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Earthquake Update: भूकंप के झटके से लोगों में मची खलबली

Earthquake Update: Delhi-Ncr में बीती रात लगे भूकंप के तेज झटके 

Highlights: 

  • बीती रात दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके आए
  • इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में हिंदु कुश एरिया था
  • पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी इसके झटके आए

Earthquake Update : बीते मंगलवार की रात पूरी Delhi-NCR चैन की नींद सो न सकी। कारण वही प्राकृतिक आपदा। कल रात करीब 10 बजे के बाद दिल्ली- एनसीआर में कई सेकंड तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। बताया जाता है कि इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर करीब 6.7 आंकी गई। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान बताया जा रहा है। वहीं, भारत में भूकंप दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य जगहों पर महसूस किए गए। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोगों को अपने घरों और बिल्डिंग्स से बाहर निकल कर आना पड़ा। दिल्ली के खान मार्केट में इस भूकंप के कारण स्थानीय निवासियों में भय बन गया।

सूत्रों के मुताबिक इस भूकंप का असर पाकिस्तान और अफगानिस्तान में और भी भयानक रहा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात घाटी क्षेत्रों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान में आए करीब 6.7 तीव्रता के भूकंप के कारण बताया जा रहा है कि 10 लोगों की मौत हो गई और करीब 100 लोग घायल हो गए।

दरअसल इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान था। अफगानिस्तान में आए भूकंप के तेज झटके का असर न सिर्फ भारत में बल्कि पाकिस्तान में भी देखने को मिला। सेकेंडों तक रहने वाले इस भूकंप की तीव्रता को यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे ने 6.5 आंकी है। उधर, पाकिस्तान में में भी करीब दो लोगों के मरने की खबर मिल रही है। वहां भी इस भूकंप के कारण लोगों में दहशत फैल गई है। दहशत के कारण लोगों को अपने घरों से बाहर भागना पड़ा। वहां के अनुसार भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान हिंदु कुश का एरिया था। इस भूकंप की गहराई 180 किमी बताया जा रहा है।

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पेरू और इक्वाडोर में भी आए थे भूकंप के झटके

अभी मात्र कुछ दिनों पहले ही दक्षिणी अमेरीकी देशों पेरू और इक्वाडोर में आए तेज भूकंप के कारण कुछ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। यह भूकंप इतना शक्तिशाली था कि कई बिल्डिंग्स क्षतिग्रस्त हो गई। इक्वाडोर में तो हालत और भी भयानक था। क्षतिग्रस्त बिल्डिंग्स के साथ कुचले हुए वाहनों और ढ़ेर पड़े मलबों को देखा जा सकता था। वहां भी यूनाइटेड स्टेट के जियोलॉजिकल सर्वे में भूकंप की तीव्रता को 6.8 मापा गया था। स्थानीय खबरों के अनुसार इसका सेंटर पेरू बताया गया था।

भूकंप पर एक संक्षिप्त दृष्टि

भूकंप या भूचाल पृथ्वी के सतह को हिलने को कहते हैं। बताया जाता है कि जब पृथ्वी के स्थलमंडल में ऊर्जा अचानक मुक्त होने लगती है तो उसके कारण उत्पन्न होने वाली भूकंपीय तरंगों के वजह से भूकंप आता है। भूकंप की प्रकृति अलग- अलग हो सकती है। यह इतने भयानक होते हैं कि कुछ ही क्षणों में तबाही मचा सकते हैं और कभी-कभी तो पूरे एरिया को तहस-नहस कर सकते हैं। भूकंप मापी यंत्र को सीस्मोग्राफ कहा जाता है। भूकंप यदि 3 रिक्टर तक है तब यह नॉर्मल हो सकता है,पर यह 7 रिक्टर या उससे ऊपर आता है तब यह बड़े एरिया में घातक हो सकता है। जनजीवन को काफी क्षति हो सकती है। इसके झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया किया जाता है। समुद्री गतिविधियों में भूकंप के प्रभाव में ‘सूनामी’ जैसी तबाही की झलक दिखती है। यह प्राकृतिक आपदा है। हमें प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना चाहिए और इसके दोहन को लेकर जागरूकता फैलानी चाहिए।

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