World Disability Day: सशक्त कदम, विश्व दिव्यांग दिवस पर अलigarh में उमड़ा उत्साह, संवेदना और समावेशन का संदेश
World Disability Day, विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर प्राणनारायण मूक बधिर विद्यालय, सासनी गेट, अलीगढ़ के प्रांगण में एक प्रेरणादायी एवं भव्य समारोह का आयोजन किया गया।
World Disability Day : प्राणनारायण मूक बधिर विद्यालय में आयोजित भव्य समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुति
World Disability Day, विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर प्राणनारायण मूक बधिर विद्यालय, सासनी गेट, अलीगढ़ के प्रांगण में एक प्रेरणादायी एवं भव्य समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र–छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों, अतिथियों के संवेदनशील संबोधनों और समाज में दिव्यांगजनों के अधिकारों एवं उनके कल्याण के संकल्प ने एकता और समावेशन का अद्भुत संदेश दिया। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी एवं कन्विनिंग क्लब के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। विद्यालय परिसर का वातावरण उत्साह, सौहार्द एवं गौरव से परिपूर्ण दिखाई दे रहा था।
समावेशन का संदेश देता सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम की शुरुआत छात्र–छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुई। विशेष जरूरतों वाले इन बच्चों ने नृत्य, समूह प्रस्तुति और ताल–लय से परिपूर्ण कार्यक्रमों के माध्यम से सभी उपस्थित लोगों का हृदय जीत लिया। उनके आत्मविश्वास, ऊर्जा और शानदार प्रस्तुति ने इस बात को सिद्ध कर दिया कि अवसर मिलते ही दिव्यांग बच्चे किसी भी मंच पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा सकते हैं। अतिथियों ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए समाज को अधिक संवेदनशील, सहायक और सहयोगी होने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा, समान अवसर और सकारात्मक वातावरण दिव्यांगजनों के लिए मार्ग प्रशस्त करते हैं।

विद्यालय की आवश्यकताओं पर विशेष जोर
अपने संबोधन में विद्यालय के प्राचार्य तथा अतिथियों ने विद्यालय की मूलभूत आवश्यकताओं पर विस्तार से चर्चा की। यह बताया गया कि विद्यालय के बच्चों के लिए टाइल्स, फोटोफ्रेम, विद्युत उपकरण एवं विभिन्न बुनियादी सुविधाओं की सख्त आवश्यकता है। कन्विनिंग क्लब के सदस्यों ने इस दिशा में तुरंत योगदान देने की घोषणा की। उन्होंने विद्यालय की पश्चिमी दीवार पर प्लास्टर, मरम्मत एवं मैदान के समतलीकरण के लिए सहयोग प्रदान करने का भरोसा दिलाया।
यह पहल न केवल विद्यालय के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह यह भी दर्शाती है कि समाज में संवेदना, करुणा एवं जिम्मेदारी का भाव आज भी जीवित है।
Read More: Raipur ODI: IND vs SA रायपुर ODI, प्रैक्टिस में कोहली-रोहित का धमाका, गंभीर ने करीब से किया मॉनिटर
बच्चों का सम्मान और पुरस्कार वितरण
कन्विनिंग क्लब द्वारा बच्चों के लिए स्वेटर, पुरस्कार एवं अन्य उपहार वितरित किए गए। इन उपहारों ने बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी और उनके उत्साह को और अधिक बढ़ा दिया। विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्रों मोनीका, नेहा, इश्फाक, सानिया, सबा, खुशी, भूमिका, हिना चौधरी, उजैर, अनिकेत, वब्बू, निदेश, विशाल, आदिल, अली अवसर, अभिषेक, शिवकुमार, रिहान और अन्य छात्रों ने अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए पुरस्कार प्राप्त किए। यह सम्मान केवल प्रतिभा का परिलक्षित रूप नहीं था, बल्कि यह उन बच्चों के परिश्रम, आत्मबल और दृढ़ इच्छाशक्ति को भी सलाम था।
नई उम्मीद का संचार
जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी की उपस्थिति में 27 छात्र–छात्राओं को दोनों कानों के लिए श्रवण–यंत्र प्रदान किए गए। यह उपकरण उन बच्चों के जीवन में सुनने, समझने और दुनिया से जुड़ने की नई उम्मीद लेकर आए हैं।
श्रवण–यंत्र पाकर बच्चों और उनके परिवारों के चेहरे पर जो चमक दिखाई दी, वह इस बात का प्रतीक थी कि छोटे–छोटे कदम भी किसी जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं।
सहयोग और संवेदनशीलता की मिसाल
कन्विनिंग क्लब, विद्यालय प्रशासन और विभिन्न सामाजिक संगठनों के संयुक्त प्रयासों ने इस कार्यक्रम को अत्यंत सफल बनाया। समारोह में अतिथियों ने इस बात पर बल दिया कि दिव्यांगजनों के प्रति समाज की सोच में सकारात्मक बदलाव अत्यंत आवश्यक है। दिव्यांगजन अभिशाप नहीं, बल्कि अद्भुत क्षमताओं के धनी होते हैं। समाज यदि उन्हें उचित अवसर, संसाधन और सम्मान दे, तो वे हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि समावेशी शिक्षा, सहायक तकनीकें, संवेदनशील व्यवहार और समान अधिकार ये चार स्तंभ किसी भी दिव्यांग व्यक्ति को सशक्त बनाने की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण हैं।
धन्यवाद और भविष्य के संकल्प
समारोह के अंत में विद्यालय के प्राचार्य द्वारा सभी अतिथियों, सहयोगियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया गया। उन्होंने विद्यालय द्वारा शिक्षा, प्रशिक्षण एवं कला–संस्कृति के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के उत्साह और आत्मविश्वास को कई गुना बढ़ा देगा। इसके साथ ही उन्होंने भविष्य में भी ऐसे आयोजन जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। विश्व दिव्यांग दिवस का यह कार्यक्रम मात्र एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं था, बल्कि समाज में समानता, सहयोग, मानवता और समावेशी विचारधारा को मजबूत करने का एक प्रेरक कदम था। यह समारोह याद दिलाता है कि दिव्यांगता कोई बाधा नहीं बशर्ते समाज मजबूत ढाँचे, सहयोग और अवसर प्रदान करे। अलीगढ़ में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल प्रेरणास्रोत है, बल्कि यह आने वाले समय में अनेक जीवनों को सकारात्मक दिशा देने वाला भी सिद्ध होगा
We’re now on WhatsApp. Click to join.
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com







