नयनतारा सहगल और नंद भरद्वाज ने वापस लिए अपने अकादमी पुरुस्कार
भारत में असहिष्णुता के खिलाफ लेखकों द्वारा लौटाए जा रहे साहित्य अकदामी अवॉर्ड का चलन अब शायद थमता दिख रहा है। साहित्य अकदामी अवॉर्ड को लोटने वाले कुछ लेखक अब अपने अवार्ड वापस लेने लगे है, इनमें नयनतारा सहगल और नंद भरद्वाज का नाम शामिल है। इन दोनों ने ही हाल में ही अपना अवॉर्ड वापस ले लिया है।
इन दोनों लेखकों ने इस बात की पुष्टि अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स से साथ बातचीत में की। पंडित जवाहर लाल नेहरू की भांजी नयनतारा सहगल अवॉर्ड लौटाने वाले पहले साहित्यकारों में से एक थीं।
नयनतारा सहगल और नंद भरद्वाज, ये दोनों साहित्यकारों का अवार्ड वापस लेना, शायद साहित्य जगत में सभी साहित्यकारों के लिए आदर्श बने। लेकिन इसी के साथ लेखक नंद भारद्वाज ने बताया की इस पूरे मसले पर साहित्य अकादमी की प्रतिक्रिया से वह संतुष्ट हैं। इसलिए उन्होंने अपना अवॉर्ड वापस ले लिया है।
नयनतारा सहगल ने बताया की अकादमी की तरफ से उन्हें एक पत्र मिला है इसमें लिखा गया है की “लौटाया हुआ अवॉर्ड रिसीव करना हमारी नीति के खिलाफ है. इसलिए हम यह अवॉर्ड आपको वापस भेज रहे हैं।”