Operation sheesh mahal: जो अपने लिए करोड़ों का महल बनाए वो कैसा आम आदमी, भ्रष्ट है केजरीवाल सरकार
कांग्रेस ने पिछले महीने केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर करोड़ों रुपये के कथित खर्च को लेकर आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि यह ‘शर्मनाक’ है और यह पार्टी अपने मतदाताओं के चेहरे पर तमाचा मारने जैसा है।
Operation sheesh mahal: कांग्रेस ने किया दावा, शीश महल पर 45 नहीं 171 करोड़ रुपये हुए खर्च
Operation sheesh mahal: ऑपरेशन शीश महल की पूरे देश में चर्चा है। इस लेकर अब तक खबरों चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। लेकिन, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कभी अंदर से अपने महल को नहीं दिखाया। न ही उन्होंने इस ऑपरेशन को गलत ठहराया। आज ऑपरेशन शीश महल में महाखुलासा हुआ है। इसमें सीएम के महल के अंदर की तस्वीरें दिखाई गई हैं।
केजरीवाल के आवास पर आरोप
‘ऑपरेशन शीशमहल’ ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नींद उड़ा रखी है। इसमें रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब तक यह सामने आ चुका है कि कैसे केजरीवाल के ‘महल’ को बनाने में नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाई गई। इसे बनाने में पानी की तरह पैसा बहाया गया। रेनोवेशन की परमिशन लेकर कंस्ट्रक्शन कराया गया।
बता दें कि बीते रविवार को कांग्रेस पार्टी ने केजरीवाल के सरकारी आवास को लेकर आरोप लगाए, कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि सीएम आवास पर 45 करोड़ नहीं बल्कि 171 करोड़ की राशि खर्च की गई है। सीएम के आवासीय परिसर के विस्तार के लिए उनकी सरकार को उन अधिकारियों के लिए अतिरिक्त फ्लैट खरीदने पड़े जिनके घरों को या तो ध्वस्त करा दिया गया या खाली करा दिया गया।
कांग्रेस के प्रवक्ता का आरोप
कांग्रेस के प्रवक्ता अजय माकन ने सीएम केजरीवाल के सादा जीवन जीने और अपने सरकारी आवास पर करोड़ों रूपेय खर्च करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, इसके उलट दिल्ली में सादगी की मिसाल कांग्रेस पार्टी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित थीं। माकन यह भी आरोप लगाया, ‘शीला दीक्षित की पूरी कैबिनेट ने अपने शासन के 15 वर्षों में अपने घरों पर जितना खर्च किया, सीएम केजरीवाल ने अपने महल के नवीनीकरण पर खर्च की गई राशि से कोई मेल नहीं है’।
उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल के आवास पर खर्च की गई राशि 45 करोड़ रुपये नहीं बल्कि 171 करोड़ थी। उन्होंने कहा कि यह रकम कोविड महामारी के वक्त खर्च की गई जब लोग बिस्तर और ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पतालों के चक्कर लगा रहे थे।
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माकन ने कहा, “मैं समझाऊंगा कि कैसे 171 करोड़ रुपये कैसे खर्च किए गए। केजरीवाल के आधिकारिक आवास के बगल में चार निवास परिसर हैं। इन चार निवास परिसरों में मिलकर 22 अधिकारियों के फ्लैट हैं। उन 22 में से 15 खाली कर किया गया है।
कहां कितने रुपये हुए खर्च
मीडिया में अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री केजरीवाल के ऑफिशियल रेजिडेंस के इंटीरियर डेकोरेशन पर 11 करोड़ रुपये, स्टोन और मार्बल पर 6 करोड़ रुपये और मार्बल को चिपकाने वाले केमिकल पर 21 लाख रुपये खर्च किए जाने का आरोप है। इसके अलावा घर को फायर-प्रूफ बनाने के लिए 2.5 करोड़ रुपये की लागत से फायर फाइटिंग सिस्टम खरीदे जाने की बात भी कही जा रही है। इतना ही नहीं इंटीरियर कंसल्टेंसी के नाम पर 1 करोड़ रुपये और किचन एप्लायंस पर 2.5 करोड़ रुपये खर्च किये जाने का आरोप भी लगा है। आरोप यह भी है कि सीएम आवास में 23 इम्पोर्टेड पर्दे लगाए गए, जिनमें से एक-एक पर्दे की कीमत 8 लाख रुपये हैं। यानी सिर्फ पर्दों पर ही सवा करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए गए हैं. इतना ही नहीं, अलमारी पर 40 लाख रुपये और प्री-फैब्रिकेटेड वुड पर 4 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का आरोप भी केजरीवाल सरकार पर लगा है।