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उरन में कल दिखे संदिग्ध का स्केज जारी

उरन में कल दिखे संदिग्ध का स्केज जारी


उरन में कल दिखे संदिग्ध का स्केज जारी:- नवीं मुंबई के उरन में संदिग्ध लोगों को कल देखे जाने के बाद, मुंबई में चारों ओर अर्ल्ट जारी  हो गया है। महाराष्ट्र पुलिस, सेना, तटीय सुरक्षा से संबिधित सभी एजेंसियां चौकस हो गई है। जगह-जगह तलाशी ली जा रही है। इन पांच संदिग्ध की तलाश जारी है। इनकी तलाश के लिए हेलिकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

नेवी बेस के पास दिखे थे संदिग्ध

इसी बीच एक संदिग्ध का स्केज जारी किया है। इसके बारे में महाराष्ट्र डीजीपी अपनी जांच रिपोर्ट दे सकते हैं।

उरन में नौसेना का एक केंद्र आईएनएस अभिमन्यु होने के अलावा केंद्रीय विद्यालय, कुछ और स्कूल साथ ही सेशन कोर्ट भी है। कल से संदिग्ध की खबर मिलने के बाद सेशन कोर्ट खाली करा दिया गया है। इसके साथ ही नेवी बेस भी है जहां कल संदिग्ध दिखाई दिए थे।

कुछ दूरी पर ही है भाभा परमाणु अनुसंधान

उरन से कुछ दूरी पर ही जवाहरलाल नेहरु पोर्ट, राजभवन, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र जैसे संवेदनशील संस्थान हैं। इन सभी के साथ मंबई की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है। स्कूल कॉलेज को आज बंद रखा गया है।

उरन में कल दिखे संदिग्ध का स्केज जारी
संदिग्ध क्यक्ति का स्केज

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पहले भी समुद्र के रास्ते आए आतंकी

नौसेना प्रवक्ता राहुल सिंहा ने पहले कहा था, “रिपोर्ट के अनुसार पठानी सूट में पांच से छह संदिग्धों को हथियार के साथ देखा गया था।  उन्होंने कमर पर बैग टांग रखे थे।” कुछ रिपोर्टो में कहा जा रहा है कि संदिग्ध सैन्य वर्दी में हैं।

साथ ही कहा है कि हेलीकॉप्टर द्वारा सर्च ऑपरेशन जारी है। समुद्र में नौकाओं की गश्त बढ़ा दी गई है। सारे नाविकों का आदेश दिया गया है कि, अगर उन्हें कोई नौका या संदिग्ध व्यक्ति समुद्र में दिखे तो वह इसकी सूचना जल्द ही जांच एजेंसियों को दें।

इससे पहले भी दो बार मुंबई में हुए आतंकी हमले में हमलावरों ने समुद्र के रास्ते ही मायानगरी में प्रवेश किया था। पहली बार 12 मार्च 1993 को आतंकियों ने मुंबई को लगातार 13 बम विस्फोटों से दहला दिया था। दूसरी बार 26/11 की वह घटना जिसने कई घरों के चिराग बुझा दिए थे।

दो छात्रों ने देखा संदिग्धों को

आपको बता दें, कल नवीं मुंबई के उरन में दो स्कूल छात्राओं ने पांच संदिग्धों को नेवी वेस के पास घूमते देखा था। उनकी भाषा भी अलग थी।

इस बात की जानकारी छात्राओं ने अपने टीचर को दी। जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने यह जानकारी पुलिस को दी। छात्राओं ने बताया कि, उनकी भाषा भी अलग थी। वह स्कूल और एलओसी की बातें करते हुए जा रहे थे, जो उन्हें समझ में आई है।

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