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World Heart Day 2024: क्यों युवाओं में भी बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा? दिल को दुरुस्त रखने के लिए ये रूटीन करें फॉलो, डायबिटीज रोगी और भी रहें सतर्क

World Heart Day 2024: आजकल ज्यादातर लोग बहुत ही कम उम्र में दिल से संबंधित बीमारियों के भी शिकार हो रहे हैं। ऐसे में खुद को स्वस्थ रखने के लिए दिल को हेल्दी रखना बहुत जरूरी हो गया है।

World Heart Day 2024: बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर दिल को पहुंचाए नुकसान, ज्यादा टेंशन लेने से भी रहता है हार्ट अटैक का खतरा

पहले हार्ट अटैक के मामले अधिक उम्र के लोगों में ही देखने को मिलते थे। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में यह जिस तेजी के साथ युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है, उसकी वजह से भारत का हर दूसरा युवा इससे चिंतित है। बदलती जीवनशैली, खराब खान-पान और तनाव भरी जिंदगी ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है। आपने अक्सर सुना होगा कि दिल का दौरा ज्यादातर बुजुर्गों को होता है, लेकिन आजकल युवाओं में भी दिल से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में हर युवाओं के जहन में महज यही सवाल रहता है कि आखिर अपनी लाइफस्टाइल में ऐसे कौन से फेरबदल करें, जिससे हार्ट अटैक से खुद को महफूज रखा जा सके। आपको बता दें कि 29 सितंबर को लोगों में हार्ट के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से World Heart Day मनाया जाता है। तो आज हम आपको अपने इस लेख में बताने जा रहे हैं कि दिल को कैसे दुरुस्त रखा जा सके। हमें क्या अपने जीवन में अपने बदलाव करना चाहिए तो आइए विस्तार से जानते हैं।

बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर दिल को पहुंचाए नुकसान World Heart Day 2024

दिल के रोगों के लिए मुख्यरूप से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने को प्रमुख कारक माना जाता है। हाई ब्लड प्रेशर को ‘साइलेंट किलर’ के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह आमतौर पर लक्षण पैदा नहीं करता है। उच्च रक्तचाप की स्थिति में हृदय को रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। लंबे समय तक बनी रहने वाली ये समस्या हृदय के पंपिंग कक्ष की दीवारें मोटी कर देती है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर से होने वाले दबाव के कारण हृदय तक रक्त ले जाने वाली वाहिकाओं के फटने का भी खतरा रहता है जो हृदय की गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकती है। हार्ट अटैक के लिए भी इसे ही प्रमुख कारक माना जाता है।

कोलेस्ट्रॉल को रखें कंट्रोल

हाई ब्लड प्रेशर की ही तरह से हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण भी हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है। असल में उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण रक्त वाहिकाओं की दीवारों में फैट जमा होने लग जाती है जिससे धमनियों में रक्त का प्रवाह बाधित हो जाता है। ये जमा पदार्थ टूटकर थक्के बना सकते हैं, ऐसे में हृदय तक खून का संचार कम या रुक सकता है जो दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी समस्याओं को जन्म देती है।

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न लें ज्यादा टेंशन

अगर आपको लगता है कि सिर्फ कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर बढ़ने से ही हार्ट को नुकसान होता है तो जरा सावधान हो जाइए। अगर आप अक्सर तनाव में रहते हैं या डिप्रेशन के शिकार हैं तो इससे भी हृदय रोगों का खतरा हो सकता है। स्ट्रेस के कारण शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। यदि आपको अक्सर तनाव की दिक्कत बनी रहती है तो कोर्टिसोल हार्मोन के दुष्प्रभावों के कारण ब्लड प्रेशर के साथ शुगर, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर भी अधिक होने लगता है। इन सभी को हार्ट के लिए हानिकारक पाया गया है।

डायबिटीज रोगी और भी रहें सतर्क World Heart Day 2024

हृदय रोग और डायबिटीज के बीच गहरा संबंध है। यदि आप डायबिटीज के शिकार हैं और अक्सर शुगर हाई रहता है तो इसका असर हार्ट पर भी पड़ सकता है। हाई ब्लड शुगर की स्थिति आपकी रक्त वाहिकाओं और नसों को गंभीर क्षति पहुंचा सकती है। डायबिटिक न्यूरोपैथी वाले रोगियों में तंत्रिकाएं बहुत कमजोर हो जाती हैं। रक्त वाहिकाओं को होने वाली क्षति के कारण हार्ट से संबंधित समस्याओं को जोखिम काफी बढ़ सकता है। मधुमेह रोगियों में बिना डायबिटीज वालों की तुलना में कम उम्र में हृदय रोग होने का जोखिम भी अधिक होता है।

खतरा कैसे करें कम

युवाओं में होने वाले दिल के रोगों से बचने के लिए जरूरी है कि लाइफस्टाइल में सुधार करें। हेल्दी आदतों को फॉलो करें। पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार का सेवन, रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद, नियमित स्वास्थ्य जांच और डॉक्टर की सलाह से दिल के रोगों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा नियमित व्यायाम, योग और मेडिटेशन से तनाव को कम करने में काफी मदद मिलती है।

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फिजिकल एक्सरसाइज है जरूरी World Heart Day 2024

एक्सपर्ट का कहना है कि व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों की कमी भी युवाओं में दिल संबंधी समस्याओं का एक कारण है। नियमित व्यायाम न करने से शरीर में फैट जमा होने लगता है, जिससे मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं जन्म लेती हैं। इससे दिल की बीमारियां होने का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा जंक फूड, ज्यादा शुगर वाली चीजें और हाई कैलोरी फूड को न खाएं। इससे दिल की नसों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। अपनी डाइट में बादाम, एवोकाडो, अखरोट और गाजर जैसी चीजों को अपने खान-पान में शामिल करें।

कम उम्र में हार्ट अटैक का कारण World Heart Day 2024

एक्सपर्ट बताते हैं कि ब्लड फ्लो कम होने या ब्लॉक होने की वजह से हार्ट अटैक के मामले युवाओं में देखने को मिलते हैं। इस तरह की स्थिति तब पैदा होती है, जब नसों में फैट और कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है। मेडिकल टर्म में इस जमाव को ‘प्लाक’ कहा जाता है। प्लाक का जमा होना नसों को सिकोड़ सकता है। इससे ब्लड फ्लो कम होता है। इसी वजह से हार्ट अटैक के मामले युवाओं में देखने को मिलते हैं।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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