क्या आप का बच्चा तुतलाकर बोलता है?
तुतलाकर बोलने की आदत परेशान कर सकती है, आप को
जब बच्चे शुरू में बोलना शुरू करते है और एक या दो साल के होते हैं तो उनका तुतलाकर बोलना अच्छा लगता है। तोतली जुबान बहुत ही प्यारी लगती है। उनकी तुतला कर बोली होगी बातें बहुत मीठी लगती हैं। दिल करता है बस उनकी बातें ही सुनते रहें। साथ ही जब हम छोटे बच्चों से बातें करते है, तो हम भी तुतलाकर बोलना शुरू कर देते है। लेकिन उन्हें सुधारने का ख्याल तक किसी को नहीं आता है। साथ ही मां-बाप और दूसरे रिश्तेदार भी छोटे बच्चों के साथ उसी तरीके से बोलना शुरू कर देते हैं। लेकिन जब बच्चा बड़ा होने लगता है, तो उस की ये आदत परेशानी का कारण बन जाती है।
कुछ बच्चे इस आदत को बड़े होते ही छोड़ देते है, मगर बहुत से बच्चे ऐसे हैं जो इस आदत को छोड़ ही नहीं पाते। फिर बड़े होने पर भी तुतला कर ही बातें करते है। ऐसे बच्चों को घर में और समाज में कई बार शर्मिंदगी उठानी भी पड़ती है। स्कूल में दूसरे सहपाठियों के सामने और कॉलेज में अपने दोस्तों के साथ भी मजाक बन जाता है। इस से सबसे बड़ा नुकसान करियर में उठाना पड़ता है। जब वो किसी कंपनी में इंटरव्यू देने जाता है, तो ये आदत एक कमी के रूप में सामने आती है। इस जॉब मिलना भी मुश्किल हो जाता है। अगर आपके बच्चे को भी ये परेशानी है तो अभी से उस पर जरूरी ध्यान दें। सबसे पहले तो डॉक्टर की सलाह लें, उस के बाद कुछ घरेलू उपायों भी करें , जिसे आजमाने से भी फायदा होगा।
आज हम बताते है, कुछ घरेलू उपायें।
- अपने बच्चे को हरा आंवला चबाने के लिए दें।
- आंवले खाने से भी आवाज साफ होती है।
- अगर आप बच्चा तुतलाता है, तो बादाम के सात टुकड़े ले और उतनी ही मात्रा में काली मिर्च को पीस ले। उसकी चटनी जैसा पेस्ट तैयार कर लें। फिर इसमें शहद मिलाकर बच्चे को चाटने के लिए दें
- साथ ही काली मिर्च चूसने से भी बहुत फायदा होता है।