Delayed Flight: अगर किसी वजह से आपकी फ्लाइट हो गई हैं लेट, तो कंपनी के तरफ से मिलेगी ये सुविधा
उत्तर भारत में सर्दी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि, अभी ढंग से कोहरा नहीं उतरा है। लेकिन स्मॉग के कारण भी पिछले दिनों फ्लाइट डिले हुई थी। दरअसल, इन दिनों उत्तर भारत में कम विजिबिलिटी के कारण फ्लाइट्स की देरी आम बात है। इसी को ध्यान में रखते हुए डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयरलाइंस को यह निर्देश जारी किया है।
Delayed Flight: अगर चार घंटे से ज्यादा लेट हुई फ्लाइट, तो यात्रियो को भोजन की भी मिलेगी सुविधा
Delayed Flight: कोहरे का मौसम आने ही वाला है। ऐसे में ट्रेन तो घंटों लेट चलती ही है, फ्लाइट भी डिले (Delayed Flight) हो जाती है। अक्सर देखा जाता है कि डिलेड फ्लाइट में एविएशन कंपनियां यात्रियों को उनके हाल पर छोड़ देती हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। केंद्र सरकार के तहत काम करने वाले डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन या डीजीसीए (DGCA) ने एयरलांइस पर नकेल कस दी है। अब जैसे ही फ्लाइट डिले होना शुरू हुआ, उन्हें यह काम करना होगा।
सर्दी की हो चुकी है शुरुआत
उत्तर भारत में सर्दी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि, अभी ढंग से कोहरा नहीं उतरा है। लेकिन स्मॉग के कारण भी पिछले दिनों फ्लाइट डिले हुई थी। दरअसल, इन दिनों उत्तर भारत में कम विजिबिलिटी के कारण फ्लाइट्स की देरी आम बात है। इसी को ध्यान में रखते हुए डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयरलाइंस को यह निर्देश जारी किया है।
क्या कहा है डीजीसीए ने
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शुक्रवार को एक्स पर डीजीसीए के निर्णय की जानकारी दी। इसमें कहा गया है कि एयरलाइंस को फ्लाइट्स में देरी के दौरान यात्रियों को कुछ सुविधाएं देनी ही होंगी। फ्लाइट अपने तय समय से दो घंटे तक लेट होती है तो यात्रियों को पीने का पानी देना होगा। उड़ान में दो घंटे से चार घंटे की देरी होती है तो पैसेंजर्स को चाय-कॉफी के साथन स्नैक्स या रिफ्रेशनमेंट उपलब्ध कराना होगा। यदि फ्लाइट चार घंटे से ज्यादा लेट होती है तो उन्हें भोजन (Meal) उपलब्ध कराना होगा।
बीसीएएस ने भी की आसानी
इसके अलावा, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने भी यात्रियों की एक और बड़ी समस्या का समाधान किया है, जो सर्दियों में फ्लाइट देरी के दौरान एयरक्राफ्ट में फंसे रहने से जुड़ी थी। अब अगर मौसम वा तकनीकी कारणों से फ्लाइट देरी होती है, तो यात्रियों को विमान में ही बैठे नहीं रहना होगा। वे इस दौराना आसानी से विमान से उतर सकते हैं। वे आराम से एयरपोर्ट पर बैठेंगे। जब फ्लाइट उड़ने के लिए तैयार होगी तो वे फिर से आसानी से चढ़ (Re entry) पाएंगे। इसके लिए एक प्रक्रिया तैयार की गई है और संबंधित अधिकारियों के साथ इसका ड्रिल भी किया जा रहा है।
यात्रियों की परेशानी कम करने का प्रयास
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के एक अधिकारी का कनहा है कि इन प्रावधानों का उद्देश्य विस्तारित प्रतीक्षा समय के दौरान यात्रियों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करते हुए यात्री अनुभव को बेहतर बनाना है। इस बात को सभी जानते हैं कि कोहरे के दिनों में दिल्ली हवाई अड्डे पर पैसेंजर्स को विमान के अंदर कभी कभी अंतहीन प्रतीक्षा करना पड़ता है। जब कोहरा छंटता है और विजिबिलिटी ठीक होती है, तभी फ्लाइट का टेक-ऑफ हो पाता है। ऐसे में पैसेंजर्स को विमान के अंदर बैठे रहने की बाध्यता नहीं होगी।
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