Republic Day 2023 : 74वां गणतंत्र दिवस है ख़ास, इस साल महिला सशक्तिकरण का दिखेगा दम
Republic Day 2023 : संविधान की इन बातों को नहीं जानते होंगे आप, डालें एक नज़र
Highlights:
- क्या है गणतंत्र दिवस का इतिहास?
- क्या थी डॉ बी आर अंबेडकर की भूमिका?
- कैसे चुने जाते हैं मुख्य अतिथि? आज तक मुख्य अतिथियों की लिस्ट में कौन – कौन रह चुके हैं शामिल?
- इस वर्ष कौन होगा चीफ गेस्ट ? क्या है इस वर्ष ख़ास ?
Republic Day 2023 हर भारतीय के लिए गणतंत्र दिवस का दिन बेहद ख़ास है। इस साल पूरा देश 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
भारत में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है गणतंत्र दिवस का त्योहार । गणतंत्र दिवस भारत में हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है
26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू किया गया था तब से भारत संविधान के गठन का जश्न मनाने के लिए गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
महत्व
भारत 200 से अधिक वर्षों तक अंग्रेजों की गुलामी में था और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के बाद ब्रिटिश राज के शासन से स्वतंत्र हुआ।
कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार संविधान को तैयार किया गया और 4 जनवरी 1950 को विधानसभा सदस्यों ने संविधान की दो हस्तलिखित प्रतियों पर हस्ताक्षर किए, एक अंग्रेजी में और एक हिंदी में। दो दिन बाद यानि 26 जनवरी 1950 में एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ संविधान लागू हुआ और इतिहास रच दिया गया। उस दिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद का भारतीय संघ के अध्यक्ष के रूप में पहला कार्यकाल शुरू हुआ।
तब से लेकर अब तक हर साल गणतंत्र दिवस पर भारत की ओर से विश्व के कई लोकप्रिय और प्रभावशाली हस्तियों को इस दिन के लिए आमंत्रित किया जाता रहा है।
परेड के लिए चुने जाते रहे हैं ये स्थान
भारत के प्रारंभिक चार गणतंत्र दिवस परेड 1950 से 1954 को विभिन्न स्थानों जैसे लाल किला, रामलीला मैदान, इरविन स्टेडियम, किंग्सवे पर आयोजित किया गया था। हालांकि , 1955 में, राजपथ को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए स्थायी स्थल के रूप में चुना गया था। आइए इस आर्टिकल में हम आगे जानते हैं की 1950 के पहले गणतंत्र दिवस से अब तक कोन से नामचीन जाने -माने हस्ती मुख्य अतिथि के रूप में आ चुके हैं। इसके साथ ही इस साल गणतंत्र दिवस पर अतिथि कौन होंगे इसके बारे में भी हम आपको बताएंगे।
इस वर्ष इजिप्ट के राष्ट्रपति होंगे चीफ गेस्ट
दिल्ली में हर साल गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन होता है, सिर्फ दिल्ली से ही नहीं दिल्ली के बाहर से भी लोग इसे देखने के लिए आते हैं। गणतंत्र दिवस परेड में सेना के जवान परेड करते है, राज्यों की झांकी निकलती है, साथ ही कई सरकारी संस्थान भी अपनी प्रगति झांकी के रूप में प्रस्तुत करते हैं। आपको बता दें कि इस बार 26 जनवरी 2023 को होने वाले गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के मौके पर इजिप्ट यानी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी बतौर चीफ गेस्ट शामिल होंगे।
ये महान हस्तियां गणतंत्र दिवस परेड में हो चुके हैं शामिल
मलिक गुलाम मुहम्मद
1955 में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाले पहले मुख्य अतिथि थे पाकिस्तान के तत्कालीन गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद। यह उन बहुत कम अवसरों में से एक था जब किसी देश के मुखिया के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने स्वतंत्र भारत का दौरा वर्ष 1961 में देश के गणतंत्र दिवस के अवसर पर किया था, जब उन्हें राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा इस अवसर के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
मोहम्मद जहीर शाह
अफगानिस्तान के अंतिम राजा मोहम्मद जहीर शाह सन 1967 में भारत देश के गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आए थे। उन्हें राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा आमंत्रित किया गया था।
नेल्सन मंडेला
दक्षिण अफ्रीका के पहले राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने सन 1995 में भारत के राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के आमंत्रण पर देश के गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि बनकर आए थे।
बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव
सन 1999 के गणतंत्र दिवस दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आए थे सबसे प्रसिद्ध नेपाली राजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव। उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति के आर नारायणन ने आमंत्रित किया था।
व्लादिमीर पुतिन
रूस के सबसे प्रख्यात राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मुख्य अतिथि के रूप में सन 2007 के गणतंत्र दिवस दिवस के अवसर पर मेजबानी भारत ने की।
बराक ओबामा
अमेरिका के 44वें और सबसे चाहिते राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा ने वर्ष 2015 के गणतंत्र दिवस दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत पधारे थे। तब भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी हुआ करते थे।
जेयर बोल्सोनारो
देश के 71वी गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोल्सोनारो आए थे। यह तीसरी बार था जब ब्राजील का कोई राष्ट्रपति देश के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहा था।
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आइए जानते है की भारत के गणतंत्र दिवस के लिए मुख्य अतिथि कैसे चुना जाता है?
गणतंत्र दिवस से छह महीने पहले, भारत सरकार या तो राज्य के प्रमुख या सरकार को निमंत्रण भेजती है, जो संबंधित देश के साथ भारत के संबंध के अधीन है। निमंत्रण भेजने से पहले, भारत के राष्ट्रपति से मंजूरी के अलावा भारतीय प्रधानमंत्री की मंजूरी मांगी जाती है। देश के इस महत्वपूर्ण दिन में मुख्य रूप में विदेशी अतिथि इसलिए बुलाए जाते हैं ताकि दुनिया के अन्य देशो संग भारत के रिश्ते बेहतर और मजबूत हो सके।
इस साल का गणतंत्र दिवस है ख़ास
भारत की 15वीं राष्ट्रपति और पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 2023 में अपने पहले गणतंत्र दिवस में शामिल होंगी।
आजादी के बाद पहली बार 2023 गणतंत्र दिवस परेड में ऊंट की सवारी करने वाली बी.एस.एफ की महिला टुकड़ी की परेड होगी।
Edit- Pooja Bharti
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