Karnataka election: कर्नाटक में बजरंग दल ‘बैन’ मुद्दा- BJP के लिए गेम चेंजर या कांग्रेस की मुस्लिम वोट साधने की कवायद
पीएम मोदी की ताबड़तोड़ रैलियों के जरिये भाजपा मतदाताओं का ध्यान आकर्षित कर सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है।
Karnataka election: कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार-पलटवार
कर्नाटक विधानसभा चुनाव अंतिम चरण में पहुंच गया है। चुनाव में बजरंग दल का मुद्दा एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार – पलटवार का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस की ओर से मंगलवार को जारी किए गए घोषणापत्र में वादा किया गया है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर बजरंग दल जैसे धार्मिक संगठनों पर रोक लगाई जाएगी। कांग्रेस की ओर से यह वादा किए जाने के बाद ही भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं प्रधानमंत्री ने इसे अपने चुनावी अभियान में केंद्र बिंदु बनाया।
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
दरअसल, पिछले एक सप्ताह के दौरान चुनावी अभियान में एक उलटफेर की उम्मीद की जा रही थी. कई कारणों से राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ एक भावना दिखाई दे रही थी। लेकिन, जब कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो की घोषणा की और उसमें बजरंग दल-पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के बारे में वादा किया तो बीजेपी ने इसे तुरंत मुद्दा बनाया और बजरंग दल पर प्रस्तावित प्रतिबंध और इसे हनुमानजी के साथ जोड़कर एक अभियान के रूप उठाना शुरू कर दिया।
‘कांग्रेस की मुसलमानों के बीच मजबूती की पहल?’
कांग्रेस की रणनीति मुसलमानों अपने समर्थन और उनके वोटों को अपने पक्ष लाने की हो सकती है। कांग्रेस चाहती है जो जेडीएस और बीजेपी का कर रहे है उन्हें अपने समर्थन में लाया जाए। एसडीपीआई ने पहले ही समुदाय से एक ऐसे उम्मीदवार का समर्थन करने का आह्वान किया है, जो बीजेपी के उम्मीदवार को हरा सकता है। कांग्रेस को इस तरह से अपने घोषणापत्र में लिख कर लोगों की धार्मिक आस्था को आहत किया है। कांग्रेस अल्पसंख्यकों के बीच अपना पक्ष मजबूत करने में लगी है, ताकि इनके वोट कांग्रेस पार्टी को मिल सके।
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बीजेपी ने कांग्रेस के मुद्दे पर किया पलटवार
कांग्रेस पार्टी अपने राज्य के मुद्दो से अपना ध्यान एक व्यापक राष्ट्रीय बहस पर केंद्रित करने के लिए मजबूर हो सकती है। कुछ महीनों से देखा जा रहा है कि कांग्रेस चुनाव का एजेंडा सेट कर रही है और बीजेपी उस पर वार कर रही है। बजरंग दल के मुद्दे ने बीजेपी को पहल करने का मौका दिया और कांग्रेस को अपने रुख का बचाव करने की स्थिति में धकेल दिया।
कर्नाटक में कितनी सीटों है पर चुनाव
आपको बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए एक ही चरण में मतदान 10 मई को होगा और 13 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे। यहां पिछली बार मई 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे। कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटें हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस ने 80 और जेडीएस) ने 37 सीटें जीती थीं। हालांकि, किसी दल को बहुमत नहीं मिला था।
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