Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the hustle domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
Indore: एक राज्य एक चुनाव पर कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान
चुनाव

Indore: एक राज्य एक चुनाव पर कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान

एक राज्य एक चुनाव पर संसद में अभी भी बहस जारी है। इस बिल को पेश करने के बाद अब 23 सितम्बर को इसकी पहली बैठक होने जा रही है। एक देश में एक ही चुनाव करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन इस बात पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा की जब हम पुरे देश में एक त्यौहार एक साथ मना सकते है तो एक साथ चुनाव क्यों नहीं करबा सकते।

Indore: कांग्रेस महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संसद में ‘एक राज्य एक चुनाव’ पर दिया बड़ा बयान 


मंगलवार को कैलाश विजयवर्गीय ने संवाददाताओं से कहा “हम पूरे देश में दीपावली एक साथ मनाते हैं। क्रिसमस और ईद के त्योहार भी पूरे देश में एक साथ मनाए जाते हैं, तो चुनाव वाला दिन हम एक साथ क्यों नहीं मना सकते।’’ इंदौर में हुई एक बैठक में कैलाश विजयवर्गीय ने संसद में पेश बिल ‘एक राज्य एक चुनाव ‘ को लेकर यह बात कहीं। यह बिल संसद में 3 सितम्बर को पेश किया गया था।  

आपको बता दे की पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के स्वतंत्रता दिवस पर एक देश एक चुनाव का जिक्र किया था। तब से अब तक कई मौकों पर भाजपा की ओर से ‘एक देश एक चुनाव’ की बात होती रही है। ये विचार इस पर आधारित है कि देश में लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव एक साथ हों। दरअसल जब हमारा देश आज़ाद हुआ था उसके बाद 1952 मे देश का पहला चुनाव करवाया गया था और चुनाव पुरे देश के लिए एक चुनाव था। उसके बाद इंद्रा गाँधी के शासन में आने के बाद इस प्रक्रिया को बदल दिया गया। लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा इस शासन को दुबारा प्रक्रिया में लाने की बात की जा रही है। उन्होंने पिछले कुछ सालों के भाषण में इसकी चर्चा भी की थी। और 3 सितम्बर 2023 को इसे संसद में पेश भी किया गया था।  

Read more: One Nation One Election: एक देश-एक चुनाव पर बिल ला सकती है सरकार, आज दोपहर 3 बजे से होगी बैठक

देश में एक चुनाव कराने की संभावना के लिए उच्च स्तरीय समिति की पहली बैठक 23 सितम्बर को संसद में होने जा रही है। पूर्व राष्ट्रपति और समिति के अध्यक्ष रामनाथ कोविंद ने बताया कि समिति की पहली बैठक 23 सितंबर को होगी। पहले ये बैठक 11- 12 सितम्बर को होने वाली थी लेकिन अब ये 23 सितम्बर को होगी। जानकारी के मुताबिक , इस समिति का नेतृत्व पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद करेंगे और  साथ ही इस कमेटी में गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, गुलाम नबी आजाद, एनके सिंह, सुभाष सी कश्यप, हरीश साल्वे और संजय कोठारी सदस्य के रूप में होंगे।

इस नए संसोधन मे महिलाओं के आरक्षण पर भी बात की जा रही है इस बात पर संसद में बहस भी हुई जिसमे  नए संसद भवन में पेश नारी शक्ति वंदन विधेयक को ऐतिहासिक करार देते हुए विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी की सरकार ने यह विधेयक पेश करके उन लोगों को सीधा जवाब दिया है जो महिला सशक्तिकरण पर केवल कोरी बातें करते थे।’’ महिला आरक्षण विधेयक को लेकर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान ‘‘यह अपना है’’ पर पलटवार करते हुए भाजपा महासचिव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा झूठा श्रेय लेने की राजनीति करती है। उन्होंने कहा, ‘‘एक जमाने में कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए गरीबी हटाओ का नारा दिया था, लेकिन क्या इससे गरीबी कम हुई?’’

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com   

Back to top button