Film Maidaan Review: जानिए कैसी है फिल्म ‘मैदान’ की स्टारकास्ट की एक्टिंग-डायरेक्शन, म्यूजिक और भी बहुत कुछ
इंडियन फुटबॉल को स्वर्णिम युग दिखाने वाले कोच सैयद अब्दुल रहीम के लाइफ पर बनी फिल्म मैदान 10 अप्रैल को रिलीज होगी। अजय देवगन स्टारर इस रियल लाइफ बेस्ड फिल्म की लेंथ 3 घंटे 1 मिनट है।
Film Maidaan Review: एक फुटबॉल कोच की कहानी है फिल्म ‘मैदान’, जिहोंने अपनी जिंदगी दी इस खेल को
Film Maidaan Review: ये कहानी है 1952 से 1962 के बीच इंडियन फुटबॉल टीम के कोच रहे सैय्यद अब्दुल रहीम की जिन्होंने अपनी जिंदगी फुटबॉल को दे दी। उनकी वजह से टीम इंडिया को ब्राजील ऑफ एशिया का खिताब मिला। टीम इंडियन ने एशियन गेम्स में गोल्ड जीता। कैसे सैय्यद अब्दुल रहीम कैंसर और फुटबॉल फेडरेशन की राजनीति से लड़कर टीम इंडिया के लिए कामयाबी की नई कहानी लिख गए, यही इस फिल्म में दिखाया गया है।
कैसी है फिल्म
फर्स्ट हाफ में फिल्म स्लो लगती है, कहीं कहीं बोरिंग भी लगती है। 3 घंटे की फिल्म में 1 घंटे बाद ही इंटरवल हो जाता है और ये खटकता है लेकिन फिर जब सेकेंड हाफ शुरू होता है तो 2 घंटे के सेकेंड हाफ में आपको हिलने का मौका नहीं मिलता। टीम इंडिया के मैच के सीन थिएटर को स्टेडियम में बदल देते हैं। फिल्म के जरिए आप रहीम साहब की कहानी को अच्छे से समझते हैं। उस इंसान की जिद और जुनून से रूबरू होते हैं जिसने इंडियन फुटबॉल को सबसे ऊंचा मुकाम दिलाया। फिल्म में कमियां भी हैं, फर्स्ट हाफ तो कमजोर ही है, साथ ही आप खिलाड़ियों से कनेक्ट नहीं करते, उस तरह का इमोशन फील नहीं करते जैसा चक दे इंडिया में हुआ था। टीम के तौर पर तो आप कनेक्ट करते हैं। आखिर में जब टीम के असली खिलाड़ियों की और इन कलाकारों की तस्वीरें साथ में दिखती हैं तो आप कास्टिंग की तारीफ करते हैं लेकिन इमोशन कहीं ना कहीं कम लगता है। लेकिन कुल मिलाकर सेकेंड हाफ आपके अंदर टीम इंडिया के लिए जोश भर देता है।
स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है?
जाहिर सी बात है कि फिल्म में आपको सिर्फ अजय देवगन ही नजर आएंगे। सैयद अब्दुल रहीम के रोल में अजय देवगन ने बेहतरीन काम किया है। अजय देवगन आंखों से एक्टिंग करने के लिए जाने जाते हैं, इस फिल्म में भी उन्होंने ज्यादातर आंखों से ही एक्टिंग की है। उनकी वाइफ के रोल में प्रियामणि ने भी अच्छा काम किया है। स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के रोल में गजराज राव ने भी बढ़िया काम किया है। इंडियन प्लेयर्स के रोल में सारे कलाकारों ने प्रभावित किया है।
डायरेक्शन
अमित शर्मा का डायरेक्शन अच्छा है, वो बधाई हो जैसी कामयाब फिल्म बना चुके हैं। यहां वो फिल्म की लंबाई के मामले में चूके हैं, फिल्म छोटी हो सकती थी, थोड़े इमोशन और डाले जाने चाहिए थे लेकिन टीम इंडिया के मैच के सीन गजब तरीके से फिल्माए गए हैं, वो आपके अंदर जोश भर देते हैं।
म्यूजिक
ए आर रहमान का म्यूजिक और मनोज मुंतशिर के बोल शानदार हैं, इस फिल्म से टीम इंडिया को अब नया एंथम भी मिलेगा। कुल मिलाकर ये कहानी जाननी जरूरी है और ये फिल्म देखी जानी चाहिए। ये एक साफ सुथरी फिल्म है जिसे पूरे परिवार के साथ आराम से देख सकते हैं।
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