World Championship 2025: पाकिस्तानी एथलीट Arshad Nadeem ने Neeraj से लंबा भाला फेंका, सचिन ने भी दिखाई दमखम
World Championship 2025, वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का छठा दिन भारतीय फैंस और एथलेटिक्स प्रेमियों के लिए रोमांचक रहा।
World Championship 2025 : Neeraj Chopra और Arshad Nadeem की टक्कर, फाइनल में जगह बनाने वाले खिलाड़ियों की पूरी रिपोर्ट
World Championship 2025, वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का छठा दिन भारतीय फैंस और एथलेटिक्स प्रेमियों के लिए रोमांचक रहा। मेंस जेवलिन थ्रो का फाइनल मुकाबला देखने को मिला, जिसमें त्रिनिदाद और टोबैगो के स्टार एथलीट केशोर्न वालकॉट ने गोल्ड मेडल जीतकर अपना जलवा बरकरार रखा। यह वही केशोर्न हैं, जिन्होंने 19 साल की उम्र में ओलंपिक गोल्ड जीता था। 13 साल बाद भी उनका दबदबा कायम है।
केशोर्न वालकॉट का शानदार प्रदर्शन
केशोर्न वालकॉट ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनका हर प्रयास गोल्ड जीतने की उनकी क्षमता को दर्शाता रहा। उनके प्रयास इस प्रकार रहे:
-पहला प्रयास: 81.22 मीटर
-दूसरा प्रयास: 87.83 मीटर
-तीसरा प्रयास: 81.65 मीटर
-चौथा प्रयास: 88.16 मीटर
-पांचवां प्रयास: 85.84 मीटर
-छठा प्रयास: 83 मीटर
उनकी चौथे प्रयास में 88.16 मीटर की थ्रो ने गोल्ड मेडल की दिशा तय कर दी। केशोर्न ने दिखा दिया कि वर्षों का अनुभव और लगातार मेहनत उन्हें आज भी दुनिया के टॉप जेवलिन थ्रोअर्स में बनाये रखती है।
सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल विजेता
-सिल्वर मेडल: जर्मनी के एंडरसन पीटर्स
-ब्रॉन्ज मेडल: अमेरिका के कर्टिस थॉम्पसन
एंडरसन पीटर्स ने लगातार स्थिर प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया। वहीं, कर्टिस थॉम्पसन ने कांस्य पदक जीतकर अमेरिका की झोली में मेडल डाल दिया।
नीरज चोपड़ा का फाइनल निराशाजनक
भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। उनके फाइनल में सबसे लंबा प्रयास 84.03 मीटर का था। हालांकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन माना जाता है, लेकिन पदक जीतने के लिए यह पर्याप्त नहीं था। नीरज ने अपने आखिरी प्रयास में फाउल किया, जिससे उनका मौका और भी सीमित हो गया। यह प्रदर्शन उनके फैंस के लिए थोड़ा निराशाजनक रहा, क्योंकि सभी उनसे गोल्ड या कम से कम मेडल की उम्मीद कर रहे थे।
सचिन यादव का शानदार प्रदर्शन
भारत की ओर से एक और एथलीट सचिन यादव ने चौथे स्थान पर फिनिश कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। सचिन ने शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन किया। उनके शुरुआती तीन प्रयास:
-पहला प्रयास: 85 मीटर
-दूसरा प्रयास: 85 मीटर
-तीसरा प्रयास: 85 मीटर
अंतिम प्रयास में सचिन ने 80.95 मीटर की थ्रो की। यद्यपि वह पदक जीतने में सफल नहीं हो पाए, लेकिन उनका प्रदर्शन निश्चित रूप से भारत के लिए गर्व का विषय है।
मुकाबले का विश्लेषण
इस फाइनल में कुल छह प्रयास किए गए, जिसमें केशोर्न वालकॉट का चौथा प्रयास सबसे प्रभावशाली रहा। नीरज चोपड़ा और सचिन यादव ने भी बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन अनुभव और दबाव ने अंतर तय किया।
-केशोर्न की लंबी थ्रो और स्थिरता ने उन्हें गोल्ड दिलाया।
-एंडरसन पीटर्स की निरंतरता ने सिल्वर पक्का किया।
-सचिन यादव का चौथे स्थान पर फिनिश करना भारत के लिए उत्साहवर्धक है।
-नीरज चोपड़ा का निराशाजनक फिनिश फैंस को थोड़ा दुखी कर गया।
भविष्य की उम्मीदें
नीरज चोपड़ा और सचिन यादव ने यह साबित कर दिया कि भारत में जेवलिन थ्रो में टैलेंट की कोई कमी नहीं है। आगामी टूर्नामेंट और अभ्यास सत्रों में थोड़ी और मेहनत और अनुभव उन्हें मेडल के करीब ला सकता है। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में केशोर्न वालकॉट ने अपनी काबिलियत साबित की और गोल्ड मेडल जीतकर दुनिया को दिखा दिया कि वे अब भी शीर्ष पर हैं। भारत के नीरज चोपड़ा और सचिन यादव ने भी अपना दम दिखाया। हालांकि मेडल जीतने में सफल नहीं हुए, लेकिन उनके प्रयास भारत के लिए गर्व और भविष्य के लिए उम्मीद जगाते हैं।
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