Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the hustle domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
Chandrayaan - 3 : चंद्रयान 3 ने चांद को लेकर दी बड़ी जानकारी, दक्षिणी ध्रुव पर तापमान का लगा पता
भारत

Chandrayaan – 3 : चंद्रयान 3 ने चांद को लेकर दी बड़ी जानकारी, दक्षिणी ध्रुव पर तापमान का लगा पता

चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर में लगे चास्टे उपकरण ने चंद्रमा के तापमान से जुड़ी पहली जानकारी भेजी है। इसके अनुसार चंद्रमा पर अलग-अलग गहराई पर तापमान में काफी अंतर है।

Chandrayaan– 3 : जानिए विक्रम लैंडर पर लगे चास्टे पेलोड से हमें क्या पता चला?


चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद इतिहास में पहली बार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में नई जानकारियां सामने आई है। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचकर अंतरिक्ष विज्ञान में सफलता की एक नई परिभाषा लिखने के बाद लैंडर और रोवर में लगे पेलोड ने अब चांद के तापमान के बारे में बताया है।
Chandrayaan – 3 : चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर में लगे चास्टे उपकरण ने चंद्रमा के तापमान से जुड़ी पहली जानकारी भेजी है। इसके अनुसार चंद्रमा पर अलग-अलग गहराई पर तापमान में काफी अंतर है। चंद्र सतह जहां करीब 50 डिग्री सेल्सियस जितनी गर्म है, वहीं सतह से महज 80 मिमी नीचे जाने पर तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है।

कुछ विशेषज्ञों का दावा है कि…

आपको बता दें कि चंद्रमा की सतह एक ऊष्मारोधी दीवार जैसी है, जो सूर्य के भीषण ताप के असर को सतह के भीतर पहुंचने से रोकने की क्षमता रखती है। कुछ विशेषज्ञों का दावा है कि यह एक संकेत भी है कि चंद्र सतह के नीचे पानी के भंडार हो सकते हैं। इसरो ने रविवार को इस नई जानकारी के बारे में लिखा, विक्रम लैंडर ने चंद्र सरफेस थर्मो फिजिकल एक्सपेरिमेंट यानी चास्टे उपकरण ने दक्षिणी ध्रुव के निकट चंद्रमा की ऊपरी परत के तापमान की प्रोफाइल बनाई है। इसके जरिये चंद्रमा की सतह के तापीय व्यवहार को समझने में मदद मिल सकती है।

विक्रम लैंडर पर लगे चास्टे पेलोड से हमें क्या पता चला?

1 .इसरो ने जो ग्राफ शेयर किया है उसके अनुसार चंद्रमा की सतह का तापमान 70 डिग्री सेल्सियस है।
2. गहराई में जाने पर तापमान तेजी से गिरता है। 80 मिलीमीटर भीतर जाने पर तापमान -10 डिग्री तक गिर      जाता है।
3. दूसरे शब्दों में कहें तो ऐसा लगता है कि चंद्रमा की सतह गर्मी   को बनाए रखने में सक्षम नहीं है।

चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में यह पहली ऐसी जानकारी सामने आई

इसरो ने बताया कि प्रस्तुत ग्राफ विभिन्न गहराई पर चंद्र सतह या सतह के तापमान में भिन्नता को दर्शाता है, जैसा कि जांच के दौरान दर्ज किया गया था। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में यह पहली ऐसी जानकारी सामने आई है। इसका विस्तृत अध्ययन अभी जारी है। इसरो द्वारा जारी ग्राफ में दिखाया में दिखाया गया है कि ChaSTE पेलोड जैसे-जैसे गहराई की ओर बढ़ता है चंद्रमा की सतह के तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com 

Back to top button