अमेरिका कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद का सफाया करेगा- डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद का सफाया करेगा- डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को 45वें अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। ट्रंप ने शपथ खुले आसमान में सर्द मौसम के बीच ली। इस मौके पर लगभग आठ लाख लोग मौजूद थे। जो शपथ लेते डोनाल्ड ट्रंप देखने पहुचे।
कट्टरपंथ आतंकवाद का सफाया
शपथ ग्रहण करने के बाद अपने भाषण में ट्रंप ने ‘अमेरिका फस्ट’ का नारा दिया। जोकि उनके चुनाव प्रचार का मुख्य हिस्सा था।
अपने भाषण में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन दुनिया से कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद का सफाया करेगा। साथ ही उन्होंने अमेरिकियों की नौकरियां बहाल करने का वादा किया।
अमेरिका फस्ट सरकार का मूलमंत्र
ट्रंप ने कहा कि हम पुराने गठजोड़ों को नयी ताकत देंगे। लोगों की उम्मीदों को ध्यान में रखते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका फस्ट(सबसे पहले अमेरिका)उनकी सरकार का मूलमंत्र होगा और सत्ता वाशिंगटन से जनता को हस्तांतरित की जाएग।
नवंबर में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ने अपनी प्रतिद्वंदी हिलेरी क्लिंटन को हराकर सत्ता हासिल की थी। कल ट्रंप ने अब्राहम लिंकन की बाइबल पर बायां हाथ रखकर शपथ ली और इसके साथ ही वह उस कुर्सी पर आसीन हो गए जो दुनिया में सबसे शक्तिशाली कही जाती है।
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चुनौतियों को सामना करने को तैयार
कल दिए अपने पहले भाषण में ट्रंप ने कहा कि धरती से कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद का सफाया करने का संकल्प लिया और दुनिया को विश्वास दिलाया है कि उनकी सरकार दूसरे देशों पर अपना शासन नहीं थोपेगी। उन्होंने अपने 16 मिनट के संबोधन में कहा हम साथ मिलकर अमेरिका और दुनिया की कार्यप्रणाली तय करेंगे जो आने वाली कई सालों के लिए होगी। हम चुनौतियों का सामना करेंगे। हम कठिनाईयों का सामना करेंगे लेकिन अपना पूरा करेंगे।
पिछले कुछ समय से अमेरिका में आई नौकरियों को कमी को देखते हुए ट्रंप ने कहा कि यहां नेता समृद्ध हुए है लेकिन लोगों को नौकरियां चली गई है फैक्टियां बंद हो गई है। प्रशासनिक प्रतिष्ठान ने खुद की रक्षा की, लेकिन हमारे देश के नागरिकों की रक्षा नहीं की। उनकी जीत आपकी नहीं।