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Taj Mahal Facts: प्यार की निशानी है आगरा का ताजमहल, दिन में कई बार रंग बदलता है ये इमारत, जानें दिलचस्प बातें

Taj Mahal Facts: दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल से जुड़े कुछ ऐसे आश्‍चर्यजनक तथ्‍य हैं, जिसके बारे में लोग आज भी नहीं जानते। यहां हम आपको इस खूबसूरत स्‍मारक से जुड़े कुछ ऐसे ही राज बताने जा रहे हैं, जिन्‍हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

Taj Mahal Facts: ताजमहल को दिया जाता है मुल्तानी मिट्टी का स्पा, मजदूरों के हाथ काटने की कहानी झूठी

ताजमहल एक खूबसूरत स्‍मारक है। इसे केवल पर्यटन स्‍थल के रूप में देखना सही नहीं होगा, बल्कि यह वो इमारत है, जो मुगल काल का प्रतिनिधित्व करती है। इतना ही नहीं यह पति-पत्‍नी के बीच अपार प्रेम का भी प्रतीक है। ताजमहल इतना सुंदर है, कि इसे देखते ही लोगों को इससे प्‍यार हो जाता है। यही वजह है कि हर साल लाखों लोग इस अद्भुत स्‍मारक को देखने के लिए आगरा पहुंचे हैं। आपकाे बता दें कि शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में ताज महल का निर्माण करवाया था। लेकिन आप अब तक सुनते आए होंगे कि शाहजहां ने इसे बनाने वाले मजदूरों के हाथ कटवा दिए थे। ऐसे में, अगर हम कहें कि इस कहानी में थोड़ा झोल है… तो? जी हां, बताया जाता है कि जिस आर्किटेक्ट ने ताज महल को बनाया, उन्होंने ही आगे चलकर लाल किले की नींव भी रखी। जिनका नाम था उस्ताद अहमद लाहौरी। चलिए आज इस आर्टिकल में आपको ताज महल से जुड़े ऐसे ही रोचक तथ्यों से रूबरू करवाते हैं।

क्या आपको मालूम है कि ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ कटवा देने वाली कहानी में थोड़ा घपला है? दरअसल, बताया जाता है कि उस्ताद अहमद लाहौरी, जो इस इमारत के बड़े आर्किटेक्ट थे, उन्होंने ही आगे चलकर लाल किले की नींव रखने का काम भी किया था। ऐसे में, दादी-नानी द्वारा सुनाई गई प्रचलित कहानी में थोड़ा झोल देखने को मिलता है। ताज महल जैसा इमारत पूरी दुनिया में नहीं है। इसे बनाने में करीब 20 साल लग गए थे। इसकी कंस्ट्रक्शन साल 1632 में शुरू हुई थी, जिसमें Armenia, Italy, France और Turkey जैसे कई देशों के कारीगरों में साथ काम किया था। जोधपुर से व्हाइट मकराना मार्बल, तो वहीं Egypt, Russia, China और Afghanistan जैसे देशों से कीमती पत्थर भी लाए गए थे।

ताजमहल को दिया जाता है मुल्तानी मिट्टी का स्पा Taj Mahal Facts

प्रदूषण का असर आज हर चीज पर नजर आता है, ऐसे में क्या आपको मालूम है कि ताज को स्पा (Spa Day) भी दिया जाता है? जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी कि इतने बड़े ताज को मुल्तानी मिट्टी का स्पा दिया जाता है, जिससे यह दोबारा चमक उठता है। आपको बता दें कि ताज की चारों मीनारें बाहर की तरफ झुकी हुई हैं, जिससे अगर किसी भूकंप की वजह से ये गिरती भी हैं, तो ताज को कुछ नहीं होगा।

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रंग बदलता है ताज महल Taj Mahal Facts

सुबह-सुबह जहां ये ताज हल्के पिंक कलर का दिखता है, तो वहीं शाम को मिल्की व्हाइट और चांदनी रात में यह ब्राइट सिल्वर हो जाता है। कहा जाता है कि शाहजहां का एक और सपना था। वे चाहते थे कि ऐसा ही एक ताज (Black Taj) नदी के उस पार भी बने, जिसके लिए काले संगमरमर का इस्तेमाल किया जाए। हालांकि, ऐसा हो नहीं पाया, क्योंकि शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने उन्हें आगरा के किले में कैद कर लिया था।

