सेहत

Intermittent Fasting : आपके दिल के लिए हो सकता खतरनाक, रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

आजकल कई लोगों की जुबां पर सिर्फ इंटरमिटेंट फास्टिंग के नाम का बुखार चढ़ा हुआ है। ऐसे में अगर आप भी इसे फॉलो करने की सोच रहे हैं तो ऐसा बिलकुल ना करें क्योंकि एक रिसर्च मे पता चला है कि इस तरह की फास्टिंग से दिल की बीमारी 91% तक बढ़ सकती है और मौत का खतरा भी बढ़ जाता है।

Intermittent Fasting :  इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या होता है? Nजानें कैसे बढ़ जाता है 91% मौत का खतरा

आजकल कई लोगों की जुबां पर सिर्फ इंटरमिटेंट फास्टिंग के नाम का बुखार चढ़ा हुआ है। ऐसे में अगर आप भी इसे फॉलो करने की सोच रहे हैं तो ऐसा बिलकुल ना करें क्योंकि एक रिसर्च मे पता चला है कि इस तरह की फास्टिंग से दिल की बीमारी 91% तक बढ़ सकती है और मौत का खतरा भी बढ़ जाता है।

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इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या होता है –

यह एक ऐसा ईटिंग प्लान होता है, जिसमें पूरे दिन में सिर्फ एक फिक्स टाइम पर ही खाना खाया जाता है और बाकी के टाइम पर फास्टिंग रखी जाती है। इसका मतलब यह है कि 24 घटें में 16 घंटे उपवास और बाकी के वक्त खाना-पीना होता है। और इन 16 घंटे की फास्टिंग के दौरान आप कुछ भी सॉलिड फूड नहीं ले सकते हैं। ऐसे में आप सिर्फ चाय, पानी, या कॉफी या नींबू पानी जैसे लिक्विड ही लिया जा सकता हैं। वैसे तो कई लोग यह साइकिल डेली वेज पर दोहराते हैं और कई लोग एक दिन छोड़कर एक दिन इसे फॉलो करते हैं।

हार्ट के लिए खतरनाक होता है इंटरमिटेंट फास्टिंग –

अभी हाल ही में शिकागो में दिए गए इंटरमिटेंट फास्टिंग से जुड़े इस अध्ययन  में यह खुलासा किया गया हैं। इस शोध में खाने के समय को दिन में केवल आठ घंटे तक रखा गया जिसमे हृदय रोग से मृत्यु का जोखिम 91 प्रतिशत तक बढ़ गया था। ऐसे में अब वजन घटाने के मकसद से ये फास्टिंग के यह तरीका अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की स्टडी के बाद शक के घेरे में घिर चुका है। आपको बता दें, शिकागो में हुई एक मेडिकल मीटिंग में भी इस स्टडी से जुड़े नतीजे पेश किए गए हैं।

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प्रोफेसर कीथ फ्रेन ने कहा है –

यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में मेटाबोलिज्म के प्रोफेसर कीथ फ्रेन ने कहा, है कि ‘इंटरमिटेंट फास्टिंग’ कैलोरी कम करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। हालांकि इस स्टडी के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह हमें ‘इंटरमिटेंट फास्टिंग’ के लंबे समय की फास्टिग के प्रभावों पर विशेष अध्ययन करने की आवश्यकता है। फिलहाल इस स्टडी में हुए खुलासे के कई सवालों के जवाब नहीं मिल पाया है।

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