Indian wedding: जानें क्या भारतीय शादी से जुड़े इन अंधविश्वास पर आप आज भी करते है भरोसा ?
Indian wedding: शादी की 4 अंधविश्वास वाली बातें जिस पर आज के मॉडर्न जमाने में विश्वास करना है थोड़ा मुश्किल
Indian wedding: ये बात तो हम सभी लोग जानते हैं कि हमारे देश में लगभग हर 10 किलोमीटर की दूरी पर लोगों की भाषा और उनके कपड़े पहनने का तरीका अलग हो जाता है। यहां तक की उनका शादी में निभाएं जाने वाली रस्में भी काफी अलग होती हैं। लेकिन बता दें कि हमारे देश में भले ही शादी की रस्में अलग-अलग होती होगी लेकिन उसके बाद भी हमारे पूरे देश में हर जगह शादी को काफी ज्यादा महत्व दिया जाता है।
आपने देखा होगा कि हमारे देश में एक तरफ तो पूरा परिवार नव विवाहित जोड़े के लिए खुशियों की कामना कर रहा होता है साथ ही साथ वो शुभ अशुभ का भी पूरा ख्याल रखा रहे होते है। इसीलिए हमारे देश में शादी की रस्में शुरू होने के साथ ही अंधविश्वास भी शुरू हो जाता है। जिसका आज के समय पर कोई लेना देना नहीं होता है। लेकिन हमारा मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि शादी से जुड़ी इन बातों का कोई मोल नहीं है लेकिन हम ये जरूर कहेंगे की आज के मॉडर्न जमाने में ऐसी बातों पर विश्वास करना थोड़ा मुश्किल होता है।
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शादी के दिन बारिश होना
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार नसीब वाले लोगों की शादी में ही बारिश होती है। यही कारण है कि हमारे वहां शादी के दिन बरसात होना अच्छा माना जाता है। कहा जाता है कि जिन लोगों की शादी में बारिश होती है उन लोगों का शादीशुदा जीवन खुशियों से भरा होता है साथ ही साथ दूल्हा-दुल्हन की आपस में अच्छी पटती है। लेकिन वही कुछ ऐसे इलाके भी है जहां शादी वाले दिन बारिश का होना शुभ नहीं माना जाता है। माना जाता है कि जो लड़की कढ़ाई में खाना खाती है, उसकी शादी में बारिश होती है। यही कारण है कि लड़कियों को ऐसा करने से मना किया जाता है।
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विदाई के समय रोना
आपने देखा होगा कि आज भी अक्सर लड़कियां अपनी शादी पर रोती है इसका मुख्य कारण है कि वह अपने माता-पिता से अलग हो रही होती हैं। लेकिन वहीं कुछ लोगों का मानना है कि विदाई के समय लड़की का रोना एक परंपरा है, इससे लड़की की शादीशुदा जिंदगी के लिए सौभाग्य माना जाता है। उनका मानना होता है कि इसके बाद लड़की को आंख से एक भी आंसू नहीं बहाना पड़ेगा।
एक दूसरे को नहीं देखना: हमारे देश में शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन का एक दूसरे को न देखना ये बात इस तरह से घर कर चुकी है कि लड़की की शादी पक्की होने से लेकर बारात आने तक उसको हर पल उससे बताया जाता है कि वह जयमाल से पहले अपने दूल्हे को नहीं देख सकती है। बता दें कि हमारे देश में यह अंधविश्वास उस समय से ही चला आ रहा है जब से हमारे देश में अरेंज मैरिज हो रही है।
पुरानी कहावतों के अनुसार अगर दूल्हा-दुल्हन ने शादी से पहले एक-दूसरे को देख लिया, तो कुछ न कुछ अपशगुन हो जाता है। लेकिन आज के मॉडर्न जमाने में जहां डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन चल पड़ा है, तो वहां यह अंधविश्वास थोड़ा कमजोर होता दिखाई दे रहा है। आज के समय पर दूल्हा-दुल्हन न सिर्फ शादी की रस्में साथ करते नजर आते है बल्कि शादी के हर मूमेंट को साथ एन्जॉय करते भी नजर आते हैं।