Pulwama Attack Anniversary: पुलवामा हमले के बाद भारत ने अपनाया था इस देश पर कड़ा रुख
Pulwama Attack Anniversary: ISI कि भाषा बोलते हैं इस राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री
- आतंकियों ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था।
- 27 फरवरी को पाकिस्तान की वायु सेना भारत को जवाब देने के लिए जम्मू कश्मीर में घुसती है और हवाई हमला करती है।
Pulwama Attack Anniversary: आज 14 फरवरी है और आज पुलवामा हमले की चौथी बरसी है। आज ही के दिन 14 फरवरी 2019 को करीब सवा तीन बजे एक आतंकी घटना ने देश को झकझोर दिया था। आतंकियों ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था।
आपको बताए काफिले में अधिकतर बसें थीं जिनमें जवान बैठे थे। जैसे ही यह काफिला पुलवामा पहुंचा, तभी दूसरी तरफ से एक कार आई और काफिले की एक बस में टक्कर मार दी। कार में भारी मात्रा में विस्फोटक रखा था। टक्कर होते ही बड़ा विस्फोट हुआ और इसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए।
वहीं पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कई कड़े कदम उठाए। इन कदमों ने पाक को काफी नुकसान पहुंचाया।
आपको बताए 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना पाकिस्तान के बालाकोट में दाखिल हुई और एयर स्ट्राइक के जरिये आतंकवादी शिविरों को नष्ट किया।
फिर 27 फरवरी को पाकिस्तान की वायु सेना भारत को जवाब देने के लिए जम्मू कश्मीर में घुसती है और हवाई हमला करती है। जवाब में भारत वायुसेना भी उतरती है। हालांकि इस दौरान भारतीय मिग-21 पाकिस्तानी सेना के हमले की चपेट में आ जाता है और पाकिस्तान में गिर जाता है। इसके बाद मिग-21 के पायलट अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तानी सैनिक पकड़ लेते हैं।
वहीं 1 मार्च 2019 को अमेरिका और अन्य देशों के दबाव की वजह से पाकिस्तानी सेना अभिनंदर वर्धमान को रिहा कर देती है।
आपको बताए पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से सभी व्यापारिक रिश्ते खत्म कर दिए। यही नहीं भारत की तरफ से पाक से सर्वाधिक तरजीही देश का दर्जा भी वापस ले लिया गया। इससे पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर काफी नुकसान उठाना पड़ा। भारत सरकार ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ऑन मनी लॉन्ड्रिंग से पाक को ब्लैक लिस्ट में डालने की मांग भी की थी।
अपको बताए पुलवामा आतंकी हमले की बरसी पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए हमले को खुफिया नाकामी बता दिया। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य भाजपा नेताओं ने उन पर हमला बोल दिया है। शिवराज ने कहा कि दिग्विजय सिंह पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। जबकि उनके ही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह की भाषा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसएस से प्रेरित है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऐसे बयानों का बीज आखिर उनके दिमाग में कौन डालता है। दिग्विजय सिंह की बुद्धि फेल हो गई है और वह सिर्फ सेना का अपमान करते हैं। दिग्विजय सिंह सिर्फ पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। अब जांच तो उनकी होनी चाहिए।
वहीं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि भारतीय सेना के मनोबल को तोड़ना और तंज कसना दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पार्टी की आदत हो गई है। उनका ट्वीट देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे वह ISI की भाषा बोल रहे हैं।