लाइफस्टाइल

National Hummingbird Day: राष्ट्रीय हमिंगबर्ड दिवस 2025, जानिए इन रंगीन पक्षियों की खासियतें

National Hummingbird Day, हर साल सितंबर के पहले शनिवार को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय हमिंगबर्ड दिवस (National Hummingbird Day) पक्षी प्रेमियों, पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ताओं और प्रकृति प्रेमियों के लिए बेहद खास अवसर होता है।

National Hummingbird Day : नेचर के छोटे गार्डनर, हमिंगबर्ड्स का जश्न मनाता है यह खास दिन

National Hummingbird Day, हर साल सितंबर के पहले शनिवार को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय हमिंगबर्ड दिवस (National Hummingbird Day) पक्षी प्रेमियों, पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ताओं और प्रकृति प्रेमियों के लिए बेहद खास अवसर होता है। यह दिन दुनिया के सबसे छोटे, परंतु बेहद आकर्षक पक्षी – हमिंगबर्ड को समर्पित है। उनकी उड़ान, चमकदार रंग और परागण में निभाई जाने वाली भूमिका उन्हें प्रकृति का अनमोल हिस्सा बनाती है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों मनाया जाता है यह खास दिन और इसका महत्व क्या है।

हमिंगबर्ड: नन्हे परिंदों की अनोखी पहचान

हमिंगबर्ड दुनिया के सबसे छोटे पक्षियों में से एक है, जिनका आकार अक्सर 3 से 5 इंच तक होता है। इनके पंखों की गति बेहद तेज़ होती है। यह पक्षी प्रति सेकंड 50–80 बार पंख फड़फड़ाते हैं और इसी वजह से उड़ते समय एक खास “हमिंग” ध्वनि उत्पन्न होती है, जिससे इन्हें यह नाम मिला है। इनकी खासियत यह भी है कि ये पीछे की ओर उड़ने वाले एकमात्र पक्षी हैं। इनके पंखों की गति और चपलता इन्हें फूलों के रस (नेक्टर) पीने में मदद करती है। इसके अलावा ये परागण में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, जो जैव विविधता को बनाए रखने में अहम है।

राष्ट्रीय हमिंगबर्ड दिवस क्यों मनाया जाता है?

इस दिन को मनाने का उद्देश्य है  हमिंगबर्ड की प्रजातियों का संरक्षण करना। लोगों को पर्यावरण और जैव विविधता की अहमियत समझाना। आने वाली पीढ़ियों को यह बताना कि नन्हे-नन्हे जीव भी पारिस्थितिकी तंत्र में बड़ा योगदान निभाते हैं। जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई और प्रदूषण जैसी समस्याओं ने हमिंगबर्ड्स के आवास को खतरे में डाल दिया है। यही कारण है कि यह दिन लोगों को इनके संरक्षण और सुरक्षा के लिए प्रेरित करता है।

हमिंगबर्ड और पारिस्थितिकी तंत्र

हमिंगबर्ड्स को अक्सर “नेचर के छोटे गार्डनर” कहा जाता है। ये फूलों से नेक्टर पीते हैं और इस प्रक्रिया में परागण (Pollination) करते हैं। परागण से पौधों का प्रजनन होता है, जिससे न केवल फूल बल्कि फल और बीज भी बनते हैं। इससे कृषि और वनों का संतुलन भी बना रहता है। यदि हमिंगबर्ड न हों, तो कई पौधों की प्रजातियां प्रजनन नहीं कर पाएंगी। इसीलिए ये पक्षी जैव विविधता के लिए अनिवार्य हैं।

हमिंगबर्ड से जुड़ी रोचक बातें

हमिंगबर्ड का हृदय प्रति मिनट 1200 बार धड़कता है। यह पक्षी अपने शरीर के वजन से दोगुनी मात्रा में नेक्टर पी सकता है। हमिंगबर्ड का वजन अक्सर एक रुपये के सिक्के से भी कम होता है। यह पक्षी लंबी दूरी तक प्रवास (Migration) कर सकता है, कुछ प्रजातियां 3000 मील तक की यात्रा करती हैं। इनकी याददाश्त कमाल की होती है। ये जानते हैं कि किस फूल में कब रस मिलेगा।

Read More : Neena Gupta: फैशन पर उठे सवालों पर भड़कीं नीना गुप्ता, कहा- जलते हैं इसलिए करते हैं ट्रोल

राष्ट्रीय हमिंगबर्ड दिवस कैसे मनाएं?

इस दिन को मनाने के कई तरीके हो सकते हैं अपने घर या गार्डन में हमिंगबर्ड फ्रेंडली पौधे लगाएं। हमिंगबर्ड फीडर में शुगर-वॉटर भरकर इन्हें आकर्षित करें। बच्चों और छात्रों को इनके महत्व के बारे में जानकारी दें। सोशल मीडिया पर इनके संरक्षण के संदेश साझा करें। स्थानीय या वैश्विक स्तर पर बर्ड वॉचिंग कार्यक्रमों में हिस्सा लें।

भारत और हमिंगबर्ड्स

भारत में हमिंगबर्ड्स की प्रजातियां प्राकृतिक रूप से नहीं पाई जातीं, क्योंकि ये मुख्य रूप से अमेरिका महाद्वीप में निवास करते हैं। लेकिन भारत में कई अन्य छोटे पक्षी हैं, जो पारिस्थितिकी तंत्र में समान भूमिका निभाते हैं। इसलिए भारत में यह दिवस हमें हर प्रकार के पक्षियों और जैव विविधता के संरक्षण की याद दिलाता है।

Read More : Vivek Oberoi: बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय का जन्मदिन 2025, जानें उनके सफर की कहानी

संदेश और महत्व

राष्ट्रीय हमिंगबर्ड दिवस सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का अहसास है। यह हमें सिखाता है कि चाहे जीव कितना भी छोटा क्यों न हो, उसकी भूमिका पृथ्वी पर बहुत बड़ी होती है। हमिंगबर्ड हमें यह भी प्रेरित करते हैं कि जीवन में हमेशा फुर्तीले, मेहनती और संतुलित बने रहें। उनके छोटे-छोटे पंख हमें बताते हैं कि निरंतर प्रयास से हम असंभव को भी संभव कर सकते हैं। National Hummingbird Day हमें यह याद दिलाता है कि नन्हे से नन्हा पक्षी भी पृथ्वी के संतुलन में अहम योगदान देता है। अगर हम प्रकृति की रक्षा करेंगे तो ये रंग-बिरंगे पक्षी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी धरती को खूबसूरत बनाए रखेंगे।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button