धार्मिक

Maharana Pratap Jayanti: हल्दीघाटी के शेर को नमन, महाराणा प्रताप जयंती 2025

Maharana Pratap Jayanti: भारत के वीर योद्धाओं में महाराणा प्रताप का नाम बड़े गर्व और सम्मान के साथ लिया जाता है।

Maharana Pratap Jayanti : महाराणा प्रताप जयंती, वीरता का पर्व

Maharana Pratap Jayanti, भारत के वीर योद्धाओं में महाराणा प्रताप का नाम बड़े गर्व और सम्मान के साथ लिया जाता है। हर साल Maharana Pratap Jayanti बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है। यह दिन न केवल उनकी वीरता को याद करने का अवसर होता है, बल्कि यह हमें सच्चे देशभक्त होने की प्रेरणा भी देता है। Maharana Pratap Jayanti हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया को मनाई जाती है।

Maharana Pratap का जीवन

महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था। वे मेवाड़ के राजा उदय सिंह द्वितीय और महारानी जयवंताबाई के पुत्र थे। प्रताप बचपन से ही साहसी, स्वाभिमानी और स्वतंत्रता प्रिय थे। उनका लक्ष्य था अपनी मातृभूमि की रक्षा करना और उसे कभी किसी के अधीन न होने देना।

Read More : Janhvi Kapoor: सोशल मीडिया पर बवाल, जान्हवी ने मां Sridevi के लिए रखी बात!

हल्दीघाटी का युद्ध

मुगल सम्राट अकबर ने भारत के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया था और चाहता था कि मेवाड़ भी उसकी सत्ता को स्वीकार करे। लेकिन महाराणा प्रताप ने कभी भी अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की। उन्होंने स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपने प्राण तक की बाजी लगा दी। साल 1576 में हल्दीघाटी का युद्ध महाराणा प्रताप और अकबर की सेना के बीच लड़ा गया था। यह युद्ध भले ही निर्णयहीन रहा हो, लेकिन यह महाराणा प्रताप की वीरता और संघर्ष की मिसाल बन गया। उन्होंने अपने घोड़े चेतक की मदद से आखिरी सांस तक युद्ध किया।

जंगलों और पहाड़ों में रहकर जीवन बिताना

युद्ध के बाद महाराणा प्रताप को जंगलों और पहाड़ों में रहकर अपना जीवन बिताना पड़ा। उन्होंने परिवार सहित भूखे-प्यासे दिन गुजारे लेकिन अपनी मातृभूमि की आज़ादी के लिए कभी हार नहीं मानी। उनके इस त्याग और बलिदान की कहानी आज भी लोगों को प्रेरणा देती है। महाराणा प्रताप का निधन 19 जनवरी 1597 को हुआ। वे जीवनभर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करते रहे और आखिरी दम तक मेवाड़ को स्वतंत्र बनाए रखा।

Read More : Buddha Purnima: बुद्ध पूर्णिमा 2025, अहिंसा, शांति और संतुलन का पर्व

Maharana Pratap Jayanti का महत्व

आज भी महाराणा प्रताप को भारत का महान योद्धा और देशभक्त माना जाता है। उनकी जयंती पर स्कूलों, कॉलेजों और सामाजिक संस्थाओं में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोग उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हैं और उनके जीवन से प्रेरणा लेते हैं। महाराणा प्रताप का जीवन हमें यह सिखाता है कि सच्ची देशभक्ति में कितनी ताकत होती है। उन्होंने कभी झुकना नहीं सीखा और अपने स्वाभिमान के लिए सब कुछ त्याग दिया। Maharana Pratap Jayanti हम सबको प्रेरणा देती है कि हम भी अपने देश और कर्तव्यों के प्रति ईमानदार रहें।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button