Vermillion Benefits: शादीशुदा महिलाओं को रोजाना सिंदूर लगाने से मिलते हैं ये फायदे, जानिए इससे जुड़ी पौराणिक कथा
Vermillion Benefits: सनातन धर्म में सिंदूर का विशेष महत्व होता है। सिंदूर ना सिर्फ सुहागन महिलाओं के मांग में सजाने और पूजा-पाठ में काम आता है बल्कि इसके कई और लाभ भी हैं, जिनको जानकार आप हैरान रह जाएंगे। महर्षियों ने इसका महत्त्व सिन्दूरं सौभाग्य वर्धनम कहकर बताया है।
Vermillion Benefits: सिंदूर लगाने के पीछे ये है वैज्ञानिक कारण, घर पर ऐसे बनाएं हर्बल सिंदूर
सनातन धर्म में सिंदूर का विशेष महत्व होता है। सिंदूर ना सिर्फ सुहागन महिलाओं के मांग में सजाने और पूजा-पाठ में काम आता है बल्कि इसके कई और लाभ भी हैं, जिनको जानकार आप हैरान रह जाएंगे। महर्षियों ने इसका महत्त्व सिन्दूरं सौभाग्य वर्धनम कहकर बताया है। हिंदू धर्म के सभी धार्मिक कार्यक्रम में सिंदूर का प्रयोग किया जाता है क्योंकि इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। सिंदूर जहां सौभाग्य का प्रतीक है वहीं स्वास्थ्य के लिए हितकर भी है। सिंदूर का उल्लेख रामायण काल से लेकर महाभारत काल तक मिलता है। शादी के समय दूल्हा, दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है। शास्त्रों में इसका विस्तार से उल्लेख किया गया है। आइए जानते हैं सिंदूर के बारे में सब कुछ-
सिंदूर से जुड़ी पौराणिक कथा
सनातन धर्म में सिंदूर लगाने की प्रथा प्राचीन काल से ही चली आ रही है। इसका वर्णन रामायण काल में भी देखने को मिलता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, माता सीता प्रतिदिन मांग में सिंदूर लगाती थीं। एक बार संकटमोचन हनुमान जी ने माता सीता से पूछा कि आप अपनी मांग में सिंदूर क्यों लगाती हैं, तो उन्होंने कहा कि इससे भगवान श्री राम प्रसन्न होते हैं और शरीर स्वस्थ रहता है।
साथ ही उनकी आयु भी बढ़ती है। माता सीता की ये बात सुनकर हनुमान जी सोच में पड़ गए। हनुमान जी ने सोचा कि यदि भगवान राम को माता सीता जी की मांग में थोड़ा सा सिंदूर देखकर प्रसन्नता होती है, तो उन्हें मेरे पूरे शरीर पर सिंदूर देखकर कितना अच्छा लगेगा। Vermillion Benefits इसके बाद हनुमान जी अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगाकर सभा में चले जाते हैं।
हनुमान जी को उस वेश में देखकर सभी हंसते हैं, लेकिन भगवान श्री राम बहुत प्रसन्न होते हैं। माना जाता है कि सिंदूर लगाने की परंपरा तभी से चली आ रही है। इसलिए वर्तमान काल में भी हनुमान जी की पूजा में सिंदूर का प्रयोग निश्चित रूप से किया जाता है। ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।
दांपत्य जीवन में सिंदूर का महत्व Vermillion Benefits
शास्त्रों में बताया गया है कि जिन सुहागिन महिलाओं द्वारा मांग में सिंदूर लगाया जाता है, उन्हें पति की अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। साथ ही समूचे परिवार को संकटों से छुटकारा मिल जाता है। नवरात्रि व दीपावली में मां दुर्गा और माता लक्ष्मी की उपासना में भी 16 शृंगार में सिंदूर का स्थान श्रेष्ठ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, सिंदूर का प्रयोग करने से माता सती और मां पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
सिंदूर लगाने के पीछे ये है वैज्ञानिक कारण Vermillion Benefits
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का ब्रह्मरंद्र यानी मस्तिष्क का ऊपरी भाग बहुत ही संवेदनशील और कोमल होता है। ऐसे में सिंदूर लगाने से विद्युत ऊर्जा पर नियंत्रण पाई जा सकती है और इससे नकारात्मक विचार दूर रहते हैं। ऐसा भी देखा गया है कि सिंदूर लगाने से सिर दर्द, अनिद्रा, मस्तिष्क से जुड़ा रोग समाप्त हो जाता है। यह भी कहा जाता है कि सिंदूर के प्रयोग से चेहरे पर जल्दी झुर्रियां भी नहीं पड़ती हैं और बढ़ती उम्र के संकेत दिखाई नहीं देते हैं।
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सिंदूर लगाने के फायदे Vermillion Benefits
- पत्नी अपनी मांग में सिंदूर लगाती है, तो पति पर किसी भी प्रकार का संकट नहीं आता है और पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत रहता है।
- जो महिलाएं मांग में लंबा सिंदूर लगाती हैं, उन्हें हमेशा अपने पति से मान-सम्मान और प्रेम मिलता है। कहा जाता है कि शादीशुदा महिलाओं को हमेशा नाक की सीध में सिंदूर लगाना चाहिए। टेढ़ा-मेढ़ा सिंदूर लगाने से पति का भाग्य खराब होने लगता है।
- रोजाना सिंदूर लगाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। साथ ही इससे दिमाग भी शांत रहता है।
- सिंदूर लगाने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
- सिंदूर बनाने में जिस धातु का इस्तेमाल किया जाता है उससे चेहरे पर झुर्रियों के निशान कम होते हैं।
कैसे बनाएं हर्बल सिंदूर? Vermillion Benefits
मार्केट में मिलने वाले सुर्ख लाल सिंदूर को तैयार करने के लिए हानिकारक केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी जगह आप घर पर नेचुरल चीजों की मदद से भी सिंदूर बना सकती हैं। इसके लिए आप चुकंदर का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए आप चुकंदर को अच्छे से साफ करके धो लें। इसके बाद इसे छील लें। अब इसे आप कद्दूकस कर लें। 3 से 4 दिनों के लिए आप इसे पंखे की हवा में सूखने के लिए छोड़ दें। जब यह अच्छे से ड्राई हो जाए तो मिक्सी में पीसकर इसका फाइन पाउडर तैयार कर लें। अब इस मिश्रण में रोजमेरी ऑयल की कुछ बूंदें मिला लें। अब इस तैयार सिंदूर को आप एक डिब्बे में स्टोर करके रख सकती हैं। इस सिंदूर का रंग सुर्ख लाल नहीं बल्कि हल्का गुलाबी होगा। इस केमिकल फ्री सिंदूर को आप बिना किसी डर के रोज लगा सकती हैं।
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