आज होगा फैसला: शहाबुद्दीन को दोबारा जेल जाना होगा कि नहीं?
राजद के बाहुबली नेता और सांसद शहाबुद्दीन की रिहाई के खिलाफ दायर याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।
यह याचिका बिहार सरकार और प्रशांत भूषण ने दायर की थी। दलील में कहा गया कि शहाबुद्दीन की जमानत से बिहार के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसलिए इसकी जमानत को रद्द किया जाना चाहिए।
सिवान में हाईअर्ल्ट
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले बिहार में सुरक्षा को देखते हुए सेना तैनात कर दी गयी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसला आने से पहले ही कल सिवान में किलेबंदी कर दी गई है।
वहीं दूसरी आज सिवान में आज हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। यहां एसटीएफ और पुलिस की अतिरिक्त टीमें लगाई जा रही है। इसके अलावा पटना, छपरा, गोपालगंज और राज्य के अन्य जिलों भी अलर्ट जारी कर दिया हैं।
खुफिया एजेसिंयों ने कहा है कि शहाबुद्दीन की जमानत रद्द होने पर सिवान में स्थिति खराब हो सकती है।
सुप्रीम कोर्ट
शहाबुद्दीन ने कहा मैं एक अच्छा नागरिक हूं
इससे पहले एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान शहाबुद्दीन ने कहा कि वह खुद ही कानून और न्यायपालिका का सम्मान करने वाला इंसान है।
साथ ही कहा “यह कोर्ट का मामला है कोर्ट ने ही मुझे जमानत दी है। अगर कोर्ट मुझे दोबारा जेल जाने के लिए कहता है तो मैं तैयार हूं मेरे लिए यह मुद्दा नहीं है कि आखिर क्यों नहीं जेल जाऊंगा मैं कानून का पालन करने वाले इंसान हूं।“
कई राजनीतिक पार्टियों ने जमानत का किया था विरोध
आपको बता दें कुल दिन पहले ही 11 साल बाद शहाबुद्दीन को पटना हाईकोर्ट ने जमानत पर रिहा किया था।
जमानत होने के बाद ही बिहार में राजनीतिक घमासान शुरु हो गया था। जिसके बाद बिहार की नीतीश सरकार सबके निशाने पर आ गई थी।
शहाबुद्दीन के रिहाई के बाद राज्य के कई बड़े नेताओं ने उसकी जमानत रद्द करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात भी कही थी। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने यह मुद्दा उठाया था।
तेजाब कांड में दोषी था
शहाबुद्दीन को सजा बिहार के बहुचर्चित तेजाब कांड के गवाह की हत्या करने के आरोप में सजा हुई थी। बिहार के व्यवसायी चंद्रकेश्वर उर्फ चंदा बाबू के दो बेटे गिरीश राज और सतीश राज का अपहरण कर लिया गया था। बाद में उन पर तेजाब डालकर उन्हें जला दिया गया था।