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Pakistan : पाकिस्तान में अवैध अफगानी शरणार्थी की तादाद 17 लाख पहुंची, तंबू में गुजर बसर करने को हुए मजबूर

पाकिस्तान में 40 लाख अफगानी नागरिक रहते हैं जिसमें से अवैध रूप से रह रहे अफगानी की संख्या कुल 17 लाख है। अब पाकिस्तान में गैर कानूनी रूप से रहे अफगानी नागरिकों को उनके देश भेजा जा रहा है, और इस वजह से पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर भारी भीड़ देखा जा सकता है।

Pakistan : घर-बार और कारोबार छोड़कर पाकिस्तान से निकाले गए अफगानी नागरिक

पाकिस्तान में  40 लाख अफगानी नागरिक रहते हैं जिसमें से अवैध रूप से रह रहे  अफगानी की संख्या कुल 17 लाख है। अब पाकिस्तान में गैर कानूनी रूप से रहे अफगानी नागरिकों को उनके देश भेजा जा रहा है, और इस वजह से पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर भारी भीड़ देखा जा सकता है।

पाकिस्तान मे रह रहे अफगानी लोग  –

पाकिस्तान देश  ने अपनी सीमा क्षेत्रों में आये अफगानी शरणार्थियों के साथ भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है। अफगानिस्तान में हाल ही में हुए गतिविधियों के बाद, लगभग 17 लाख अफगानी नागरिकों ने पाकिस्तान की ओर रुख करके शरण ली है। यह शरणार्थी अपने जीवन को पाकिस्तान में तंबू में बिताने के लिए भी तैयार हैं। वैसे तो अफगानिस्तान का तालिबान के कब्जे में आने के बाद सुरक्षा को लेकर की चिंता बढ़ गई है। तालिबान के द्वारा नागरिकों के लिए नियमों की पालना और तालाबी बंधुओं के साथ कड़ी सख्ती का खौफ फैला हुआ है।

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अफगानी शरणार्थियों की जिंदगी संकट में –

हमास और इजरायल के बीच जंग की चर्चा तो हर तरफ तो हो रही है लेकिन दूसरी तरफ बिना जंग के ही 17 लाख से अधिक लोगों की जिन्दगी संकट में पड़ चुकी है।  इस अमानवीय घटना  की चर्चा बहुत कम किया जा रहा है। आप जानते है कि इस समय पाकिस्तान में रह रहे अफगान शरणार्थियों की, जिन्हें पाकिस्तानी सरकार ने जबरन देश से निकालने का काम शुरू कर दिया है। पाकिस्तान सरकार ने गैर कानूनी तौर पर रह रहे विदेशियों को 31 अक्टूबर तक देश छोड़ने को कहा था और अब  डेडलाइन खत्म होने के बाद शरणार्थियों को देश से निकाला जा रहा है। ऐसे में कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिनमें ना चाहते हुए भी लाखों अफगान शरणार्थी अपने समान को ट्रकों, बसों और अन्य वाहनों में लादकर अफगानिस्तान की तरफ जाने को मजबूर हो रहे हैं। इस वजह से पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है और लोग लंबी-लंबी कतारों में खड़े होने को मजबूर हैं। ये सभी लोग मुस्लिम हैं और दशकों से पाकिस्तान में रह रहे थे, लेकिन इनके पास पाकिस्तानी नगारिकता से जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं था। इस समय  हैरान करने वाली बात ये है कि दुनिया के किसी भी मुस्लिम देश ने इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है,और बड़े ही क्रूरता के साथ उनके घर तोड़े जा रहे हैं।

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