धार्मिक

Ganga Dussehra 2024: गंगा में नहाने से धुल जाते हैं मनुष्यों के सभी पाप, गंगास्नान के दौरान भूल से भी न करें ये गलती, वरना भुगतने पड़ेंगे बुरे परिणाम

Ganga Dussehra 2024: गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करने का बड़ महत्व है। गंगा नदी में डुबकी लगाने से व्यक्ति के हर प्रकार के पाप धुल जाते हैं। इस पवित्र नदी में नहाते समय कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो वह पाप का भागीदारी बन जाता है, जिसकी वजह से उसे दरिद्रता और समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

Ganga Dussehra 2024: जान लें गंगा स्नान से जुड़े कुछ जरूरी नियम, नहीं तो हो सकता है अनर्थ

हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन मां गंगा धरती पर प्रकट हुईं थीं। गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करने का बड़ महत्व है। गंगा सबसे पवित्र और शुभ माने जाने वाली नदी है। हिंदू धर्म में किया गया कोई भी धार्मिक कार्य गंगा के शुभ जल के बिना अधूरा माना जाता है। Ganga Dussehra 2024 गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। इसलिए इस दिन एक साथ लाखों लोग आस्था की डुबकी लगाते हैं।

आपको बता दें कि गंगा नदी में डुबकी लगाने से व्यक्ति के हर प्रकार के पाप धुल जाते हैं। ऐसे में अगर आप भी गंगा दशहरा के दिन या किसी ओर दिन गंगा नदी में स्नान करने जा रहे हैं तो इस पवित्र नदी में नहाते समय कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो वह पाप का भागीदारी बन जाता है, जिसकी वजह से उसे दरिद्रता और समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि आप गंगा स्नान के दौरान कौन सी गलतियों को करने से बचें। आइए जानते हैं विस्तार से-

गंगा स्नान के दौरान भूल से भी न करें ये गलती

दोबारा नहाने से बचें Ganga Dussehra 2024

गंगा नदी में एक बार नहाने के बाद कभी भी घर जाकर फिर से नहीं नहाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इसके साथ ही इससे मां गंगा क्रोधित भी हो सकती हैं। आपको जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

Read More:- Ganga Dussehra 2024: इस बार गंगा दशहरा पर बन रहा बेहद अद्भुत संयोग, जानें पूजा की विधि और मनोकामना पूर्ति के चमत्कारी टोटके

सात बार से ज्यादा न लगाएं डुबकी Ganga Dussehra 2024

ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि गंगा नदी में नहाते समय केवल सात बार ही डुबकी लगानी चाहिए। इससे अधिक डुबकी लगाना दरिद्रता का कारण बन सकती है। वहीं, इस नियम का पालन करने से व्यक्ति को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है, जबकि इसका उल्लंघन करने से वालों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

कभी भी न करें पेशाब Ganga Dussehra 2024

आपको बता दें कि गंगा नदी में नहाते समय कभी भी मल मूत्र का त्याग नहीं करना चाहिए। इसके अलावा कभी भी अपवित्र वस्त्र पहन कर नदी में नहीं जाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इसके साथ ही व्यक्ति पाप का भागीदारी बन जाता है। यह ब्रह्महत्या के बराबर माना जाता है।

न धोएं कपड़ें Ganga Dussehra 2024

गंगा नदी में स्नान करने के बाद उसमें अंडरगारमेंट धोने की कभी भी गलती नहीं करनी चाहिए। यह आपको पाप का भागीदारी बना सकता है। इसके साथ ही अकाल मृत्यु का कारण भी बन सकता है।

We’re now on WhatsApp. Click to join

भूल से भी न करें साबुन का इस्तेमाल Ganga Dussehra 2024

गंगा नदी में स्नान के दौरान कभी भी साबुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। गंगा नदी में केवल स्नान करना ही पुण्य माना जाता है।

कुल्ला आदि न करें Ganga Dussehra 2024

गंगा नदी में स्नान के समय कभी भी कुल्ला या फिर कोई कपड़ा नहीं धोना चाहिए। ऐसा करना पवित्र नदी का उपहास और अपमान माना जाता है। दरअसल गंगा नदी को मां के समान पूजा जाता है। इसलिए ऐसा न करें वरना घर की सुख- समृद्धि भी जा सकती है।

इन चीजों को भी करने से बचें Ganga Dussehra 2024

  • गंगादशहरा के दिन गंगा तट पर स्नान के दौरान शरीर के मैल को गंगा में नहीं रगड़ना चाहिए।
  • प्लास्टिक और अन्य अजैविक पदार्थों को घाटों में फेंकने के बजाए कूड़ादान में ही डालें।
  • सूतक काल में कभी भी गंगा स्नान नहीं करना चाहिए, ऐसा करना आपको कष्ट का भागी बना सकता है।
  • गंगा स्नान के बाद शरीर को कभी पोछें नहीं। ऐसा करने से गंगा सेवन का लाभ कम हो जाता है।
  • गंगा स्नान करते समय सबसे पहले अपने ईष्ट देव और सूर्य को प्रणाम करें।
  • स्नान के बाद सबसे पहले सूर्य देव को जल चढ़ाएं।
  • इस दिन गंगा में डुबकी लगाकर ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः मंत्र का जाप करते हुए स्नान करें। इससे आपके पापों का प्रायश्चित हो जाता है।

गंगा दशहरा का महत्व Ganga Dussehra 2024

ऐसा माना गया है कि गंगा दशहरा के दिन जो मनुष्य गंगा स्नान करके पूजा पाठ और दान करता है, उसके सारे पापों का नाश हो जाता है। भगवान विष्णु ऐसा करने वालों से प्रसन्न होते हैं। इस दिन पूजा करते समय मां गंगा के मंत्र- ‘ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः’ का जाप करना चाहिए।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
Back to top button