Positive Parenting: पॉजिटिव पेरेंटिंग का ये तरीका बदल सकता है आपके बच्चों की पर्सनैलिटी
पॉजिटिव पैरेंटिंग बच्चों को जिंदगी में सही दिशा देने के लिए एक बेहतर तरीका हो सकता है। जिससे पैरेंट्स और बच्चे का रिश्ता भी मजबूत होगा।
क्या है Positive Parenting, जो आपके बच्चे को बना सकता है दूसरों से अलग और ज्यादा कॉन्फिडेंट
Positive Parenting: बच्चों की सही परवरिश करना बहुत जरूरी है. उन्हें खुले विचारों और सही-गलत की समझ के साथ विकसित करना चाहिए. बच्चे जो सीखते हैं सबसे पहले अपने माता-पिता से ही सीखते हैं. हालांकि अलग-अलग लोगों की सोच अलग होती है. कुछ लोग लड़का लड़की में कोई अंतर नहीं करते हैं, जबकि कुछ लोग लड़कियों की परवरिश अलग और लड़कों की परवरिश अलग तरीके से करते हैं. कई घरों में आज भी लड़कियों को बचपन से लड़कों से कम आंका जाता है.
उन्हें कैसे बात करनी है कैसे कपड़े पहनने हैं कहां जाना है कहां नहीं जाना है इसके बारे में बताया जाता है. उन्हें घर के काम सिखाए जाते हैं जबकि कुछ घरों में लड़कों के लिए कोई ऐसे कोई रूल्स नहीं होते हैं. जो कि गलत है. आइये जानते हैं बच्चों की सही परवरिश करने के कुछ टिप्स.
बच्चे को बनाएं कॉन्फिडेंट
बच्चों में आत्मविश्वास की कमी होने के कारण कई बार वह स्कूल यह दूसरों के सामने बोलने या अपनी बातें रखने में अक्सर हिचकिचाते हैं। ऐसे बच्चे हमेशा किसी नये काम को करने से डरते हैं या छोटी-मोटी असफलताओं से घबरा जाते हैं। ऐसे में बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने की कोशिश करें और उन्हें हर नए चैलेंज के लिए मोटिवेट करें इस तरह वह खुद पर विश्वास कर सकेगा और आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
पढ़ाई-लिखाई पर दें ध्यान
बच्चों की अच्छी शिक्षा का ध्यान रखना हर माता-पिता का कर्तव्य होता है। हर माता-पिता को अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा का ध्यान जरूर रखना चाहिए। चाहे लड़की हो या लड़का हर किसी को अच्छी शिक्षा जरूर मिलनी चाहिए।
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बच्चों को प्यार से समझाएं
अगर बच्चे कभी कोई गलती करते हैं। तो उन्हें डांटने , फटकारने की जगह प्यार से समझना चाहिए। बच्चे प्यार से समझाने से जल्दी समझते हैं। और उन्हें उनके गलत व्यवहार को बदलने के लिए मोटीवेट करें।
दूसरे बच्चों से ना करें तुलना
पेरेंट्स अफसर बच्चों को अच्छी बातें सीखने या काम को बेहतर परफॉर्म करने के लिए दूसरे बच्चों का उदाहरण देते हैं। लेकिन ऐसे करने से बच्चों का कॉन्फिडेंस लेवल कम हो जाता है। अपने बच्चों में कॉन्फिडेंस लाने के लिए उनकी मदद करें। और उन्हें अपनी रूचि के हिसाब से काम करने के लिए प्रेरित करें।
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बच्चों के साथ बताएं टाइम
मौजूदा समय में एक बड़ा चैलेंज यह भी है लोग अपने काम में बहुत अधिक व्यस्त रहते हैं । ऐसे में बच्चों के साथ बमुश्किल समय बिता पाते हैं। लेकिन, बच्चों को माता-पिता के साथ की जरूरत होती है। अपने बच्चे के साथ थोड़ा समय जरूर बिताएं। यह उनके मानसिक विकास में मदद करेगा और माता-पिता के साथ बच्चे की बॉन्डिंग भी मजबूत होगी।
पेरेंट्स ना करें ये मिस्टेक्स
मां बाप अपने बच्चों को अच्छा व्यवहार सिखाते हुए समय मां-बाप को भी अपने व्यवहार पर ध्यान दें। उनके सामने इस तरह का व्यवहार करें जिससे बच्चे को कोई गलत संदेश ना मिले। बच्चे के रोल मॉडल बनें। उन्हें अपने अच्छे व्यवहार और बातचीत के लहजे से उन्हें प्रेरित करें।
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