क्या है यह Valley Fever, जो कैलिफोर्निया में लोगों को बना रहा है अपना शिकार
Valley Fever: 20,000 से लोगों ने कैलिफोर्निया में कर्न काउंटी संगीत समारोह लाइटनिंग इन ए बॉटल’ में भाग लिया। इसमें शामिल होने वाले पांच लोगों वैली फीवर के मामले नजर आए हैं। 6 दिन के इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों को बुखार और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षणों से सावधान रहने की सलाह दी गई है।
खतरनाक है यह Valley Fever, सावधान रहें सतर्क रहें
Valley Fever: वैली फीवर एक फंगल डिजीज के नाम से जाना जाता है।जो सैन जोकिन वैली और कैलिफोर्निया के सेंट्रल कोस्ट में फैला है। इसे कोक्सीडिओडोमाइकोसिस (coccidioidomycosis) या ‘कोक्सी'(cocci) के नाम से भी जाना जाता है।
देश में कोविड जैसी खतरनाक बीमारी के बाद कई तरह के वायरल लोगों में दहशत फैला रहे हैं। तरह-तरह के खतरनाक वायरस लोगों की मौत का कारण बनते जा रहे हैं। अब एक नया संक्रमण ने अमेरिका के राज्य कैलिफोर्निया में लोगों की चिताओं को बढ़ा दिया है।20,000 से लोगों ने कैलिफोर्निया में कर्न काउंटी संगीत समारोह लाइटनिंग इन ए बॉटल’ में भाग लिया। इसमें शामिल होने वाले पांच लोगों वैली फीवर के मामले नजर आए हैं। 6 दिन के इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों को बुखार और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षणों से सावधान रहने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक कार्यक्रम में मौजूद लोगों में फंगल संक्रमण वैली फीवर के पांच मामले सामने आए हैं। इन मामलों में तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने तक की नौबत आ गई है। सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में कैलिफोर्निया उत्सव में सम्मिलित सभी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। हेल्थ विभाग द्वारा उन लोगों को सलाह दी गई है जिनको सांस लेने में कठिनाई, बुखार ,थकान खांसी और सीने में दर्द जैसी किसी तरह की दिक्कत महसूस होती है। तो वह लोग तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सकते हैं। लेकिन लोगों के मन में सवाल यह आता है कि यह वायरस है क्या जिसकी वजह से कैलिफोर्निया में लोगों की हालत खराब हुई। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि वैली फीवर क्या है,और ये कैसे फैलता है इत्यादि?
वैली फीवर क्या है
वैली फीवर एक फंगल डिजीज के नाम से जाना जाता है।जो सैन जोकिन वैली और कैलिफोर्निया के सेंट्रल कोस्ट में फैला है। इसे कोक्सीडिओडोमाइकोसिस (coccidioidomycosis) या ‘कोक्सी'(cocci) के नाम से भी जाना जाता है। फंगल मिट्टी और गंदगी में ये तेजी से पनपता है। मिट्टी में रहने वाले कुछ फंगी के बीजाणुओं के सांस लेने से यह रोग होता है।वैली फीवर का नाम कैलिफोर्निया में सैन जोकिन वैली से लिया गया है।
कैसे फैलता है वैली फीवर
फंगस युक्त धूल इस फीवर का फैलने का कारण है। जिसमें सांस लेने में इंसान और जानवर संक्रमित हो जाते हैं।
वैली फीवर के लक्षण क्या-क्या है?
वैली फीवर के लक्षण में सीने में दर्द, सिरदर्द, ठंड लगना जोड़े में दर्द, मांसपेशियों में दर्द ,रात को पसीना, खांसी ,बुखार और थकान की शिकायत महसूस होती है। कैलिफोर्निया में वैली फीवर के मामले काफी बढ़ रहे हैं। 2018 से 2022 तक हर साल लगभग7,000 और 9,000 मामले सामने आते हैं।
वैली फीवर से अपना बचाव कैसे करें?
- वैली फीवर से बचाव करने के लिए उन जगहों पर जाना छोड़ दे जहां पर वैली फीवर के मामले आम हैं। उन जगह पर नहीं जाएं जहां पर धूल और गंदगी मौजूद है।
- एयर फिल्टर का घरों में इस्तेमाल करें।
- बागवानी और खुदाई जैसी गतिविधियों से के जरिए धूल के संपर्क में आने से बचे
- इस फंगल संक्रमण से बचाव करने के लिए N95 मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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