Navratri Vrat Niyam: अगर आप भी रख रहे हैं नवरात्रि का व्रत तो जान लें दिन में कितनी बार करना चाहिए फलाहार, ये है नियम
Navratri Vrat Niyam: आज यानी कि गुरुवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान 12 को दुर्गा विसर्जन और दशहरा है। इस बार गुरुवार से नवरात्रि की शुरुआत होने के कारण माता का आगमन पालकी में हुआ है। मां दुर्गा के आने से सभी के जीवन में खुशियां और सुख-समृद्धि का वास होता है।
Navratri Vrat Niyam: नवरात्रि व्रत में जानें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
आज यानी कि गुरुवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान 12 को दुर्गा विसर्जन और दशहरा है। इस बार गुरुवार से नवरात्रि की शुरुआत होने के कारण माता का आगमन पालकी में हुआ है। मां दुर्गा के आने से सभी के जीवन में खुशियां और सुख-समृद्धि का वास होता है। इस दौरान घरों व पंडालों में माता का भव्य तरीके से स्वागत किया जाता है, जिसकी तैयारी महीने भर पहले शुरू हो जाती है। नवरात्रि के ये नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को पूरी तरह से समर्पित है। इस अवधि में देवी की विधि विधान से पूजा की जाती हैं। वहीं महिलाएं परिवार की तरक्की और खुशहाल जीवन के लिए नौ दिनों तक उपवास रखती हैं, जिससे माता रानी प्रसन्न होती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में उपवास रखने से जातक को शुभ परिणामों की प्राप्ति होती हैं। लेकिन व्रत के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाता है, जिससे पूजा का संपूर्ण फल मिलता है। इसी कड़ी में आइए नवरात्रि के व्रत नियमों के बारे में जानते हैं।
आप लोगों ने अक्सर देखा होगा कि नवरात्रि के दौरान जो लोग व्रत रखते हैं उन्हें जब भी भूख लगती है। वे जब मन चाहे फलाहार कर लेते हैं। या व्रत में खाई जाने वाली चीजें खा लेते हैं। वहीं कुछ लोग नवरात्रि के व्रत में दिन में एक बार ही फलाहार करते हैं। यह आम तौर पर दोपहर या शाम के समय किया जाता है। कुछ लोग दिन में दो बार फलाहार करते हैं। एक बार सुबह और एक बार शाम को। कुछ लोग पूरे दिन में थोड़ा-थोड़ा करके फलाहार करते रहते हैं। नवरात्रि का व्रत पूरे 9 दिनों तक रखा जाता है।
कई बार न करें फलाहार Navratri Vrat Niyam
नवरात्रि के दौरान रसोपवास, फलोपवास, दुग्धोपवास, लघु उपवास, अधोपवास और पूर्णोपवास किया जा सकता है। कुछ लोग उपवास के दौरान खिचड़ी खाते हैं, कुछ सेंधा नमक के साथ भोजन करते हैं। कुछ फलाहार भी करते हैं तो कुछ केवल दूध और जल आदि ग्रहण करते हैं। जिनकी जैसी क्षमता होती है वे वैसा उपवास करते हैं। आप चाहे किसी भी तरह का उपवास क्यों न करें, लेकिन बार-बार और बहुत ज्यादा नहीं खाना चाहिए। क्योंकि ऐसा व्रत करने से व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता है।
दो समय ही करें फलाहार Navratri Vrat Niyam
यदि आप फलाहार करते हैं तो एक या दो समय ही फलाहार लें। वहीं अधोपवास करते हैं तो एक समय ही भोजन करें। नवरात्रि व्रत में दिन भर उपवास रहें और रात में ही एक बार भोजन करें। यह भी कोशिश करें कि रात में किए जाने वाले भोजन को रात में ही बनाएं। यानी भोजन को बहुत समय पहले से बनाकर तैयार न करें। इससे जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
