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Parenting Tips : आपका बच्चा अगर पढ़ाई से दूर भागता है, तो अपनाएं ये खास टिप्स

बच्चे अक्सर 2 या 3 घंटे से पढ़ने बैठते हैं तो उनका 1 या 2 घंटे बाद ही ध्यान आसपास भटकने लगता है। ऐसे में माता-पिता कुछ टिप्स ध्यान में रखकर बच्चों का फोकस बनाए रख सकते हैं।

Parenting Tips : बच्चे का पढ़ते समय ध्यान ना भटके इसके लिए आजमाएं ये पांच तरीके


बच्चे अक्सर 2 या 3 घंटे से पढ़ने बैठते हैं तो उनका 1 या 2 घंटे बाद ही  ध्यान आसपास भटकने लगता है। ऐसे में माता-पिता कुछ टिप्स ध्यान में रखकर बच्चों का फोकस बनाए रख सकते हैं।

बच्चों को पढ़ाने के बेहतर तरीके –

जब परीक्षाओं के दिन चल रहे होते हैं और ऐसे में माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता यही होती है कि बच्चे जो कुछ पढ़ रहे हैं वो उन्हें याद रहे। और बच्चे मन लगाकर पढ़ाई कर अच्छी तरह से करें। लेकिन आजकल के  बच्चे पढ़ने बैठते हैं, तो आधे से ज्यादा समय उनका ध्यान आस-पास ही  भटकता रहता है और मोबाईल के तरफ ज्यादा होती है और पढ़ाई में कम ही मन लगता है। ऐसे में बच्चों का ज्यादातर समय पढ़ने की जद्दोजहद में खर्च हो जाता है बजाय में पढ़ाई करने के।  ऐसे में माता-पिता  बच्चों की मदद कर सकते हैं। यहां ऐसे ही कुछ तरीके दिए जा रहे हैं जिनकी मदद से बच्चे पढ़ाई में बेहतर ढंग से ध्यान लगा पाएंगे और फोकस के साथ पढ़ भी पाएंगे।

पढ़ते समय बीच-बीच में लें ब्रेक –

जब बच्चे पढ़ाई कर रहे हो तो बीच-बीच में बच्चे को ब्रेक भी देते रहें। दें।  25 मिनट पढ़ाई के बाद 5 से 10 मिनट का ब्रेक करें और फिर पढ़ने के लिए बिठाएं।  इससे पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित बेहतर तरह से होता है, और बच्चा पढ़ते-पढ़ते बोर भी नहीं होता है।

मोबाइल फोन में न लगने दें –

अगर बच्चा पढ़ रहा है तो उसके आस-पास फोन लेकर आप बिलकुल ही ना बैठें। ऐसा ना हो कि आप फोन में लगे हुए हैं और बच्चे को पास बैठाकर पढ़ने के लिए कह रहे हो। इससे उसका फोकस बिगड़ जाएगा। आप या तो दूर बैठें या आप भी कुछ पढ़ने के लिए साथ में बैठे। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चों के पास  भटकने वाली चीजें ना रखें। उनके सामने से वो हर चीज हटा दें जो उनका ध्यान भटकाता हो। जैसे फोन को दूर रखें, खिलौने को हटा दें।

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बच्चों का बनाएं एक खास रूटीन –

जब बच्चे को पढ़ने बैठा रहे हैं, तो उसका एक निश्चित रूटीन और टाइम टेबल बनाए जिसमें उसे पढ़ाई करनी है। जब वह खेल रहा है, तब उसे पकड़कर बैठाएंगे तो उसका ध्यान खेल पर ही रहेगा। इसलिए पूरे दिन का एक टाइम टेबल बनाएं ताकि पढ़ने से पहले वह खेलकूद भी खत्म कर ले।

कराएं एक्टिविटी लर्निंग –

सिर्फ किताब से एक ही तरह से पढ़ते रहने से बच्चे का मन ऊबने लगता है, और ध्यान किताब से हट जाता है।  इसीलिए उसे एक्टिविटीज वगैरह कराते हुए ही पढ़ाएं। इससे बच्चे को कठिन चीजें भी बेहतर तरह से समझ आ जाती हैं, और याद भी हो जाती हैं। किसी भी बच्चे की कमी निकालने से उनका मन उदास हो जाता है। फिर बच्चों को ऐसा लगने लगता है कि उनमें सिर्फ कमियां है और वो कुछ अच्छा नहीं कर सकतें है, इसलिए समय-समय पर बच्चों का उत्साह बढ़ाते रहे, उनकी अच्छे काम की भी सराहना करते रहना चाहिए।

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