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Crimean-Congo hemorrhagic fever: कोरोना के बीच एक और वायरस ने दी दस्तक

कोरोना के बाद क्रीमियन-कांगो हेमोरेजिक बुखार दुनियाभर में दहशत फैला रहा है। यह वायरस क्लाइमेट चेंज के कारण और तेजी से बढ़ रहा है।

Crimean-Congo haemorrhagic fever: जानें क्या है इसके लक्षण और कैसे करें बचाव

Crimean-Congo hemorrhagic fever: कोरोना के बाद क्रीमियन-कांगो हेमोरेजिक बुखार दुनियाभर में दहशत फैला रहा है। आइए जानते हैं इसके लक्षण और बचाव के तरीके।

क्रीमियन-कांगो हेमोरेजिक बुखार एक गंभीर इंफेक्शन है जो मनुष्यों में होती है। यह एक वायरल बुखार है जिसे क्रीमियन-कांगो वायरस (Crimean-Congo virus, CCHFV) के कारण होता है। यह वायरस लोगों को टिक बायट्स से, संपर्क स्थलों पर इंफेक्टेड जानवरों के संपर्क से या संक्रमित पशुओं के उपकरणों के माध्यम से हो सकता है। यह वायरस क्लाइमेट चेंज के कारण तेजी से बढ़ रहा है। इसके प्रकोप क्षेत्र में टिक बाइट करते या निर्धारित जानवरों के संपर्क में रहने वाले लोगों को खास खतरा होता है, जैसे-जैसे उनका पेशाब और पशु या उपकरणों के माध्यम से उनसे संपर्क होता है।

क्रीमियन-कांगो हेमोरेजिक बुखार के लक्षण

क्रीमियन-कांगो हेमोरेजिक बुखार के लक्षणों में तेज बुखार, शरीर में दर्द, मुँह में विकार, उबकाई, उल्टी, पेट दर्द, लूनार या गंधयुक्त खपत द्वारा तकलीफ, और शरीर के विभिन्न हिस्सों से खूनी उत्पादन शामिल हो सकते हैं। गर्दन में दर्द और अकड़न की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा, बुखार, उल्टियां और विकार के लक्षण दिखने वाले मरीजों में रक्तस्राव, या हेमोरेज, की संभावना भी हो सकती है।

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क्रीमियन-कांगो वायरस से बचाव के तरीके:-

मरीजों के संपर्क से बचें: अस्पताल में क्रीमियन-कांगो वायरस के संपर्क में आने से बचें। इंफेक्शन के संभावित मरीजों के संपर्क में रहने से बचें और इंफेक्शन के शास्त्रीय साधनों का सही उपयोग करें।

संक्रमण के पशुओं से बचें: संक्रमित या संदिग्ध पशुओं से संपर्क से बचें। पशुओं के बायट्स से बचने के लिए सतर्क रहें और उन्हें छूने से पहले उचित सावधानी बरतें।

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स्वच्छता और सावधानी बरतें: हमेशा साफ-सफाई का ध्यान रखें। हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं और अगर अवसंर्ग से संपर्क हुआ हो, तो उचित रूप से उसे साफ करें।

सुरक्षा के नियमों का पालन करें: अस्पतालों, लैबोरेटरीज़ और अन्य संबंधित संस्थानों में सुरक्षा के नियमों का पालन करें। यह संस्थानों में क्रीमियन-कांगो वायरस के संपर्क का खतरा कम करने में मदद करेगा।

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Roshni Mishra

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