शाहजहां की तीसरी पत्नी थीं मुमताज Taj Mahal Facts

आपको बता दें कि आज ताज महल के अंदर मुमताज और शाहजहां की शान में बनी दो कब्रें भी नजर आती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये उनकी असली कब्रें नहीं हैं? दरअसल, शाहजहां और उनकी बेगम दुनिया की नजरों से दूर एक शांत कमरे में दफन हैं, जो कि गार्डन लेवल पर है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस शाहजहां ने अपनी पत्‍नी मुमताज के लिए ताजमहल बनवाया, वह उनकी तीसरी पत्‍नी थी।

3.2 करोड़ रुपए में बनकर तैयार हुआ था ताजमहल Taj Mahal Facts

चौदहवें बच्‍चे को जन्‍म देने के बाद मुमताज महल की मौत हो गई थी। बताते हैं कि अपनी बीवी की माैत के बाद शाहजहां इतने टूट गए थे, कि कुछ ही दिनों में उनके बाल और दाढ़ी सफेद होने लगे थे। इसके बाद उन्होंने ताजमहल का निर्माण कराया, जिसे दुनिया का अजूबा कहा जाता है। जब ताजमहल बनकर तैयार हुआ था तो उस समय इसके निर्माण की लागत 3.2 करोड़ रुपए आंकी गई थी। आज इस कीमत में एक कोठी ही बनकर तैयार हो जाती है।

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मुमताज ने शाहजहां से लिए थे चार वादे Taj Mahal Facts

ऐसा माना जाता है कि मुमताज ने शाहजहां से चार वादे लिए थे। पहला वे ताजमहल का निर्माण करेंगे, दूसरा उनकी मौत के बाद वे शादी करेंगे, तीसरा बच्‍चों के साथ अच्‍छा व्यवहार करेंगे और चौथा उनकी हर पुण्यतिथि पर मकबरे का दौरा करेंगे। हालांकि, स्‍वास्‍थ्‍य खराब होने के कारण वो अपना आखिरी वादा नहीं निभा सके। इस तथ्‍य के बारे में आज तक कोई नहीं जानता कि मुमताज की मृत्यु आगरा में नहीं बल्कि बुरहानपुर में हुई थी। इसलिए ताजमहल आगरा में नहीं बल्कि बुरहानपुर में बनना चाहिए था।

मजदूरों के हाथ काटने की कहानी झूठी Taj Mahal Facts

बताते हैं कि पहले मकबरे के स्‍थल के रूप में बुरहानपुर को ही चुना गया था, लेकिन स्‍मारक के निर्माण के लिए यह जगह संगमरमर की आपूर्ति करने में सक्षम नहीं था, इसलिए मुमताज के अवशेषों को आगरा ले जाया गया और वहीं ताज का निर्माण शुरू हुआ। ताजमहल बनने के बाद शाहजहां ने मजदूरों के हाथ काट दिए थे, ऐसा हमें बताया जाता है। लेकिन इतिहासकारों के अनुसार, यह कहानी पूरी तरह से झूठी है। शाहजहां ने कभी मजदूरों के हाथ काटने का आदेश नहीं दिया था।

लकड़ियों पर खड़ा हुआ है ताजमहल Taj Mahal Facts

आपको जानकर हैरानी होगी कि ताजमहल लकड़ियों पर खड़ा हुआ है। यह ऐसी लकड़ियां हैं जिसे मजबूत रहने के लिए नमी की जरूरत पड़ती है और यह नमी ताजमहल के बाएं तरफ यमुना नदी से मिलती नहीं तो अब तक ताजमहल गिर गया होता। ताजमहल के निर्माण के समय शाहजहां ने इसके शिखर पर सोने का एक कलश लगवाया था। इसकी लंबाई 30 फीट 6 इंच थी। कलश करीब 40 हजार तोले सोने से बनाया गया था। ताजमहल को 1857 में एक हमले के दौरान थोड़ा सा नुकसान हुआ था। लेकिन लॉर्ड कर्जन ने इसे 1908 में दुबारा ठीक करवा दिया था, क्योंकि तब तक इसे विश्व भर में ख्याति मिल चुकी थी।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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