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जाने इंडिया आर्मी में शामिल होने वाली पहली महिला शांति तिग्गा के बारे में

जाने कौन थी शांति तिग्गा?


शांति तिग्गा ये नाम शायद बहुत कम लोग जानते होंगे। लेकिन हम आपको बताते है कि शांति तिग्गा इंडियनर आर्मी की पहली महिला जवान थी। शांति तिग्गा ने ये मुकाम अपनी  कौशलता की बदौलत हासिल किया था। शांति तिग्गा मूल रूप से पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी की रहने वाली थीं और वो यहाँ के एक अनुसूचित जनजाती समुदाय से तलूक रखती थी। शांति तिग्गा का विवाह बहुत छोटी उम्र में हो गया था दो बच्चे होने के बाद शांति तिग्गा का पति मर गए  थे । ऐसी परिस्थिति में वो अकेले पड़ गयी थी पति की मौत के बाद शांति तिग्गा को उनके पति की नौकरी मिली। उनको रेलवे में अनुकंपा के तौर पर पॉइंट्समैन की नौकरी मिल गई। चार पांच साल नौकरी करने के बाद उनके मन में इंडियनर आर्मी में भर्ती होने की इच्छा जगी।

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शांति तिग्गा के इरादे काफी मजबूत थे

पति के मर जाने के बाद शांति तिग्गा के कंधो  पर दो बच्चों का और उनके पुरे परिवार का भर था उसके बाद भी उन्होने भारतीय सेना में भर्ती होने का फैसला किया था। इतना ही नहीं उन्होंने अपने हौसले की बदौलत बेस्ट ट्रेनी का तमगा हासिल किया था। जिसके लिए उन्हें भारत सरकार ने पुरस्कृत किया था। शांति तिग्गा के परिवार में कुछ लोग रक्षा बल में थे जिसके कारण उनको इस बारे में थोड़ी बहुत जानकारी थी। शांति तिग्गा के इरादे कितने मजबूत थे। इस बात का अनुभव आप इस बात से लगा सकते है कि 35 वर्ष की उम्र में और दो बच्चों की मां होने के बाद भी उन्होंने इंडियनर आर्मी में भर्ती होने का रिकार्ड बनाया।

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शांति तिग्गा को बेस्ट ट्रेनी क्यों घोषित किया गया था

शांति तिग्गा के इरादे कितने मजबूत थे कि उन्होंने अपने भर्ती प्रशिक्षण के दौरान पुरुष सहकर्मियों को भी पीछे पछाड़ दिया था उन्होंने अपने भर्ती प्रशिक्षण में 1. 5 किमी की दौड़ को पुरुषों के मुकाबले 5 सेकंड पहले ही खत्म कर दिया था। वही दूसरी तरफ शांति तिग्गा ने 50 मीटर की दौड़ को महज 12 सेकंड में ही पूरा कर दिया था अगर हम शांति तिग्गा के बंदूक चलाने की बात करे तो वहा भी उन्होंने पुरषों के मुताबिक काफी अच्छा प्रयास किया था। शांति तिग्गा अपनी कौशल की वजह से इंस्ट्रक्टरों को काफी प्रभावित कर चुकी थीं। शायद इसी वजह से उन्हें बेस्ट ट्रेनी घोषित किया गया था।

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