पॉलिटिक्स
#RIPSheilaDixit : अपने लम्बे कार्यकाल में बदल के रख दी दिल्ली की रूपरेखा
फ्लाईओवर से लेकर मेट्रो निर्माण तक मे दिया शीला दीक्षित ने अपना योगदान
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का 81 साल की उम्र में निधन हो गया.आपको बता दे कि वह लंबे समय से बीमार थीं. उनका एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. लेकिन दिल का दौरा पढ़ने से 3 बजकर 55 मिनट पर उनका निधन हो गया.वही आज अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर उनकी बहन के घर पर रखा गया है और 12 बजे आखिरी दर्शन के लिए कांग्रेस के मुख्यालय लेकर जाया जायेगा.
ऐसे किया लम्बे कार्यकाल में दिल्ली का पूर्ण विकास
आपको बता दे कि शीला दीक्षित 3 दिसंबर 1998 को दिल्ली की मुख्या मंत्री चुनी गयी थी.इसी दौरान उनको कांग्रेस अध्यक्ष की कमान भी मिली थी.दिल्ली एक ऐसा चहेरा था जब यहाँ सड़को पर सुबह से शाम तक गाड़ियों से जाम लगा करता था. लेकिन 15 सालो तक लगातार मुख्यमंत्री बने रहने के साथ उन्होंने दिल्ली में विकास का कार्य किया और कई फ्लाइओवर भी तैयार किये. मेट्रो के निर्माण से लेकर दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स तक सभी की कामयाबी का श्रेय शीला दीक्षित को ही दिया जाता है.
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आपको बता दे की शीला दीक्षित दिल्ली की पहली ऐसी मुख्यमंत्री रही है जो 15 साल तक लगातार मुख्य मंत्री बनी .उनका जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था.शीला दीक्षित 1984 में पहली बार कन्नौज से चुनाव लड़ा था और वह यूपी के कन्नौज संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव जीत गई थीं.
आपको बता दे की शीला दीक्षित दिल्ली की पहली ऐसी मुख्यमंत्री रही है जो 15 साल तक लगातार मुख्य मंत्री बनी .उनका जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था.शीला दीक्षित 1984 में पहली बार कन्नौज से चुनाव लड़ा था और वह यूपी के कन्नौज संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव जीत गई थीं.
इसके अलावा उन्हें कई अवार्ड्स से भी नवाज़ा गया जैसे – 2009 में उन्हें NDTV द्वारा बेस्ट चीफ मिनिस्टर का अवार्ड मिला , 2010 में इंडो- ईरान सोसाइटी द्वारा दारा शिकोह के अवार्ड से सम्मानित किया गया और 2013 में जन सेवा के लिए भी अवार्ड से सम्मानित किया गया था.
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