Sri Lanka Crisis Updates: राजपक्षे के इस्तीफे से लेकर देशभर में कर्फ्यू तक, यहाँ जानें श्रीलंका की 10 बड़ी अपडेट्स
Sri Lanka Crisis Updates: सत्ताधारी सांसद ने खुद को मारी गोली,अब क्या होगा श्रीलंका का?
Highlights-
. 9 अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं।
.ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकार के पास आयात के लिए धनराशि खत्म हो गई है।
. आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है।
Sri Lanka Crisis Updates: श्रीलंका 1948 में अंग्रेजों से आजाद होने के बाद अब तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है। आपको बता दें कि 9 अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकार के पास आयात के लिए धनराशि खत्म हो गई है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है। हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
1. सत्ताधारी पार्टी के सांसद ने अपनी जान गंवाई
श्रीलंका में सरकार और प्रदर्शनकारी के बीच हो रहे झड़प में सत्ताधारी सांसद के मौत की खबर आई है। खबर है कि श्रीलंकाई संसद ने एक प्रदर्शनकारी को गोली मार दी और फिर खुद अपनी जान लेली। पुलिस के अनुसार पोलोन्नरुवा जिले से श्रीलंका पोदुजना पेरामुना के सांसद अमर कीर्ति अतुल करेला सरकार विरोधी लोगों ने घेर लिया था। वहाँ उपस्थित लोगों का दावा है कि सासंद के गाड़ी से गोली चली थी और जब गुस्साई भीड़ ने उन्हें गाड़ी से उतारा तो वह भागकर एक इमारत में छुप गए। लोगों का कहना है कि सांसद ने खुद अपनी रिवॉल्वर से गोली चलाकर आत्महत्या कर ली।
2. प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे का घर फूंका गया
श्रीलंका में सरकार के विरोध में लोगों का गुस्सा तेज होता ही जा रहा है। आपको बता दें कि सोमवार को प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद आक्रोशित भीड़ ने राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर हमला कर दिया। हज़ारों प्रदर्शनकारियों नें आवास के मुख्य द्वार को तोड़ दिया और वहां स्थित एक ट्रक में आग लगा दी। गुस्साई भीड़ को कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस से लेकर हवाई फायरिंग तक सब की गई।
3. हिंसा में कुछ लोगों ने गँवाई जान, 200 लोग जख्मी
श्रीलंका में हुई हिंसक झड़प में सत्ताधारी पार्टी के एक सांसद समेत 3 लोगों के मारे जाने और 150 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। आपको बता दें कि सत्ताधारी के समर्थकों ने निहत्थे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला कर दिया। इसके बाद हिंसा और आगजनी चालू हो गये।
4. प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा
श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है। श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे भीषण आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इसका रिजल्ट है कि देश में राजनीतिक संकट भी पैदा हो गया है। आपको बता दें कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री राजपक्षे ने अपना इस्तीफा श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को सौंपा है। श्रीलंका के राजनीति में अभी इतनी उथल – पुथल है इसके अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि महिंदा राजपक्षे के बाद उनके मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री ने भी राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि देश के प्रधानमंत्री से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक ने इस्तीफा दे दिया है इसके पीछे की बड़ी वजह क्या है।
आपको बता दें कि सरकार के विरोध में आर्थिक संकट को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक झड़प के बाद दिया है। प्रधानमंत्री ने पद से इस्तीफा देने के बाद आम जन से संयम बरतने को कहा है। महिंदा राजपक्षे ने ट्वीट कर आम जन तक यह संदेश पहुंचाया कि जब भावनाएं उच्च स्तर पर चल रही है, हमें यह याद रखना चाहिए कि हिंसा केवल हिंसा को जन्म देगी। उन्होंने आगे ट्वीट में लिखकर कहा कि हम जिस आर्थिक संकट में हैं, उसे एक आर्थिक समाधान की जरूरत है। उन्होंने आर्थिक संकट के समाधान के लिए प्रशासन को प्रतिबद्ध बताया।
Sri Lanka's Prime Minister Mahinda Rajapaksa resigned amid the island nation's worst economic crisis in history that has led to widespread protests https://t.co/at2DahWy1E pic.twitter.com/BGmALR4XrP
— Reuters (@Reuters) May 9, 2022
5. देशभर में लगा कर्फ्यू
देश की राजधानी कोलंबो में भड़की हिंसा के बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। आपको बता दें कि प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने की पूरी मशक्कत की गई। लेकिन काफी कोशिशों के बाद पुलिस भीड़ पर काबू नहीं कर पाई। इसलिए पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया। देश में स्कूल, कॉलेज समेत तमाम सरकारी और निजी संस्थान बंद है।
6. आर्थिक संकट के बीच राजनीतिक अस्थिरता
यह तो आपको पता ही होगा कि श्रीलंका एक गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसके अलावा देश की राजनीति में भी तूफान आ गया है। देश में आये आर्थिक संकट के बीच सरकार राजनीतिक संकट का सामना कर रही है। आपको बता दें कि श्रीलंका के विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। आपको बता दें कि श्रीलंका के राष्ट्रपति पर अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से न समझने के का आरोप लगाया गया था। विपक्षी दल देश के आर्थिक संकट से निकालने के लिए अंतरिम सरकार के गठन की माँग कर रहे थे।
7. श्रीलंका की अर्थव्यवस्था सबसे बड़े संकट में
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। श्रीलंका अब तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है। महंगाई अपने चरम पर है। देश की जनता को पाई – पाई का मोहताज होना पड़ रहा है। मूलभूत संसाधनों के लिए घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। एक अंडे के लिए 30 और एक किलो आलू के लिए 380 रुपए देने पड़ रहे हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि पेट्रोल पंप पर सेना की तैनाती करनी पड़ रहे हैं। खाने – पीने के साथ – साथ कागज की भी देश में कमी हो गई है इसलिए सरकार के लिए देश में परीक्षा करना एक चुनौती हो गई है।
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8. गृह युद्ध छिड़ने की आशंका
श्रीलंका की सरकार वहाँ की स्थिति पर काबू पाने में नाकाम साबित हो रही है। श्रीलंका की खराब स्थिति लगातार श्रीलंका में गृहुद्ध की ओर इशारा कर रहें हैं। देश में खाने – पीने की चीजों में कमी से लेकर दवाओं की कीमतों का आसमान छुना किसी बहुत बड़े गृह युद्ध की ओर इशारा कर रहा है। प्रदर्शनकारी और सरकार विरोधी भीड़ आक्रामक स्थिति में है और इससे जो आशंका जताई जा रही है वो काफी चिंताजनक है।
9. भारत कर रहा है श्रीलंका की मदद
भारत एक बार फिर पड़ोसी और अच्छे मित्र होने का रोल अदा कर रहा है। आपको बता दें कि वित्तीय मदद के अलावे भारत श्रीलंका को और भी दूसरी मदद भेज रहा है। बांग्लादेश ने भी श्रीलंका को जो कर्ज दिया था, उसने कर्ज की अदायगी की सीमा एक वर्ष बढ़ा दी है।
10. सांतवे आसमान पर मँहगाई
पिछले दिनों ही सरकार ने जो जानकारी साझा की थी उसमें कहा गया था कि देश में मार्च में मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 21.5 प्रतिशत तक हो गई है। रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल में भारत श्रीलंका को 214 अरब डॉलर की मदद कर चुका है।