Delhi Girl Horrific Incident: नए साल पर दिल्ली में एक बेटी को दरिंदो ने उतारा मौत के घाट, पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल
Delhi Girl Horrific Incident: नए साल पर दिल्ली में एक बेटी के साथ बर्बरता, कार से घसीटकर दरिंदों ने उतारा लड़की को मौत के घाट
Highlights –
- एक ओर जहां पूरी दुनिया नये साल का इंतज़ार करते हुए जश्न मना रही थी वहीं दूसरी ओर देश की एक 23 साल की बेटी 5 दरिंदो के दरिंदगी का शिकार हो रही थी।
- पुलिस के अनुसार, दिल्ली के सुल्तानपुर में कंझावाला इलाके में कार सवार पांच युवकों ने पहले तो एक लड़की के स्कूटी को टक्कड़ मारी फिर कार के साथ लड़की को चार किलोमीटर तक घसीट कर मार डाला।
- पुलिस को लड़की का शरीर मृत अवस्था में सुबह साढ़े तीन बजे मिला।
Delhi Girl Horrific Incident: नए साल का पहला दिन जब एक दर्दनाक खबर को लिखकर शुरू करना पड़े तो यह अंदर तक झकझोर कर रख देता है। जी हां 1 तारीख की सुबह दिल्ली के सुल्तानपुर में एक ऐसी दुखद घटना हुई जो एक बार फिर भारत के कानून को कटघरे में लाकर खड़ी कर रही है।
एक ओर जहां पूरी दुनिया नये साल का इंतज़ार करते हुए जश्न मना रही थी वहीं दूसरी ओर देश की एक 23 साल की बेटी 5 दरिंदो के दरिंदगी का शिकार हो रही थी। पुलिस के अनुसार, दिल्ली के सुल्तानपुर में कंझावाला इलाके में कार सवार पांच युवकों ने पहले तो एक लड़की के स्कूटी को टक्कर मारी फिर कार के साथ लड़की को चार किलोमीटर तक घसीट कर मार डाला। पुलिस को लड़की का शरीर मृत अवस्था में सुबह साढ़े तीन बजे मिला।
पुलिस के मुताबिक लड़की को गाड़ी के साथ फंसा कर चार किलोमीटर तक घसीटा गया था, घसीटने की वजह से पहले लड़की के कपड़े फटे और फिर चमड़ी उतरने लगी। लड़की का शरीर पूरी तरह से जख्म से भरा था, उसका पूरा शरीर छिल चुका था।
आपको बता दें घटना में सम्मलित पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।
मामले को आगे बढ़ाएं उससे पहले कुछ सवाल जो एक बार फिर देश की बेटियां चीख – चीख कर कर रही हैं।
कब तक देश की बेटियां ऐसी बर्बरताओं का शिकार होती रहेंगी ?
देश की बेटियां कब आजादी से देश के सड़कों पर चल सकेंगी ?
कब तक देश का संविधान बेटियों पर इस तरह की घटना को हल्के में लेता रहेगा ?
कौन – कौन हैं आरोपी
दिल्ली पुलिस के आउटडोर जिले के डीएसपी हरेंद्र सिंह के मुताबिक, 31 की रात करीब 3 बजे कंझावाला इलाके में एक पीसीआर कॉल पुलिस को मिली कि एक लड़की नग्न हालत में सड़क पर पड़ी है। डीसीपी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि पुलिस को जैसे ही खबर मिली पुलिस मौके पर पहुँची और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी।
डीएसपी के अनुसार, 31 की रात एक कार में 5 लड़के सवार थे, पहले तो उन्होंने स्कूटी पर सवार एक लड़की को टक्कर मारी जिसके बाद करीब चार किलोमीटर तक सुल्तानपुर से कंझावाला इलाके तक घसीट कर ले गए, इस दौरान लड़की के सारे कपड़े शरीर से अलग हो गए और काफी चोट की वजह से लड़की की मौके पर ही मौत हो गई।
Clear CCTV of Delhi Kanjhawala Accident where girl dragged for few KM #Kanjhawala #delhi @SwatiJaiHind @RahulGandhi pic.twitter.com/Di1T2B7o4h
— Sachin Tiwari (@SachinReport) January 1, 2023
लड़की के साथ दरिंदगी करने वाले पांच लड़के दिल्ली के हैं। इनमें से कोई हेयर ड्रेसर है तो कोई राशन डीलर है। एक आरोपी का नाम दीपक खन्ना है जिसकी उम्र 26 वर्ष है , एक अमित खन्ना है जिसकी उम्र 25 वर्ष है जो उत्तम नगर में एसबीआई कार्ड्स के लिए काम करता है। घटना में कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल भी शामिल हैं जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि मृतिका की उम्र 23 वर्ष थी। मृतिका अमन विहार की रहने वाली है। घर में मां और चार बहने हैं। दो छोटे भाई हैं। एक की उम्र 9 वर्ष और एक की उम्र 13 वर्ष है। घर में पिता की पहले मौत हो चुकी है। एक बहन हैं जो शादीशुदा हैं। परिवार फिल्हाल मीडिया से बात नहीं करना चाहता है। पुलिस के अनुसार मृतिका की मां ने घटना के संदर्भ में मात्र डीएसपी से बात की है।
इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को समन किया है।
सूत्रों के मुताबिक आरोपी को नहीं पता था कि कोई उनकी गाड़ी में फंसा है, जब उन्हें पता चला तो वो शव निकालकर भाग निकले। अब इसमें कितनी सच्चाई है इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है।
पुलिस ने किया पहली नज़र में घटना को नजरअंदाज – चश्मदीद
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आपको बता दें कि इस हादसे का एक चश्मदीद सामने आया है। चश्मदीद का नाम दीपक है जिसने ये दावा किया है कि उसी ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। दीपक का कहना है कि वह सुबह 5 बजे से ही पुलिस के संपर्क में रहा, पुलिस को फोन लगाता रहा लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी और सुबह 5 बजे तक पुलिस मौका – ए – वारदात पर नहीं पहुंची। दीपक ने आगे कहा की उसने कार का बेगमपुर तक पीछा किया।
इस घटना में पुलिस की गैर – जिम्मेदाराना हरकत की बात हो रही है। चश्मदीद ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि घटना के बारे में पता लगने के बाद भी पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस ने रिस्पॉन्स नहीं दिया और मामले के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। चश्मदीद दीपक का दावा है कि कार सवार शव को उलझाकर सड़क पर भागते रहे और शव के गिरने के बाद वो आरोपी मौके से फरार हो गए।
दीपक ने पुलिस को बताया है कि कार सामान्य गति में थी और देखने से लग रहा था कि वो होश में है। आपको बता दें चश्मदीद लगभग 3 बजकर 15 मिनट पर दूध की डिलीवरी का इंतज़ार कर रहे थे , तभी उन्होंने एक कार को आते देखा, जहां पीछे के पहिए से जोड़ की आवाज़ आ रही थी।
इस मामले में दिल्ली पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।
लेकिन फिर वही सवाल, देश की बेटियां कब तक ऐसी निर्मम घटनाओं का शिकार होती रहेंगी और कब तक कानून के रखवाले मूकदर्शक बनकर देखते रहेंगे।