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Pregnancy: बिना पुरुषों के साथ के बच्चे को जन्म दे सकती हैं महिलाएं, बस अपनाएं ये आसान सा तरीका

Pregnancy: मेडिकल साइंस में ऐसे कई प्रचलित तरीके हैं, जिनके जरिये बिना पुरुष के संपर्क में आए कोई महिला बच्‍चे को जन्‍म दे सकती है। डॉक्‍टर्स का कहना है कि इन तरीकों को अपनाकर होने वाले बच्‍चे पूरी तरह स्‍वस्‍थ होते हैं।

Pregnancy: इन वैज्ञानिक तरीकों को अपनाकर बनें मां, पुरुष के साथ की नहीं पड़ेगी जरूरत

मां बनना एक महिला के जीवन का सबसे खूबसूरत और भावुक क्षण होता है। मां होना परमात्मा का सबसे बड़ा उपहार है। इस दुनिया की हर महिला को मां बनने का सौभाग्य मिलना चाहिए। आमतौर पर बच्‍चे को जन्‍म देने के लिए महिला और पुरुष का संपर्क में आना जरूरी है। लेकिन, विज्ञान कहता है कि अब महिलाओं को गर्भधारण के लिए पुरुषों के साथ की जरूरत बिलकुल नहीं है।

आसान भाषा में कहें तो कोई भी महिला बिना किसी पुरुष के संपर्क में आए भी आसानी से अपने बच्‍चे की मां बन सकती है। विज्ञान की इसी तरक्‍की का नतीजा है कि आजकल अकेली मां बच्चे कोू जन्म दे सकती है। मेडिकल साइंस में ऐसे कई प्रचलित तरीके हैं, जिनके जरिये बिना पुरुष के संपर्क में आए कोई महिला बच्‍चे को जन्‍म दे सकती है। डॉक्‍टर्स का कहना है कि इन तरीकों को अपनाकर होने वाले बच्‍चे पूरी तरह स्‍वस्‍थ होते हैं। तो आइए जानते हैं-

आईवीएफ

आईवीएफ यानी कि इन वीट्रो फर्टिलाइजेशन मां बनने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली तकनीक है. इसमें महिला और पुरुष दोनों के अंडे और शुक्राणुओं को प्रयोगशाला में एक साथ मिलाकर भ्रूण तैयार किया जाता है। ये भ्रूण फिर महिला के गर्भाशय में रखा जाता है। ताकि वहां पर यह विकसित हो सके। इस प्रक्रिया का इस्तेमाल उन दम्पतियों के लिए किया जाता है, जो स्वाभाविक तरीके से बच्चा पैदा नहीं कर पा रहे। आईवीएफ सफलता की दर अच्छी है और बहुत से दंपति इसकी मदद से माता-पिता बने हैं।

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आईयूआई

आईयूआई यानि इंट्रायूटराइन इनसेमिनेशन भी मां बनने का एक आसान और सस्ता तरीका है। इसमें पुरुष के शुक्राणु को सीधा महिला के अंडाशय में ही डाल दिया जाता है। यहां पर शुक्राणु और अंडे के मिलने के बाद स्वाभाविक रूप से निषेचन हो जाता है। फिर भ्रूण विकसित होकर गर्भाशय में जा टिकता है, और बच्चे को जन्म दिया जाता है। आईयूआई की प्रक्रिया आईवीएफ से काफी सस्ती और आसान है। इसलिए कई दम्पति पहले इसे ट्राई करते हैं। यदि आप भी मां बनना चाहती हैं तो यह तरीका अपना सकती हैं।

टर्की बस्टर तकनीक

टर्की बस्‍टर तकनीक के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। ये एक जल्द और आसान तरीका माना जाता है। इस तकनीक का इस्‍तेमाल ज्यादातर समलैंगिक कपल करते हैं। इसकी तुलना आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन से की जाती है। इसके स्टेप्स बहुत ही आसान हैं। स्‍पर्म को किसी जान पहचान वाले व्यक्ति या स्पर्म बैंक से हासिल किया जाता है। फिर स्पर्म को इकट्ठा करने के लिए इनसेमिनेशन सिरिंज का इस्‍तेमाल किया जाता है। इसके बाद महिला के प्राइवेट पार्ट में की डाला जाता है। फिर स्‍पर्म्‍स को अंदर ही अंदर गर्भाधाण करने दिया जाता है। इस प्रक्रिया में दर्द बिलकुल नहीं होता है।

स्प्लैश प्रेग्‍नेंसी में कैसे होती है प्रेग्‍नेंसी

कुछ पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन और महिलाओं में वेजिनीस्मस जैसी समस्या होती है। इससे दोनों को साथ आने में काफी दिक्‍कत होती है। बावजूद इसके महिला आसानी से प्रेग्‍नेंट हो सकती है। मेडिकल साइंस कहता है कि स्‍पर्म के मामूली संपर्क से भी महिला प्रेग्‍नेंट हो सकती है। स्‍प्‍लैश प्रेग्‍नेंसी तकनीक में महिला के पार्टनर से उसके प्राइवेट पार्ट के करीब इजैक्युलेशन कराया जाता है। इस तरीके से सफलता मिलने की कोई गारंटी नहीं होती है।

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सरोगेसी

सरोगेसी भी मां बनने का एक बेहतर विकल्प है। इसमें एक दूसरी स्वस्थ महिला आपकी तरफ से गर्भवती होकर बच्चे को जन्म देती है। इस प्रक्रिया में, आपके पति के शुक्राणु और आपके अंडे का इस्तेमाल करके प्रयोगशाला में एक भ्रूण तैयार किया जाता है। यह भ्रूण फिर सरोगेट मां के गर्भाशय में डाल दिया जाता है, जोकि आपकी तरफ से इस बच्चे को जन्म देती है। फिर जन्म के बाद बच्चा आपको सौंप दिया जाता है। ऐसे में यह बच्चा आप और आपके पति की ही संतान होती है।

गोद लेना

अगर आप चाहें तो मां बनने का एक और बेहद खूबसूरत तरीका गोद लेना भी है। इसमें आप किसी अनाथालय या बाल गृह से किसी मासूम बच्चे को गोद लेकर उसे अपना बना सकती हैं। गोद लेने की प्रक्रिया जरूर थोड़ी जटिल होती है, लेकिन इसका नतीजा बेहद खुशनुमा और संतोषजनक होता है। एक बेसहारा बच्चे को मां का प्यार और घर मिल जाता है। आपको भी मां बनने की खुशी। इस तरह से तो दोनों का ही कल्याण हो जाता है।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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