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RSS News : दत्तात्रेय होसबोले ने कहा विरोध करने से नहीं, काम करने से खत्म होगा भेदभाव

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कहीं भी मंदिर में प्रवेश करने का अधिकार है। उन्होंने आरएसएस कार्यकर्ताओं से जाति-आधारित भेदभाव को खत्म करने के लिए काम करने का आग्रह किया है।

RSS News : कोई भी कहीं भी मंदिर में प्रवेश कर सकता है,  ‘एकता की भावना’ पैदा करना है जरूरी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कहीं भी मंदिर में प्रवेश करने का अधिकार है। उन्होंने आरएसएस कार्यकर्ताओं से जाति-आधारित भेदभाव को खत्म करने के लिए काम करने का आग्रह किया है।

महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा –

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि, देश के लोगों के बीच स्थायी ‘एकता की भावना’ होना बेहद जरुरी है। इसी के जरिए जाति – प्रजाति पर आधारित भेदभाव को खत्म किया जा सकता है। इससे हमारा हिंदू समाज बदनाम को बदनाम किया जा रहा है। इसके बाद आरएसएस नेता ने ये भी कहा है कि ‘कोई भी व्यक्ति किसी भी मंदिर में प्रवेश कर सकता है। इसी तरह हर किसी को किसी भी नदी से जल देने का अधिकार है। हमें जाति या अस्पृश्यता के नाम पर इस तरह के भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे पूरे हिंदू समुदाय को बदनामी ही मिलती है। केवल ऐसी प्रथाओं का विरोध करने के बजाय, हमें उन्हें खत्म करने के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए।

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एकता और सहयोग की भावना हर समय हो –

महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने यह भी कहा कि जब भारतीय एथलीटों ने एशियाई खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया, तो किसी ने उनकी जाति या धर्म के बारे में नहीं पूछा गया था। वैसे ही कोरोनाकाल के दौरान लोगों ने जाति या धर्म के बावजूद प्रवासी मजदूरों की मदद की थी। इसी तरह, लोगों ने चंद्रयान -3 मिशन की सफलता के पीछे वैज्ञानिकों की जाति और धर्म के बारे में नहीं पूछा था। इससे यह पता चलता है कि संकट हो या सफलता हमारा देश हमेशा एकजुट रहता है। सिर्फ संकट या सफलता के दौरान ही नहीं बल्कि एकता और सहयोग की यह भावना हर समय बनी रहनी चाहिए।

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