Diwali 2025: दिवाली 2025, तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय
Diwali 2025, दिवाली भारत का सबसे बड़ा और सबसे प्रिय त्योहार है। इसे प्रकाश का पर्व कहा जाता है और यह अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है।
Diwali 2025 : दिवाली 2025, पूरे दिन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Diwali 2025, दिवाली भारत का सबसे बड़ा और सबसे प्रिय त्योहार है। इसे प्रकाश का पर्व कहा जाता है और यह अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है। हर साल कार्तिक माह के अमावस्या तिथि को दिवाली मनाई जाती है। यह पर्व धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। दिवाली केवल धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह व्यापार, घर की सफाई और पारिवारिक मिलन का भी अवसर है। इस दिन घर को दीपों और रोशनी से सजाया जाता है और माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
1. दिवाली 2025 की तारीख
इस साल दिवाली 2025 2 नवंबर, रविवार को मनाई जाएगी।
- दिवाली का दिन अमावस्या तिथि के साथ आता है।
- इस दिन घर और ऑफिस में दीप जलाए जाते हैं और पटाखों की सजावट होती है।
- यह दिन धन, सुख-समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है।
दिवाली के अवसर पर लोग अपने घर की सफाई करते हैं और सांस्कृतिक रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा और मनोरंजन का आयोजन करते हैं।

2. दिवाली का महत्व
दिवाली का पर्व धार्मिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण है। इसके महत्व को समझने के लिए इसे चार मुख्य पहलुओं में बाँटा जा सकता है:
2.1 धार्मिक महत्व
दिवाली भगवान रामचन्द्र के 14 वर्षों के वनवास से लौटने के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। अयोध्या नगरी को राम की वापसी पर दीपों से सजाया गया था, यही परंपरा आज भी पालन की जाती है।
2.2 लक्ष्मी पूजन
दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा होती है। माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
2.3 सामाजिक और पारिवारिक महत्व
दिवाली का पर्व परिवार और मित्रों के मिलन का अवसर भी है। लोग इस दिन उपहार और मिठाइयाँ साझा करते हैं।
2.4 सांस्कृतिक महत्व
दिवाली पर लोककथाएँ, गीत और नृत्य का आयोजन होता है। इसे भारतीय संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक माना जाता है।

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3. दिवाली 2025 पूजा मुहूर्त
दिवाली की पूजा में सटीक मुहूर्त का विशेष महत्व है। यह मुहूर्त शुभ समय बताता है, जब पूजा करने से अधिक लाभ और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
3.1 लक्ष्मी पूजन मुहूर्त
- दिनांक: 2 नवंबर 2025
- पूजा समय: दोपहर 5:30 बजे से रात 8:00 बजे तक
- यह समय सर्वश्रेष्ठ और शुभ माना जाता है।
3.2 दीप जलाने का समय
- दीपक जलाने का सर्वश्रेष्ठ समय शाम 6:00 बजे से 9:00 बजे तक है।
- इस समय घर के सभी कोनों में दीप जलाने से सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है।
4. दिवाली 2025 की तैयारी
दिवाली की तैयारी में कई पहलुओं का ध्यान रखना आवश्यक है:
4.1 घर की सफाई
- दिवाली से पहले घर की साफ-सफाई करना जरूरी है।
- घर की सफाई लक्ष्मी माता के स्वागत का प्रतीक है।
4.2 सजावट
- घर में दीप, लाइट और रंगोली से सजावट करें।
- यह केवल सुंदरता के लिए नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और शुभता के लिए भी महत्वपूर्ण है।
4.3 पूजा सामग्री
- पूजा के लिए लाल वस्त्र, दीपक, मिठाई, फूल, चावल और हल्दी तैयार रखें।
- लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति या फोटो स्थापित करें।
4.4 उपहार और मिठाई
- परिवार और मित्रों को मिठाई और उपहार दें।
- यह स्नेह और प्यार व्यक्त करने का माध्यम है।
5. दिवाली पर विशेष आयोजन
दिवाली के दिन कई सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं:
- मंदिरों और घरों में भजन, कीर्तन और पूजा होती है।
- शहरों और गांवों में दीपमालिका और आतिशबाजी का आयोजन किया जाता है।
- बच्चे और युवा रंगोली और पारंपरिक खेलों में भाग लेते हैं।
इस प्रकार, दिवाली सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण त्योहार है। दिवाली केवल एक पर्व नहीं, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और खुशी का प्रतीक है। दिवाली 2025 2 नवंबर को मनाई जाएगी और लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 5:30 बजे से रात 8:00 बजे तक है। इस दिन घर और परिवार को सजाकर, दीप जलाकर और लक्ष्मी-गणेश की पूजा करके आप अपने जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली ला सकते हैं।
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