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India Vs Bharat : दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है “भारत” नाम का मसला, ताना- कसी लगातार जारी

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते गुरुवार को अपने बयान में कहा कि कुछ निराश लोग देश की पहचान भारत किए जाने पर विवाद पैदा करने के लिए एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।

India Vs Bharat : जानिए क्यों विवाद का मुद्दा बन रहा है  “भारत” नाम और  क्या हो रहे हैं बदलाव


India Vs Bharat :  केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते  गुरुवार को अपने बयान में कहा कि कुछ निराश लोग देश की पहचान भारत किए जाने पर विवाद पैदा करने के लिए एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। मामले में  धर्मेंद्र प्रधान अपना पक्ष रखते हुए कहते हैं कि भारत हमारे देश का नाम है इसलिए इंडिया और भारत में कोई अंतर नहीं है।

हाल ही में तेज हुआ भारत बनाम इंडिया का विवाद अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा। बता दें कि कुछ समय पहले ही G20 सम्मलेन के दौरान जब केंद्र सरकार  ने इंडिया का नाम भारत करने का प्रयास किया तो ये मुद्दा पुनः गर्म हो गया।

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बता दें की कुछ दिन पहले ही NCERT की किताबों में इंडिया की जगह भारत नाम लिखने का फैसला आने के बाद से ये मुद्दा उठ गया है। जिसपर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ये बयान दिया कि  कुछ “निराश लोग” देश की पहचान “भारत” करने को लेकर विवाद पैदा करने के उद्देश्य  से  एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, धर्मेंद्र प्रधान गुजरात ने ये बयान ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन पर पश्चिमी क्षेत्र के कुलपतियों के सम्मेलन’ के उद्घाटन सत्र में गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए दिया था।

धर्मेंद्र प्रधान ने सम्बोधन में कहा

काफी समय से देश में इस बात पर विवाद चल रहा है कि हमारे देश को किस नाम से सम्बोधित किया जाना चाइये ‘इंडिया’ या ‘भारत’। लेकिन फर्क क्या है? मेरा मानना है कि इंडिया और भारत में कोई अंतर नहीं है।अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वो कहते हैं कि इंडिया नाम उन लोगों ने दिया गया था जो औपनिवेशिक काल के दौरान अंग्रेजी साहित्य पढ़ते थे और भारत हमारे देश का नाम है।

अपनी बात का स्पष्टीकरण करते हुए प्रधान कहते हैं कि, हमारे संविधान ने इंडिया और भारत दोनों को समान महत्व दिया है लेकिन,  भारत एक भारतीय नाम है, एक मूल नाम है। यह हमारी सभ्यता का प्रतिनिधित्व करता है। लेकिन, कुछ निराश लोगों के मन में इसे लेकर विवाद खड़ा करने की होड़ चला रहे हैं।

धर्मेंद्र के ब्यान का कारण

धर्मेंद्र ने विपक्षी दलों के विरोध के एक दिन बाद  ये टिप्पणी दी है।  जिसमें विपक्षी नेताओं ने केंद्र पर यह आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा इतिहास बदलना चाहती है और विपक्षी गुट इंडिया के हाथों अपनी हार के डर की वजह से ऐसे हताशापूर्ण कदम उठा रही है।

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