लाइफस्टाइल
क्या आप बार-बार भूलने की बीमारी से परेशान है? निरोगी काया के लिए करे योग
स्वस्थ और निरोगी रहने के लिए योग और प्रणायम से अच्छा कोई विकल्प नहीं है
क्या आप सब्ज़ी लेते समय दुकानदार को पैसे देना भूल जाते है? क्या आपका बच्चा परीक्षा में आए हुए प्रशन का उत्तर भूल जाता है? या फिर जेब में चश्मा रखकर पूरे घर में खोजते है? बार-बार भूलने की दिक्कत से न सिर्फ आपको कई मौकों पर शर्मिदंगी उठानी पड़ती है बल्कि आगे चलकर आप भयंकर बीमारी का शिकार हो सकते है। स्वस्थ और निरोगी रहने के लिए योग और प्रणायम से अच्छा कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में योग की मदद से आप अपनी याददाश्त तेज कर सकते है। हाल में हुए एक अमेरिकी शोध के अनुसार, रोज 20 मिनट तक योगासनों का अभ्यास दिमाग के लिए ट्रेडमिल पर घंटो दौड़ने से अधिक फायदेमंद है।
आइये जानते है याददाश्त बढ़ाने और दिमाग तेज करने वाले कुछ प्रभावी योगासनों के बारे में।
सर्वागासन
Related : विश्वभारती विश्वविद्यालय में हुई योग पाठ्यक्रम की शुरूआत
- रोज सर्वागासन करने से दिमाग में रक्त संचार अच्छी तरह रहता है और याददाश्त तेज रहती है। सर्वागसन में पूरे शरीर का व्ययाम होता है इसीलिए इसे सर्व-अंग-आसान कहा जाता है।
- सबसे पहले पीठ के बल लेट जाए। दोनो पैरो को एक दूसरे के पास रखे। हाथ को शरीर के पास रखे और हथेलियों को जमीन पर रखे।
- सांस अंदर की ओर लेते हुए दोनो पैरो को पहले 30 डिग्री के कोण तक उठाएं, कुछ सेकंड इस अवस्था में रहने के बाद 60 डिग्री तक उठाएं और फिर 90 डिग्री तक उठाएं।
- अब सांस छोड़ते हुए दोनों पैरों को नीचे ले आएं और कुछ सेकंड शवासन में लेटें।
भुजंगासन
Related : योग दिवस के मौके पर किरण बेदी और सरकार के बीच दिखा मनमुटाव
- भुजंगासन न सिर्फ याददाश्त तेज रखता है बल्कि कमर दर्द और स्लिप डिस्क जैसे रोगों से लाभदायक है।
- यह आसन करते समय शरीर का आकार फन उठाए हुए सर्प के समान होने के कारण इसे भुजंगासन कहा जाता है।
- इसे करने के लिए पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं और दोनो हाथों को कंधो के समानंतर रखे।
- अब सांस लेते हुए हाथों के बल शरीर के अग्रभाग को ऊपर की ओर उठाएं और जितना हो सके उतना खींचे।
- 30 सेकंड तक इसी अवस्था में रहने के बाद सांस छोड़ते हुए वापस सामान्य अवस्था में आ जाएं।
कपालभाति प्राणायाम
- इसे करने से एकाग्रता बढ़ती है और मस्तिष्क तक रक्त का प्रवाह अच्छी तरह से होता है।
- ‘कपाल’ का मतलब होता है माथा और ‘भाती’ का मतलब होता है प्रकाश। कपालभाती यह एक प्रणायम का चमत्कारी प्रकार है जिसके कई सारे फायदे है।
- इसे करने के लिए पहले सुखासन में बैठ जाएं। अब गहरी सांस ले और फिर मुंह बंद कर तेजी से सांस बाहर की ओर छोडे। 30 सेकंड बाद समान्य अवस्था में आ जाएं।
Have a news story, an interesting write-up or simply a suggestion? Write to us at
info@oneworldnews.in