नवरात्रि व्रत नियम Navratri Vrat Niyam
- हिंदू धर्म में कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरूप माना जाता है। नवरात्रि के व्रत का पारण हमेशा कंजका का पूजन करने के बाद होता है। ऐसे में किसी भी कन्या व महिला को अपमानित न करें। हमेशा उनके प्रति सम्मान का भाव रखें।
- नवरात्रि का व्रत रख रहे लोगों को तामसिक भोजन से परहेज रखना चाहिए। इस दौरान साधक को सात्विकता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है। इस दौरान दिन के अनुसार माता के स्वरूप की पूजा करनी चाहिए। पूजा में हमेशा दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तसती का पाठ करें, इससे देवी प्रसन्न होती हैं।
- नवरात्रि में अगर आपने कलश स्थापना, अखंड ज्योति या चौकी लगाई है, तो घर को कभी खाली न छोड़े। ऐसा करना अशुभ होता है। Navratri Vrat Niyam
- यदि आप नौ दिनों का उपवास रख रहें हैं, तो बीच में व्रत न तोड़ें। यदि कोई गंभीर परिस्थिति है, तो देवी से क्षमा मांगे और व्रत नियमानुसार खोल लें।
- नवरात्रि के दिनों में घर में प्याज लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप व्रत नहीं रख रहें हैं, तब भी घर में इसका सेवन न करें।
- पैराणिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में मां दुर्गा घरों में भ्रमण करती हैं, तो घर को खाली न छोड़े। हमेशा घर में उजाला व रौनक बनाएं रखें, इससे सुख-समृद्धि का वास होता है।
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नवरात्रि व्रत में क्या खाएं Navratri Vrat Niyam
- सिंघाड़े के आटे से बनी पूड़ी, पराठे, पकौड़े, हलवा खा सकते हैं।
- कुट्टू के आटे की खिचड़ी, पकौड़े, हलवा, पूड़ी-पराठा।
- राजगिरा के आटे से बना हलवा, पूड़ी-पराठा या अन्य पकवान।
- समा के चावल के आटे से बना उत्पम, इडली, डोसा या पूड़ी
- जीरा या जीरा पाउडर, काली मिर्च या काली पाउडर, सेंधा नमक, हरी इलायची, लौंग, दालचीनी, जायफल, अनारदाना, अदरक, हरी मिर्च, नींबू, अजवाइन, हरा धनिया, पुदीना जैसे मसाले खा सकते हैं।
- करी पत्ता, अमचूर, चाट मसाला, लाल मिर्च पाउडर जैसे मसालों कि इस्तेमाल कुछ लोग करते हैं और कुछ लोग नहीं। ऐसे में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक बार बुजुर्गों की सलाह जरूर लें।
- व्रत के दौरान आलू, टमाटर, कद्दू, शकरकंद, कच्चा केला, पपीता, पालक, लौकी, गाजर, अरबी और रतालू जैसी सब्जियों से बनी किसी चीज का इस्तेमाल भी किया जाता है।
- साबूदाना, मखाना, ड्राई फ्रूट्स, फल से बनी चीजों का सेवन भी किया जाता है।
- दूध से बनी कोई चीज का सेवन कर सकते हैं।
- नारियल के फल या इससे बनी कोई चीज का सेवन किया जा सकता है।
नवरात्रि व्रत में क्या नहीं खाएं Navratri Vrat Niyam
- प्याज और लहसुन से परहेज करें।
- दाल और फलियां न खाएं।
- साधारण नमक का इस्तेमाल न करें।
- हल्दी, हींग, सरसों, मेथी दाना, गरम मसाला और धनिया पाउडर जैसे मसाले।
- उपवास में कॉफी नहीं पीनी चाहिए।
- बाजार की आइसक्रीम न खाएं।
- मकई, मकई स्टार्च, मकई का आटा, जई, अलसी के बीज, चिया सीड्स के सेवन से बचें।
- सूरजमुखी के तेल जैसे बीजों से बना कोई भी तेल।
- चावल और चावल का आटा, गेहूं का आटा, मैदा, सूजी, बेसन।
- शराब, नॉनवेज, अंडे, धूम्रपान से परहेज करें।
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