World Earth Day 2024: विश्व पृथ्वी दिवस पर Google ने बनाया अपना डूडल, दिया क्लाइमेट चेंज पर खास संदेश, दिखी प्राकृति की खूबसूरत झलक
World Earth Day 2024: सोमवार यानी कि 22 अप्रैल को आज पूरी दुनिया विश्व पृथ्वी दिवस के रूप में मना रही है। हर साल विश्व पृथ्वी दिवस को दुनियाभर में अलग-अलग थीम को लेकर मनाया जाता है। वहीं इस बार इस दिवस पर गूगल ने भी कुछ अलग तरह से अपने डूडल को बनाया है।
World Earth Day 2024: गूगल ने डूडल के जरिए प्लेनेट के एरियल दृश्य को दर्शाया, जानें क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड अर्थ डे
सोमवार यानी कि 22 अप्रैल को आज पूरी दुनिया विश्व पृथ्वी दिवस के रूप में मना रही है। हर साल विश्व पृथ्वी दिवस को दुनियाभर में अलग-अलग थीम को लेकर मनाया जाता है। वहीं इस बार इस दिवस पर गूगल ने भी कुछ अलग तरह से अपने डूडल को बनाया है। दरअसल गूगल ने पृथ्वी दिवस (Earth Day 2024) के मौके पर डूडल के जरिए पृथ्वी की सुंदरता दिखाने की कोशिश की है। गूगल के हर लेटर के साथ पृथ्वी की कुछ खास जगहों का एरियल व्यू दिखाया गया है। गूगल का कहना है कि इन लेटर में दुनिया भर की ऐसी जगहों को दिखाने की कोशिश की गई है जहां पृथ्वी की प्राकृतिक सुंदरता को बचाया जा रहा है।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना होता है। इस दिन पूरी दुनिया में विभिन्न तरह के प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। वहीं हर साल इस दिवस को एक थीम के तहत मनाया जाता है। 2024 के विश्व पृथ्वी दिवस की थीम है ‘प्लेनेट वर्सेज प्लास्टिक’ (Planet Versus Plastic)। गूगल ने अपने डूडल को भी इस दिवस के लिए कुछ खास तरीके से बदल दिया है।
Google ने दी स्पष्ट जानकारी
इस बार गूगल ने डूडल के जरिए प्लेनेट के एरियल दृश्य (Aerial View) को दर्शाया है। यह सब कुछ हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए इन विविध प्राकृतिक आश्चर्यों को संरक्षित करने के महत्व पर जोर देती है। गूगल ने अपने यूजर्स के लिए डूडल में प्रदर्शित प्रत्येक छवि के लिए विस्तृत जानकारी भी स्पष्ट की है। पृथ्वी प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से एक सुंदर ग्रह है। यहां हरे-भरे जंगल, मनमोहक झरने, शांत और पहाड़ के साथ विस्तृत रेगिस्तान भी हैं।
क्यों मनाया जाता है World Earth Day
वर्ल्ड अर्थ डे को सबसे पहले अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन और हार्वर्ड के छात्र डेनिस हेस ने पहली बार मनाया था। इस दिन को मनाने का मुख्य तौर पर मकसद था कि लोग पर्यावरण के लिए जागरूक हों। इस दिन पूरी दुनिया में तरह तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। पृथ्वी दिवस मनाने का मकसद लोगों को धरती की अहमियत से अवगत कराना है। इस साल की थीम ‘प्लैनेट वर्सेज प्लास्टिक’ है। प्लैनेट वर्सेस प्लास्टिक का मकसद लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर जागरूक करना है।
जैव विविधता के लिए कई काम किए जाने बाकी
आज के इस खास डूडल के बारे में जानकारी देते हुए गूगल का कहना है कि गूगल के लेटर में दुनिया भर की ऐसी जगहों को दिखाने की कोशिश की गई है, जहां, लोग, कम्युनिटी और सरकार रोज पृथ्वी की प्राकृतिक सुंदरता, जैव विविधता और संसाधनों को बचाने के लिए काम करते हैं। हालांकि, यह काफी नहीं है, अभी भी जैव विविधता के लिए बहुत से काम किए जाने बाकी हैं।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
हर लेटर में छुपी प्रकृति की खूबसूरत झलक
- गूगल के पहले लेटर G में तुर्क और कैकोस द्वीप समूह को दिखाया गया है। द्वीप महत्वपूर्ण जैव विविधता वाले क्षेत्रों का घर हैं, यहां संरक्षण प्रयासों का उद्देश्य वर्तमान पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करना है।
- गूगल के दूसरे लेटर O में स्कॉर्पियन रीफ नेशनल पार्क, मेक्सिको को दिखाया गया है। इसे अर्रेसिफ़े डी अलाक्रेन्स के नाम से भी जाना जाता है, यह मैक्सिको की दक्षिणी खाड़ी और यूनेस्को बायोस्फीयर रिजर्व में सबसे बड़ी चट्टान है।
- तीसरे लेटर O मेंवत्नाजोकुल राष्ट्रीय उद्यान, आइसलैंड की झलक दिखाई गई है। यह दशकों की वकालत के बाद 2008 में एक राष्ट्रीय उद्यान के रूप में स्थापित हुआ था। यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल यूरोप के सबसे बड़े ग्लेशियर में और उसके आसपास के पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करता है।
- चौथे लेटर G में जाउ नेशनल पार्क, ब्राज़ील दिखाया गया है। इसे पार्के नैशनल डो जाउ के नाम से भी जाना जाता है, यह दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े वन भंडार और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में से एक है।
- गूगल के पांचवे लेटर L में ग्रेट ग्रीन वॉल, नाइजीरिया का एरियल व्यू दिखाया गया है। 2007 में शुरू की गई, अफ्रीकी संघ के नेतृत्व वाली यह पहल पूरे अफ्रीका में मरुस्थलीकरण से प्रभावित भूमि को बहाल कर रही है।
- गूगल के आखिरी लेटर E में पिलबारा द्वीप समूह नेचर रिजर्व, ऑस्ट्रेलिया की झलक दिखाई देती है। पिलबारा द्वीप नेचर रिज़र्व में से एक के पास स्थित, ऑस्ट्रेलिया में 20 प्रकृति रिज़र्वों में से एक जो नाजुक पारिस्थितिक तंत्र है।
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com