सेहत

निमोनिया से पाना चाहते हैं जल्दी छुटकारा, तो अपनी डाइट में शामिल करें ये फूड आइटम्स : Pneumonia

आजकल निमोनिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बीमारी से बचाव करना बेहद जरूरी हो गया है। इस बीमारी में फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं होती हैं जिनकी वजह से सांस लेने आने में तकलीफ हो सकती है।

गजब के होते हैं 6 फूड्स, तुरंत कर दें डाइट में शामिल! : Pneumonia

आजकल निमोनिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बीमारी से बचाव करना बेहद जरूरी हो गया है। इस बीमारी में फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं होती हैं जिनकी वजह से सांस लेने आने में तकलीफ हो सकती है।

निमोनिया होने का खतरा –

इस बीमारी में फेफड़ों में वायरस या बैक्टीरिया के संक्रमण से होने वाली सूजन को निमोनिया कहते है। और जब यह बीमारी किसी को होती है तो उसके फेफड़ों में फ्लूड भर जाता है, जिस वजह से बुखार, सांस लेने में तकलीफ और छाती में भारीपन जैसा महसूस होने लगता है। कमजोरी फेफड़ों में सूजन आदि होना इस बीमारी के खास लक्षण होते हैं। इसलिए इसे जल्दी रिकवर करना चाहते है तो सबसे पहले ये जानें इन फूड आइटम्स को डाइट में शामिल करने से जल्दी रिकवरी में मिल सकती है।

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शहद

आमतौर पर  सर्दी-जुकाम में शहद खाने से बचाव में मदद मिलती है। शहद के अपने इन्हीं गुणों की वजह से यह निमोनिया से रिकवर करने में मदद करती है। यह बलगम को कम करने में फायदेमंद साबित होता है, जिससे की निमोनिया जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।

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साबुत अनाज से निमोनिया मे होती है कामगार –

साबुत अनाज वैसे भी हमारी सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता हैं। इन्हें खाने से सेहत से जुड़े कई फायदे होते हैं। निमोनिया के साधारण लक्षणों में से एक लक्षण थकावट भी होती है, इस परेशानी को दूर करने में साबुत अनाज आपकी मदद करते है। इसके अलावा, यह गट हेल्थ को भी बेहतर बनाता है, जिससे भूख लगने और खाना पचाने में आसानी हो जाती है।

हरी पत्तेदार सब्जियां –

वैसे तो हरी सब्जियों के अनगिनत फायदों के बारे में तो हम सभी को पता ही होता  है। और इनमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स इन्फेक्शन से राहत दिलाने में मदद करते हैं। साथ ही, इनमें पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल्स शरीर में हुए कमजोरी को  दूर करने में फायदेमंद साबित होते हैं।

लहसुन का प्रयोग –

लहसुन के आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है और अपने इन्हीं एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुणों की वजह से इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, यह इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है।

पानी –

हमारे शरीर में पानी की कमी की वजह से सांस की नली में मौजूद म्यूकस की परत मोटी हो जाती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। इसलिए सभी को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए।

ड्राई फ्रूट्स –

ड्राई फ्रूट्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो निमोनिया की वजह से होने वाली फेफड़ों की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, यह डैमेज हुए टीशूज की जगह नए टिशू बनाने में मददगार होते हैं।

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