Maharashtra Politics: चाचा से अलग भतीजे अजित की राजनीति, नए संसद भवन पर कहा इतना कुछ…
पुराने संसद भवन के निर्माण के समय देश की जनसंख्या की तुलना वर्तमान जनसंख्या से करते हुए अजित ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के साथ लोगों का प्रतिनिधित्व भी बढ़ेगा और मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि इस नए भवन की आवश्यकता थी।
Maharashtra Politics: पीएम मोदी की डिग्री विवाद पर बोले एनसीपी नेता, अजित पवार ने पीएम मोदी की करी जमकर तारीफ
Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजित पवार ने एक बार फिर अपनी पार्टी और महाविकास आघाड़ी से अलग रुख अपनाया है। एनसीपी ने जहां नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया था। वहीं अजित ने अब इसका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि देश की आबादी 135 करोड़ से अधिक हो गई है। ऐसे में नए संसद भवन की जरूरत थी। यह पहला मौका नहीं है, जब उन्होंने चाचा से अलग बयान दिया हो। वे पहले भी ऐसा कर चुके हैं।
चाचा से अलग भतीजे की राजनीति?
आपको बता दें कि अजित पवार ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद कहा था कि अगर महाराष्ट्र में शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित कर भी दिया जाता तो भी सरकार को कोई खतरा नहीं होगा। इसके अलावा, बीते दिनों जब शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ने का एलान किया था, तो अजित ने अपने चाचा के इस फैसले का स्वागत किया था। एक बार तो अजित रातोंरात देवेंद्र फडणवीस के साथ मिल गए और सुबह डिप्टी सीएम के रूप मे शपथ ले ली। हालांकि, बाद में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
नई संसद को हमने खुद बनाया- अजित
अजित पवार ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि अंग्रेजों ने अपनी संसद (पुरानी इमारत) बनाई थी। अब जिस नए संसद भवन का उद्घाटन हो रहा है, उसे हमने खुद बनाया है।
नए संसद भवन की आवश्यकता थी- अजित
पुराने संसद भवन के निर्माण के समय देश की जनसंख्या की तुलना वर्तमान जनसंख्या से करते हुए अजित ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के साथ लोगों का प्रतिनिधित्व भी बढ़ेगा और मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि इस नए भवन की आवश्यकता थी।
रिकार्ड समय में बनाया गया नया संसद भवन- अजित
अजित पवार ने कम समय में संसद के नए भवन के बनने की प्रशंसा की और कहा कि इमारत रिकॉर्ड समय में बनाई गई है। कोविड के समय में भी निर्माण कार्य चल रहा था और आखिरकार हमें एक अच्छा संसद भवन मिल गया है। अब इस नए भवन में सभी लोग संविधान के अनुसार काम करेंगे और आम लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगे। इसमें सभी की भागीदारी होगी।
पीएम मोदी की डिग्री विवाद
पीएम मोदी की डिग्री विवाद पर अजित ने कहा था कि भाजपा ने पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के दूरदराज इलाकों में जीत हासिल की। यह उनका जादू नहीं तो क्या है। जहां तक बात राजनीति में शिक्षा की है तो इसे ज्यादा महत्व नहीं दिया जाना चाहिए। इससे पहले, 21 अप्रैल 2023 को मुंबई में एनसीपी सम्मेलन में जहां शरद पवार ने पुलवामा अटैक और गुजरात के नरोड में हुई हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला, वहीं पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में अजित पवार ने प्रधानमंत्री की जमकर तारीफ की।
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डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेना
अजित पवार की महत्वाकांक्षाएं बहुत बड़ी हैं। इसके लिए वे पार्टी लाइन से हटने में भी संकोच नहीं करते हैं। ऐसा ही वाक्या 23 नवंबर 2019 को देखने को मिला। जब अजित ने अचानक भाजपा को अपना समर्थन दे दिया और डिप्टी सीएम के रूप में शपथग्रहण कर लिया। हालांकि, उनका यह कदम सफल साबित नहीं हुआ और उन्हें 80 घंटे के अंदर अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
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