Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the hustle domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
Dogs Bite Remedies : क्या अशुभ होता है कुत्ते का काटना, ज्योतिष के पास है इसका का जवाब
लाइफस्टाइल

Dogs Bite Remedies : क्या अशुभ होता है कुत्ते का काटना, ज्योतिष के पास है इसका का जवाब

ज्योतिष व वास्तु एक्सपर्ट के अनुसार कुत्ते का काटना अशुभ माना जाता है और साथ ही कुत्ते क्यों काटते है। इस बात पर कहा गया है कि आपकी कुण्डली पर ग्रहों की दशा क्या है इसपर निर्भर करती है।

Dogs Bite Remedies : कुत्ते के काटने से बचना है तो, जानिए ये आसान उपाय जो बचा सकते हैं आपको

ज्योतिष व वास्तु एक्सपर्ट के अनुसार कुत्ते का काटना अशुभ माना जाता है और साथ ही कुत्ते क्यों काटते है। इस बात पर कहा गया है कि आपकी कुण्डली पर ग्रहों की दशा क्या है इसपर निर्भर करती है।

कुत्ता क्यों काटता है –

आज दुनियाभर में हर साल लगभग 55,000 लोग ऐसे होते  हैं जिन्हें कुत्ते काटते हैं और उसके बाद होने वाली बीमारी रेबीज से उनकी मृत्यु भी हो जाती है। वैसे तो ये आंकड़ा विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) का है।  वहीं भारत की अगर बात करें तो ऐसी घटनाओं में लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हाल में ही फरवरी में राजस्थान में एक आवारा कुत्ते ने 12 लोगों को काटा था। आवारा कुत्तों द्वारा हमले की घटनाएं सुनकर एक सिरहन सी पैदा हो जाती है। ऐसे में अक्सर वेटनरी डॉक्टर इस तरह के व्यवहार के संकेत दे सकते हैं कि कुत्ते कब काटते हैं, लेकिन आपने अपने घर में पाले हुए कुत्ते पर तो इसे आप समझ सकते हैं, पर गली के कुत्तों का क्या कर सकते है।

We’re now on WhatsApp. Click to join

शनि-राहु की स्थिति से होता है जानवरों से प्रकोप कैसे –

आप क्या जानते है कि कुत्ते आखिर क्यों काटते हैं, कब काटते हैं, ये एक बहुत बड़ा सवाल पैदा होता है। आपको बता देते है कि दिल्ली की ज्योतिष व वास्तु एक्सपर्ट,ने कहा था कि कुत्ते को ज्योतिष में शनि और राहु से जोड़कर देखा जाता है। वैसे कहा जाता है कि अगर कुंडली में राहु सही और अच्छे प्रभाव दे रहा है, घर में वायु तत्व वास्तु अनुसार सही है और बुद्ध ग्रह आपके पक्ष में है, अच्‍छा है, तब आप कुत्तों द्वारा परेशान नहीं होते हैं,लेकिन जब  कभी-कभी घर का वास्तु भी सही होता है लेकिन ग्रहों की दशा प्रतिकूल नहीं होती है, तब हम जानवरों से परेशान होते हैं। वैसे तो  ज्‍योतिष काला कुत्ता शनि का, भूरा कुत्ता राहु का प्रतीक माना जाता है,और इसके साथ ही चितकबरा कुत्ता यानी सफेद और काला मिलाजुला, उसको हम केतु का प्रतीक भी मान लेते हैं।

Read More:- Pets Care: डॉगी अडाप्ट करने से पहले लगवा लें ये 6 टीका, पपी के लिए है जरूरी, जानें पूरा शेड्यूल

ज्‍योतिष के इस उपाय कर बच सकते हैं आप –

अगर आपकी शनि की खराब दशा चल रही हो तो ये सुझाव दिया जाता है कि आप काले कुत्ते की सेवा कर सकते है।

अगर केतु आपके ग्रह बहुत बुरे प्रभाव दे रहा हो, कुंडली में आठवें भाव से गुजर रहा हो, तब भी ये सलाह दिया जाता हैं कि काले कुत्ते की आप सेवा कर सकते है।

लेकिन वही राहु की खराब दशा चल रही हो तो ये कहा जाता हैं कि आप भूरे कुत्ते को खाना खिला सकते है।

ज्योतिष शास्त्र में कहा जाता है कि अगर आप अपना मंगल स्ट्रॉंग रखेंगे तो याद रखिए आपको जानवर परेशान नहीं कर सकते है।

अगर आपको कुत्ता न काटे या ऐसी परिस्थितियां न बनें आप शनि व राहु से जुड़े दान करें।

ये कहा जाता है कि कुत्तों की सेवा से ही आपके ग्रहों के दुष्प्रभाव दूर हो जाते हैं।

इसके लिए आप शनि-राहु से जुड़े उपाय कर सकते हैं, जैसे आप किसी सफाई कर्मचारी को एक्‍स्‍ट्रा 100 रुपए दे सकते है।

आप किसी सफाई कर्मचारी को कपड़े या खाने का दान कर दें जो कर्मचारी सीवर साफ करते हैं, या कचरा उठाते हैं आप उन्हें कुछ खिलाएं या कपड़े दान दें। कहा जाता है कि  ये एक अच्‍छा उपाय है।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button