सेहत

Diabetes in Childrens: बच्चों में दिखने लगें ये लक्षण तो हो जाएं सावधान, कहीं डायबिटीज का संकेत तो नहीं…

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो जान तो नहीं लेती लेकिन जीने भी नहीं देती है। इस बीमारी के होने के बाद मरीज को अपनी डाइट और जीवनशैली का बहुत ज्‍यादा ख्‍याल रखना पड़ता है। बच्‍चों में भी डायबिटीज हो सकती है लेकिन अगर आप समय पर इसके लक्षणों को पहचान लें तो स्थिति को बदतर होने से रोका जा सकता है।

Diabetes in Childrens: बच्चों में बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा, नजरअंदाज न करें ये लक्षण

डायबिटीज वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ती गंभीर बीमारी है, इसका सभी उम्र के लोगों में खतरा हो सकता है। कुछ दशकों पहले तक डायबिटीज को उम्र बढ़ने के साथ होने वाली बीमारी के तौर पर जाना जाता था। हालांकि जिस तरह से लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी बढ़ती जा रही है, कम उम्र के लोगों में भी इस क्रोनिक बीमारी का निदान किया जा रहा है। इसका असर बच्चों पर पड़ रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि बढ़े हुए ब्लड शुगर के स्तर के कारण शरीर के कई अंगों पर नकारात्मक असर हो सकता है। इसलिए डायबिटीज से बचाव के लिए अलर्ट रहने की आवश्यकता है। अगर बच्चों में इसके लक्षण दिखते हैं तो बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।

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  • अगर आपके बच्चे का वजन अचानक से कम होने लगे, तो यह डायबिटीज का एक संकेत हो सकता है। हालांकि, यह लक्षण टाइप-1 डायबिटीज में ज्यादा देखने को मिलता है, लेकिन टाइप-2 डायबिटीज में भी वजन कम हो सकता है।
  • टाइप 1 डायबिटीज में खून में शुगर की मात्रा बढ़ सकती है। लेकिन कोशिकाएं इसका इस्‍तेमाल नहीं कर पाती हैं। इससे बच्‍चे को थकान और कमजोरी महसूस होती है। ज्‍यादा और बेवजह थकान और कमजोरी टाइप 1 डायबिटीज का संकेत हो सकती है। इसलिए अगर आपके बच्चे में यह संकेत नजर आ रहे हैं, तो सावधान हो जाइए।
  • ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की वजह से ज्यादा प्यास लगने की समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आपके बच्चे ने अचानक से जरूरत से ज्यादा पानी पीना शुरू कर दिया है या उसे बार-बार प्यास लगती रहती है, तो यह डायबिटीज की तरफ इशारा हो सकता है।
  • अगर आपके बच्चे को बार-बार भूख लग रही है, तो यह एक समस्या का विषय हो सकता है। डायबिटीज के लक्षणों में यह भी शामिल है कि भरपेट खाना खाने के बाद भी बच्चे को भूख लगती रहती है।
  • ब्लड शुगर बढ़ने की वजह से बार-बार प्यास लगती है, जिस कारण से अधिक यूरिनेट करना पड़ता है। बच्चों के साथ-साथ कई बार, टॉयलेट ट्रेंड होने के बावजूद, सोते वक्त बिस्तर बिस्तर गीला करने की भी समस्या हो सकती है।
  • बच्चों के मूड में अचानक बदलाव आन, जैसे चिड़चिड़ापन, बार-बार रोना, गुस्सा आना आदि नजर आए, तो यह भी डायबिटीज का एक संकेत हो सकता है।
  • अधिक बार पेशाब महसूस होना कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को संकेत माना जाता है, पर अगर अत्यधिक प्यास के साथ बार-बार पेशाब आने की समस्या महसूस होती है तो ये मधुमेह का संकेत हो सकता है।
  • अगर आपके बच्चे में इस तरह के लक्षण दिखे तो जरूर ध्यान दें। कई बार टाइप-1 डायबिटीज के संकेत बहुत स्पष्ट नहीं होते हैं, इसलिए इन लक्षणों पर ध्यान देकर आप गंभीर जटिलताओं के खतरे को कम कर सकते हैं।

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इन लक्षणों पर भी ध्यान दें

  • डॉक्टर कहते हैं, मधुमेह के कारण शरीर में कई प्रकार का जटिलताएं हो सकती हैं, इसलिए जरूरी है कि कम उम्र से ही इससे बचाव के लिए प्रयास किए जाएं।
  • मधुमेह से पीड़ित बच्चे पर्याप्त आराम करने के बाद भी थकान और सुस्ती महसूस कर सकते हैं।
  • ब्लड शुगर बढ़ने के कारण धुंधला दिखाई देने या ध्यान केंद्रित करने में परेशानी महसूस हो सकती है।
  • घाव, कट या चोट को ठीक होने में सामान्य से अधिक समय लगना भी मधुमेह का संकेत हो सकता है।
  • बार-बार संक्रमण होना, विशेष रूप से मसूड़ों या मूत्र पथ में संक्रमण होना संकेत है कि आप मधुमेह के शिकार हो सकते हैं।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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