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ये हैं तेलंगाना के सर्वश्रेष्ठ 7 मंदिर जिनमें झलकता है भारतीय इतिहास: Telangana Temples

समय के साथ कई प्राचीन राजवंशों ने यहां कई मंदिर बनवाए। इन मंदिरों में आस्था और सभ्यता की अनोखी छटा है। तेलंगाना के इन प्रसिद्ध मंदिरों में भक्तों की भीड़ बनी रहती है, जो उनकी महिमा और अनूठी कला को देखने आती हैं।

तेलंगाना का प्रसिद्ध मंदिर कौन सा है? यहाँ जानिए सबसे प्रसिद्ध मंदिरों की लिस्ट : Telangana Temples

Telangana Temples: हर जगह की अपनी खासियत होती है, हर जगह की अपनी शांति होती है, अगर आप शांति की तलाश में घूमने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको ‘तेलंगाना’ के ऐसे प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताएंगे जिन्हें देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा।

तेलंगाना भारतीय इतिहास में अपनी विशेषता के लिए जाना जाता है। समय के साथ कई प्राचीन राजवंशों ने यहां कई मंदिर बनवाए। इन मंदिरों में आस्था और सभ्यता की अनोखी छटा है। तेलंगाना के इन प्रसिद्ध मंदिरों में भक्तों की भीड़ बनी रहती है, जो उनकी महिमा और अनूठी कला को देखने आती हैं।

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चिलकुर बालाजी मंदिर 

पहले नंबर पर आता है चिलकुर बालाजी मंदिर। लोग इसे वीज़ा बालाजी मंदिर के नाम से भी जानते हैं। यह मंदिर हैदराबाद से 25 किमी की दूरी पर उस्मान सागर झील के पास स्थित है। ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर जाने के बाद वीजा संबंधी बाधाएं दूर हो जाती हैं। चिलकुर बालाजी मंदिर यहां का सबसे पुराना मंदिर है और खासकर शुक्रवार और शनिवार को यहां भक्तों की भारी भिड़ देखने को मिलती है।

हजार स्तंभ मंदिर

हजार स्तंभ मंदिर तेलंगाना की अद्भुत वास्तुकला संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है और इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में किया गया था। इसे यूनेस्को के शीर्ष विरासत स्थलों की सूची में भी शामिल किया गया है। हजार खंभों वाला मंदिर मुख्य रूप से भगवान विष्णु, सूर्य और शिव को समर्पित है।

बिड़ला मंदिर

बिड़ला मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है और 2000 टन सफेद संगमरमर से बना एक वास्तुशिल्प सौंदर्य है। यह मंदिर 280 फीट की ऊंचाई पर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है।

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रामप्पा मंदिर

रामप्पा मंदिर हैदराबाद से 157 किमी दूर पालमपेट गांव की घाटी में स्थित है और इसका नाम निर्माता के नाम पर रखा गया है। यहां रामलिंगेश्वर की पूजा भगवान शिव के रूप में की जाती है।

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सांघी मंदिर

सांघी मंदिर चोल-चालुक्य स्थापत्य शैली में बनाया गया है और कई देवताओं को समर्पित है। इस मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है।

श्री सीता रामचन्द्र स्वामी मंदिर 

श्री सीता रामचन्द्र स्वामी मंदिर भद्राचलम गाँव में गोदावरी नदी पर स्थित है, जिसे 17वीं शताब्दी में बनाया गया था। यहां के मुख्य देवता भगवान राम हैं।

कर्मघाट हनुमान मंदिर 

कर्म घाट हनुमान मंदिर तेलंगाना का सबसे पुराना मंदिर है, जिसे 11वीं शताब्दी में बनाया गया था। यहां कई बीमारियों का इलाज भी किया जाता है और इसकी वास्तुकला बेहद आकर्षक है।

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