Maharashtra : महाराष्ट्र के स्कूलों में हिन्दी पढ़ाना अब अनिवार्य नहीं; फडणवीस सरकार ने हिन्दी पढ़ाने को लेकर रखी शर्ते
Maharashtra के सरकारी स्कूलों में हिंदी अनिवार्य तो नहीं होगी लेकिन यह कक्षा 1 से 5 तक सामान्य रूप से पढ़ाई जाने वाली तीसरी भाषा होगी।
Maharashtra : स्कूलों मे नहीं पढ़ाया जाएगा हिन्दी जानें क्या है फडणवीस सरकार का 3 भाषा फॉर्मूला
Maharashtra : फडणवीस सरकार ने पूरे महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी को डिफॉल्ट तीसरी भाषा बना दिया है। अप्रैल में राज्य ने सभी मराठी और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में प्राइमरी कक्षा के स्टूडेंट्स के लिए हिंदी को अनिवार्य तीसरी भाषा बना दिया था । इस आदेश के बाद विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने सरकार के फैसले पर कड़ा विरोध जताया । इस आदेश ने ‘हिंदी थोपने’ के विवाद को भी फिर से शुरू कर दिया ।
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सरकार अपने फैसले से पीछे हट गई
आपको बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने कक्षा 1-5 तक हिन्दी अनिवार्य कर दिया था। हालांकि सरकार के इस फैसले का राज्य में काफी विरोध हुआ, जिसके बाद 22 अप्रैल को महाराष्ट्र सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया था।
3 भाषा फॉर्मूला
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Maharashtra सरकार ने अपने फैसले मे यह साफ कर दिया है की राज्य के स्कूलों मे 3 भाषा फॉर्मूला अनिवार्य होगा । इसमे पहले की तरह मराठी और इंग्लिश मध्यान मे पढ़ाई जारी रहेगी । इसके अलावा स्कूलों को तीसरी भाषा का चयन करना होगा ।
भाषा को चुनने के लिए रखी शर्त
Maharashtra सरकार ने अपने आदेश में हिन्दी के अलावा कोई दूसरी भाषा सीखने का रास्ता भी खोल रखा है। इसके लिए क्लास मे कम से कम 20 छात्र होने चाहिए । जो की दूसरी भाषा सीखना चाहते है तो स्कूल उस भाषा उपलब्ध करा देगा और अगर स्कूल को उस भाषा का टीचर नहीं मिलता तो कक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी।
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