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Leaders in Parliament: क्या आपको पता है लोकसभा में सदन का नेता कौन होता है
पॉलिटिक्स

Leaders in Parliament: क्या आपको पता है लोकसभा में सदन का नेता कौन होता है

लोकसभा मे बहुमत प्राप्त दल से सदन का नेता चुना जाता है। लोकसभा में विपक्ष का भी नेता चुना जाता है। पहली लोकसभा का गठन 1951-52 में हुआ था।

Leaders in Parliament: संसद का महत्वपूर्ण अंग है लोकसभा, ये होते हैं लीडर आफ अपोजिशन 

Leaders in Parliament: संसद का इतिहास पुराना है। कभी इसी संसद के सदन लोकसभा में भारत के पहले प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरू बैठा करते थे। तब से अब लोकसभा अपने 17वें कार्यकाल के समाप्ति की साक्षी बनने वाली है। लोकसभा में सदन का नेता उस सदन में जिस दल को बहुमत मिला होता है, उस दल में से ही चुना जाता है। जो बहुमत दल होती है उसका संसदीय अध्यक्ष लोकसभा में सदन का नेता होता है।

आमतौर भारत का प्रधानमंत्री ही सदन का नेता माना जाता है। पर, यदि प्रधानमंत्री लोकसभा का सदस्य नहीं है तो वह सदन के नेता की नियुक्ति कर सकता है। बता दें कि लोकसभा की तरह राज्यसभा में भी सदन का नेता होता है। वह एक मंत्री और राज्यसभा का सदस्य भी होता है।उसको नामित भी प्रधानमंत्री द्वारा ही किया जाता है। महत्वपूर्ण तथ्य है कि संविधान में ‘सदन के नेता’ के पद का उल्लेख नहीं है बल्कि सदन के नियमावली में मिलता है।

सदन में विपक्ष का नेता कौन होता है

जब हम सदन के नेता की चर्चा करते हैं तो हमें विपक्ष के नेता के बारे में भी पता होना चाहिए। विपक्ष के नेता को ‘लीडर आफ द अपोजिशन’ भी कहा जाता है। जिस दल को सदन में विपक्षी पार्टी होने का मौका मिलता है उस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के तरफ से सदन में सदन में विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता मिलती है। विपक्ष के नेता का काम सदन के भीतर सरकार की नीतियों में कमियों के ऊपर आलोचना करना होता है। विपक्ष के नेता का पद भी संविधान में नहीं है।

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लोकसभा के ऊपर संक्षिप्त दृष्टि

भारत में द्विसदनीय व्यवस्था पायी जाती है। संसद के दो सदन होते हैं। ऊपरी सदन को राज्यसभा और संसद की लोअर हाउस को लोकसभा के रूप में जानते हैं। लोकसभा के सदस्यों का चुनाव हर पांच वर्ष में एक बार होता है। इनको इनके पार्लियामेंट्री निर्वाचन क्षेत्र से व्यस्क मताधिकार के द्वारा जनता सदन में चुनकर भेजती है। लोकसभा में कुल 543 सीटें हैं। लोकसभा का पहला चुनाव 1951-52 में हुआ था जबकि पिछला लोकसभा चुनाव 2019 में हुआ और इसका अगला चुनाव 2024 में होगा। अभी 17वीं लोकसभा का कार्यकाल चल रहा है जो कि मई 2019 में चुनी गई थी। बता दें कि पहले लोकसभा और राज्यसभा के नाम से इसके प्रसारण के लिए दो चैनल हुआ करता था, पर अब दोनों सदनों के लिए एक ही टीवी ‘संसद’ टीवी है जिसका मुख्यालय संसद में है।

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