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Diabetes: जानिए क्या है प्री-डायबिटीज और इसके लक्षण और इसके बचाव के उपाय

प्रीडायबिटीज तब होता है जब आपके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर (blood sugar levels) बहुत अधिक होता है, लेकिन मधुमेह कहलाने के लिए पर्याप्त नहीं होता है। जिन लोगों को टाइप 2 मधुमेह होता है, उन्हें आमतौर पर पहले प्रीडायबिटीज होती है।

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प्रीडायबिटीज तब होता है जब आपके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर (blood sugar levels) बहुत अधिक होता है, लेकिन मधुमेह कहलाने के लिए पर्याप्त नहीं होता है। जिन लोगों को टाइप 2 मधुमेह होता है, उन्हें आमतौर पर पहले प्रीडायबिटीज होती है। यदि आपको प्रीडायबिटीज है, तो आपको टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का अधिक खतरा है। आपको हृदय रोग या स्ट्रोक सहित अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के विकसित होने का भी खतरा है।

प्रीडायबिटीज के आमतौर पर कोई भी लक्षण नहीं दिखाता है। आपको प्रीडायबिटीज हैं या नहीं यह जानने का एकमात्र तरीका है रक्त शर्करा के स्तर का परीक्षण। आमतौर पर, वयस्कों को या तो प्रीडायबिटीज के लक्षण नहीं होते है, या इंसुलिन प्रतिरोध के लक्षण इतने धीरे-धीरे या मामूली होते हैं कि वर्षों तक किसी का ध्यान नहीं जा सकते। हालांकि, कभी-कभी निन्मलिखित लक्षण चेतावनी के संकेत भी होते हैं। इसमे शामिल है:-

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शर्करा स्तर का बढ़ना:  यह सबसे मुख्य संकेत है। आपके डॉक्टर के द्वारा किए जाने वाले रक्त शर्करा जांच में यदि इसका स्तर अधिक होता है तो आप इसका निवारण तुरंत शुरू कर दीजिए। 

अधिक प्यास लगना:  प्री-डायबिटीज के लोग अधिक प्यास महसूस कर सकते हैं और उनको बार बार पेशाब लगने की भी समस्या रहती है। 

थकान और थकावट: यह एक और सामान्य लक्षण हो सकता है, जिसका मतलब है कि आपके शरीर में शर्करा का सही ढंग से उपयोग नहीं हो रहा है।

वजन बढ़ना: प्री-डायबिटीज के लोगो को आमतौर पर वजन बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है खासकर पेट के चारों ओर का वसा बढ़ जाता है। 

आम लक्षण: थकान, चक्कर, अच्छल और गंभीरता का आगमन, त्वचा खुजली, जुबान में सूखापन, गुर्दों के साथ संबंधित समस्याएँ और सुस्त गुड़ियां जैसी और भी कई विभिन्न साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।

प्रीडायबिटीज (Prediabetes) को डायबिटीज (Diabetes) के बढ़ने से पहले और रोकने के लिए कुछ उपाय हो सकते हैं। प्रीडायबिटीज के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखें। 

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  1. स्वस्थ आहार: सही प्रकार का आहार खाना प्रीडायबिटीज के वचाव में मदद कर सकता है। आपको अधिक पौष्टिक आहार खाना चाहिए, जैसे कि फल, सब्जियाँ, पूरी अनाज, दालें और उनसे बने प्रोटीन। आपको आलू, चावल और मिठाई के सेवन को कम करना चाहिए।
  2. व्यायाम: नियमित व्यायाम करना शरीर की रोजगारी को बेहतरीन तरीके से सहायक बना सकता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकता है। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करने का प्रयास करें।
  3. वजन कम करें: यदि आपका वजन अधिक है, तो वजन कम करना भी प्रीडायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम और सही आहार का पालन करें।
  4. स्ट्रेस कम करें: स्ट्रेस डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है, इसलिए स्ट्रेस को कम करने के उपाय ढूंढें, जैसे कि योग और मेडिटेशन।
  5. डॉक्टर की सलाह: अपने चिकित्सक से नियमित रूप से जांच करवाएं और उनकी सलाह का पालन करें।

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