यादा होती है। 

लाल तिल का होना –

आपको बता दें कि मर्केल सेल कार्सिनोमा कैंसर में रेड कलर के मस्से बढ़ने लगते हैं, जो उभरे हुए होते हैं लेकिन किसी तरह की कोई खास परेशानी इनसे नहीं होती है। पर त्वचा के जिन हिस्सों को सीधी धूप पड़ती है वहां इनके होने की संभावना ज्यादा होती है। 

स्किन कैंसर इस  प्रकार के हो सकते है –

 बेसल सेल कार्सिनोमा

 स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा

 मेलेनोमा

 एक्टिनिक केराटोसिस

स्किन कैंसर से बचाव के कुछ उपाय –

आप लंबे समय तक धूप में न रहें। सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे की धूप सबसे ज्यादा खतरनाक होती है, तो इससे बचकर रहना चाहिए।

आप धूप में निकलने से पहले चेहरे और हाथ-पैरों को अच्छे से कवर करके निकलें। यूवी प्रोटेक्शन वाला चश्मा पहनना चाहिए। 

कोई भी मौसम क्यों ना हो  सनस्क्रीन जरूर लगाएं और साथ ही साथ हर दो से तीन घंटे बाद सनस्क्रीन लगाते रहना चाहिए।

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